मोगादिशु। सोमालिया तट पर अपहृत जहाज एमवी लीला नोरफोक पर सवार सभी 15 भारतीयों सहित चालक दलों को सुरक्षित बचा लिया गया है। भारतीय सैन्य अधिकारियों ने कहा कि नौसेना के कमांडो जहाज के अन्य हिस्सों में जांच अभियान चला रहे हैं। वहीं, भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने अरब सागर में सक्रिय भारतीय युद्धपोतों को समुद्री लुटेरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही इस क्षेत्र में व्यापारिक जहाजों पर हमलों को रोकने के लिए अरब सागर में भारतीय नौसेना के चार युद्धपोत तैनात किए गए हैं।
बता दें कि अरब सागर में सोमालिया के तट के नजदीक लाइबेरिया का झंडा लगा मालवाहक जहाज हाईजैक हो गया था। एमवी लीला नोरफोक नाम के इस जहाज के चालक दल में 15 भारतीय थे। सूचना मिलते ही इस जहाज को मुक्त कराने के लिए भारतीय नौसेना ने अपना युद्धपोत आइएनएस चेन्नई रवाना कर दिया था और शुक्रवार को दोपहर बाद वह हाईजैक जहाज के करीब पहुंच गया था। इससे पहले जानकारी मिली थी कि आईएनएस चेन्नई ने हाईजैक जहाज को रोक लिया है और नौसेना के मार्कोस कमांडो एमवी लीला पर उतर गए हैं। इन कमांडो ने जहाज में कार्रवाई शुरू कर दी है। इससे पहले नौसेना के गश्ती विमान ने शुक्रवार सुबह हाईजैक जहाज को तलाशा और विमान ने जहाज से संपर्क स्थापित किया। इस जहाज के अपहरण की सूचना गुरुवार को ब्रिटिश सेना के अंतर्गत कार्य करने वाले संगठन मेरीटाइम ट्रेड आपरेशंस (यूकेएमटीओ) ने दी थी। इसके बाद भारतीय नौसेना ने सक्रियता दिखाते हुए इस जहाज की तलाश की और शुक्रवार सुबह समुद्र में उसे खोज लिया।
नौसेना के प्रवक्ता ने बताया कि जहाज के चालक दल ने यूकेएमटीओ को गुरुवार शाम संकट का संदेश भेजकर बताया था कि पांच-छह हथियारबंद अज्ञात लोग जहाज पर आ गए हैं और वे जहाज को कब्जे में लेने की कोशिश कर रहे हैं। यह सूचना जैसे ही भारतीय नौसेना को मिली, उसने सक्रिय होकर हाईजैक जहाज की तलाश शुरू कर दी। नौसेना के प्रवक्ता ने बताया है कि स्थिति से पूरी गंभीरता से निपटा जा रहा है। इसके लिए क्षेत्र में कार्यरत अन्य एजेंसियों का भी सहयोग लिया जा रहा है।
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वाशिंगटन । उत्तरी सोमालिया में सैन्य अभियान के दौरान अमेरिकी सेना ने इस्लामिक स्टेट आतंकवादी समूह (आईएसआईएस) का कुख्यात सरगना बिलाल अल-सुदानी को मार गिराया। इस अभियान में आईएसआईएस के अन्य 10 लड़ाके भी मारे गए। यहाँ गुरुवार को अमेरिकी अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने पत्रकारों को बताया कि अमेरिका को अल-सुदानी की तलाश थी। वांछित बिलाल अल-सुदानी पूरे अफ्रीका में आईएसआईएस का जाल फैला रहा था। अधिकारियों ने कहा कि इस सैन्य अभियान को इस सप्ताह राष्ट्रपति जो बाइडन से हरी झंडी मिली। इसके बाद 24 घंटे के अंदर इसे अंजाम दिया गया।
मोगादिशु । अमेरिका की सेना ने सोमालिया में शुक्रवार को इस्लामिक अल शबाब के 30 आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया। यह जानकारी अमेरिकी-अफ्रीकी कमांड ने दी।
कमांड के मुताबिक यह लड़ाके सोमालिया की राजधानी मोगादिशु से 260 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में गलकाड के पास मौजूद थे। अमेरिकी बलों और सोमालिया की राष्ट्रीय सेना के हवाई हमले में यह लड़ाके मारे गए। अल शबाब आतंकी संगठन अल कायदा का हिस्सा है।
अमेरिकी सेना ने शनिवार को कहा है कि सोमालिया में सक्रिय यह आतंकी संगठन पूरे पूर्वी अफ्रीका में स्थिरता और सुरक्षा के लिए खतरा बना हुआ है।
