यरुशलम । इजराइल पर हमास के हमले और फिर इजराइल की प्रतिक्रिया के बाद युद्ध भयावह रूप ले चुका है। इस युद्ध में दोनों ओर से जवाबी हमले जोरों से चल रहे हैं। इजराइल की सेना ने 1500 हमास आतंकियों को मारे जाने का दावा किया है। साथ ही कहा है कि हमास के आतंकियों को छिपने के लिए कहीं जगह नहीं मिल रही है।
इजराइली सेना ने मंगलवार को कहा कि हमास के आतंकियों के पास गाजा में छिपने के लिए कोई जगह नहीं है। इजराइली वायु सेना हर चार घंटे में फिलिस्तीनी इलाके में हवाई हमले कर रही है। इजराइली सेना ने दक्षिण में बड़े पैमाने पर नियंत्रण हासिल कर लिया है और सीमा पर पूर्ण नियंत्रण भी बहाल हो गया है। सेना के प्रवक्ता रिचर्ड हेचट ने कहा कि इजरायली क्षेत्र में हमास आतंकवादियों के 1,500 शव मिले हैं और सोमवार रात से कोई भी हमास लड़ाका इजराइल में नहीं घुसा है।
इजराइली एयरफोर्स के फाइटर जेट ने गाजा पट्टी पर हमास के 500 ठिकानों पर रॉकेट दागे हैं। हमास के हमले के बाद इजराइल की एयर स्ट्राइक में 687 फिलिस्तीनी मारे गए और 3 हजार से ज्यादा घायल हैं। इजरायली पीएम नेतन्याहू बोले- हमास के खिलाफ जवाबी कार्रवाई अभी शुरू हुई है। लेबनान बॉर्डर पर तनाव बढ़ने पर इजराइली सेना ने टैंक तैनात किए हैं। युद्ध में अब तक इजराइल के 900 लोगों की मौत हुई है, जिसमें 30 से ज्यादा बंधक हैं।
प्रवक्ता ने फलिस्तीनियों को गाजा हमलों से भागकर मिस्र जाने की सलाह दी है। इस युद्ध में आम नागरिकों की भी भारी संख्या में मौत हो रही है। गाजा में सात सौ नागरिकों की जान गई है। मरने वालों में 143 बच्चे भी शामिल हैं।
गाजा की संसद व नागरिक मंत्रालय निशाने पर
इजराइली सेना ने अब पीछे न हटने की घोषणा की है। अब इजराइल की सेना के निशाने पर गाजा की संसद और नागरिक मंत्रालय हैं। फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास के खिलाफ अपने हमले में इजरायली सेना ने मंगलवार को घोषणा की कि उनका मुख्य निशाना गाजा की संसद और नागरिक मंत्रालय हैं। इजराइल ने जमीनी हमला तेज करने की रणनीति भी बनाई है। इजराइल ने तीन लाख आरक्षित सैनिकों को बुलाया है और गाजा पट्टी पर नाकाबंदी लगा दी, जिससे जमीनी हमले की आशंका बढ़ गई है।
हमास ने दी धमकी, हर हमले पर मारेंगे एक बंदी
इस बीच हमास भी पीछे हटने को तैयार नहीं है। हमास ने धमकी दी है कि जब भी इजरायल बिना किसी चेतावनी के किसी फिलिस्तीनी घर पर बमबारी करेगा, तो वह एक इजरायली बंदी को मार डालेगा। ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने कहा कि यह युद्ध यहूदी शासन के खिलाफ लोगों की लड़ने की क्षमता को दिखाता है। उन्होंने कहा कि इसके लिए फिलिस्तीनी नागरिकों को बधाई दी जानी चाहिए।
ROCKET ATTACK
नई दिल्ली। इजरायल पर फिलीस्तीनी आतंकी संगठन हमास के हमले के बाद सुरक्षा के मद्देनजर एयर इंडिया ने 14 अक्टूबर तक तेल अवीव से जुड़ी अपनी उड़ान सेवाएं निलंबित कर दी हैं।
एयर इंडिया ने एक्स पर महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए रविवार को कहा कि हमारे यात्रियों और चालक दल की सुरक्षा के लिए तेल अवीव से हमारी उड़ानें 14 अक्टूबर तक निलंबित रहेंगी। एयर इंडिया इस अवधि के दौरान किसी भी उड़ान में कन्फर्म बुकिंग कराने वाले यात्रियों को हर संभव सहायता प्रदान करेगी।
एयर इंडिया दिल्ली से तेल अवीव के लिए सप्ताह में पांच उड़ानें संचालित करता है। यह उड़ान सेवाएं सोमवार, मंगलवार, गुरुवार, शनिवार और रविवार को उपलब्ध हैं। इससे पहले शनिवार को भी एयर इंडिया ने तेल अवीव से आने-जाने वाली अपनी उड़ानें रद्द कर दीं थी।
उल्लेखनीय है कि हमास आतंकियों ने फिलीस्तीन-इजरायल संघर्ष के तहत शनिवार को गाजापट्टी से एक बड़ा हमला किया। हमले में 200 से ज्यादा इजरायली नागरिकों की मौत हुई और कई नागरिक हमास आतंकियों की कैद में हैं। भारत ने इस पूरे घटनाक्रम में इजरायल के साथ एकजुटता दर्शाई है और आतंकी हमले की निंदा की है।
कीव । रूस ने आरोप लगाया है कि देश के पूर्वी दोनेत्स्क क्षेत्र में यूक्रेन के रॉकेट हमले में 63 रूसी सैनिक मारे गए हैं। रक्षा मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि रूस के नियंत्रण वाले दोनेत्स्क क्षेत्र में उस जगह रॉकेट हमला हुआ, जहां रूसी सैनिक तैनात थे। मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि यूक्रेन की ओर से हिमार्स प्रक्षेपण प्रणाली से छह रॉकेट दागे गए, जिनमें से दो को रूसी सेना ने नष्ट कर दिया। रूस भी यूक्रेन पर मिसाइलों से जवाब दे रहा है।
जानकारी के मुताबिक अमेरिका द्वारा आपूर्ति की गई इस प्रणाली का उपयोग करते हुए हमले कर यूक्रेनी बल प्रमुख लक्ष्यों को निशाना बनाने में सफल हो रहे हैं, जिसे रूस के लिए नया झटका माना जा रहा है।
वहीं रूस ने मिसाइल हमले जारी रखते हुए यूक्रेन के कई इलाकों को निशाना बनाने के लिए बीती रात कई ड्रोन भेजे। यूक्रेनी अधिकारियों ने सोमवार को दावा किया कि कई हमलावर ड्रोन को मार गिराया गया है।
इन ड्रोन हमलों के साथ ही क्रेमलिन ने नागरिक बुनियादी ढांचे को लक्षित करने और अपने आक्रमण के लिए यूक्रेनी प्रतिरोध को कम करने के उद्देश्य से बमबारी का उपयोग करने की अपनी रणनीति में कोई कमी नहीं होने का संकेत दिया।
ड्रोन हमलों की यह बौछार साल के अंत में लगातार होने वाले हमलों की श्रृंखला में नवीनतम थी। इससे पहले नए साल की पूर्व संध्या पर हमलों में तीन नागरिकों की मौत हो गई थी।
कीव के मेयर विटाली क्लिट्सको ने सोमवार सुबह कहा कि वायु रक्षा बलों के अनुसार, 40 विस्फोटक ड्रोन रात में कीव की ओर बढ़े और उन सभी को नष्ट कर दिया गया। उन्होंने कहा कि कीव में 22, बाहरी कीव क्षेत्र में तीन और पड़ोसी प्रांतों में 15 ड्रोन नष्ट किए गए।
रूस अक्टूबर से लगभग साप्ताहिक रूप से यूक्रेनी बिजली और पानी की आपूर्ति पर हवाई हमले किए हैं।
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रूस पर ऊर्जा आतंकवाद का आरोप लगाया है क्योंकि हवाई बमबारी ने ठंड के मौसम में ऊर्जा आपूर्ति को बुरी तरह प्रभावित किया है। रूसी सेना द्वारा दागे गए ड्रोन, मिसाइल और तोप के गोले भी यूक्रेन के कई इलाकों में गिरे।