मोगादिशु (सोमालिया )। मध्य सोमालिया में दो कार बम विस्फोटों में 19 लोग की जान चली गयी । इस हमले की जिम्मेदारी हिरन क्षेत्र के एक स्थानीय मिलिशिया कमांडर अल-शबाब ने ली है। विस्फोटकों से लदी दो कारों को हिरान के महास शहर में एक साथ विस्फोट किया गया था, जहां पिछले साल अल-कायदा से जुड़े आतंकवादी समूह के खिलाफ एक बड़ा हमला किया गया था।
स्थानीय सुरक्षा अधिकारी अब्दुल्लाही अदन ने बताया कि आतंकियों ने बुधवार (4 जनवरी) को विस्फोटकों से लदे वाहनों से महास कस्बे में हमला किया। अदन ने बताया कि आतकियों ने रिहायशी इलाके को निशाना बनाया। इन विस्फोटों में 19 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला आतंकवादी संगठन अल-शबाब के जिहादी लड़ाकों किया है। मध्य सोमालिया के हीरान क्षेत्र में हुए धमाकों से पूरा क्षेत्र दहल गया।
दरअसल, इसी क्षेत्र में सोमालिया के सुरक्षा बलों ने अल-शबाब के खिलाफ एक बड़ा हमला किया था। अल-शबाब आतंकवादी संगठन अल-कायदा से जुड़ा हुआ समूह है, जिसने कई देशों में बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया है।
महास के एक पुलिस कमांडर उस्मान नूर ने कहा कि आतंकवादियों ने हारने के बाद आम नागरिकों को डराने के लिए विस्फोट का सहारा लिया है, लेकिन यह लोगों डरा नहीं पाएंगे। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों ने इस हमले में निर्दोष नागरिकों की जान ली है। घटनास्थल पर मौजूद कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि धमाका महास में जिला प्रशासन की इमारत के निकट एक रेस्तरां के पास हुआ।
एक प्रत्यक्षदर्शी अदन हसन ने कहा कि मैंने महिलाओं और बच्चों सहित नौ लोगों के शव देखे, यह एक भीषण हमला था। सोमालिया के राष्ट्रपति हसन शेख महमूद ने अल-शबाब के खिलाफ “ऑल-आउट युद्ध” की घोषणा कर दी है। बता दें कि अल-शबाब 15 सालों से सोमालियाई सरकार के खिलाफ खूनी विद्रोह छेड़ रखा है।
मोगादिशू। सोमालिया की राजधानी मोगादिशु में दो बम विस्फोट में 100 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। इसके अलावा कम से कम 300 लोग घायल हुए हैं। राष्ट्रपति हसन शेख मोहम्मद ने रविवार सुबह बयान जारी कर यह जानकारी दी। ये जोरदार धमाके शनिवार को उस इलाके में हुए जहां शिक्षा मंत्रालय सहित कई सरकारी कार्यालय स्थित हैं। ये इलाका काफी भीड़भाड़ वाला है। अब तक किसी ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
राष्ट्रपति ने हमले को क्रूर और कायर बताते हुए अल-शबाब समूह को दोषी ठहराया है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले 30 लोगों की मौत की जानकारी दी गई थी। अल-कायदा से जुड़ा अल-शबाब समूह अक्सर राजधानी मोगादिशु को निशाना बनाता रहा है। इससे पहले साल 2017 में बड़े पैमाने पर अल-शबाब समूह ने विस्फोट किया था। इस धमाके में 500 से अधिक लोग मारे गए थे।
मोगादिशु । सोमालिया की राजधानी मोगादिशू में सैन्य भर्ती कार्यालय के बाहर एक आत्मघाती बम विस्फोट में कम से कम 15 लोगों की मौत हो गयी और 10 से अधिक घायल हो गये।
सेना के सूत्रों के मुताबिक आत्मघाती हमलावर सैन्य भर्ती कार्यालय में आए अन्य युवकों के साथ कतार में खड़ा हो गया और इसी दौरान उसने विस्फोट किया। मौके पर 15 लोगों के शव मिले हैं , जबकि 10 से अधिक लोग घायल हुए हैं। उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटों में सोमालिया में यह सातवां आतंकवादी हमला है। आतंकवादियों ने कहा कि आत्मघाती बम विस्फोट में 32 रंगरूट मारे गए, अन्य 40 घायल हो गए। इस हमले की अल-शबाब कट्टरपंथी इस्लामी समूह (रूस में प्रतिबंधित) ने जिम्मेदारी ली है। समूह ने दावा किया है कि आत्मघाती बम विस्फोट में 32 सैनिक मारे गये हैं और 40 अन्य घायल हुए हैं।