कोलकाता। पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में नित नए खुलासे हो रहे हैं। मामले में पहले से गिरफ्तार प्राथमिक शिक्षा परिषद के पूर्व अध्यक्ष माणिक भट्टाचार्य के बारे में हर रोज नई जानकारियां मिल रही हैं। ईडी सूत्रों ने बताया है कि राज्य में बीएड और डीएलएड कॉलेजों का संचालन उन्हीं की देखरेख में होता था। केवल इन कॉलेजों में एडमिशन के नाम पर उन्होंने 21 करोड़ की वसूली की थी। खास बात यह है कि इन्हीं कॉलेजों में जिन लोगों को एडमिशन मिलते थे, उन्हीं की सूची बनाकर शिक्षक नियुक्ति के लिए भेजी जाती थी जिन्हें बाद में शिक्षक के तौर पर नियुक्त किया गया है। इसलिए केंद्रीय एजेंसी इस मामले में नए सिरे से जांच शुरू करने जा रही है।
ईडी सूत्रों ने बताया है कि अब तक शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में 56 करोड़ की संपत्ति जब्त की गई है, जिनमें से आठ करोड़ रुपये अकेले माणिक भट्टाचार्य और उनके परिवार से संबंधित है। उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले ही ईडी ने कोर्ट में बताया है कि माणिक भट्टाचार्य की पत्नी सतरूपा और बेटे शौविक ने कई बार फॉरेन टूर किया है, जिसमें करीब पांच करोड़ रुपये का खर्च किया गया है। ये तमाम रुपये कैश में शिक्षक नियुक्ति के लिए चुने गए उम्मीदवारों से वसूले गए थे।
Parth
पर्थ। टी-20 विश्व कप में रविवार को दक्षिण अफ्रीका ने भारतीय टीम को पांच विकेट से हरा दिया। इस मुकाबले में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में नौ विकेट पर 133 रन बनाए थे। जवाब में दक्षिण अफ्रीका की टीम 19.4 ओवर में पांच विकेट पर 137 रन बनाकर मुकाबला अपने नाम कर लिया। इस जीत के साथ दक्षिण अफ्रीका की टीम सुपर-12 के ग्रुप-2 में पांच अंकों के साथ टॉप पर पहुंच गई है जबकि भारतीय टीम नंबर दो पर खिसक गई है।
जीत के लिए मिले 134 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए दक्षिण अफ्रीका की शुरुआत अच्छी नहीं रही। उसके शुरुआती तीन विकेट पावरप्ले के दौरान ही गिर गए। टीम 10 ओवर तक 40 रन तक पहुंची। इसके बाद एडेन मार्करम और डेविड मिलर ने मिलकर टीम को मुश्किल से बाहर निकाला। मार्करम ने इस बीच अपना अर्धशतक जड़ दिया। हालांकि वह अपनी पारी को आगे नहीं बढ़ा सके। उन्हें 16वें ओवर में हार्दिक पांड्या ने आउट किया। मार्करम ने 41 गेंदों पर 52 रन की पारी खेली। इसके बाद डेविड मिलर ने भी अपना अर्धशतक जड़ा और टीम को चौका के साथ जीत दिला दी। मिलर 46 गेंदों में 59 रन बनाकर नाबाद रहे।
भारत के लिए अर्शदीप सिंह ने दो विकेट लिए, जबकि मोहम्मद शमी, हार्दिक पांड्या और रविचंद्रन अश्विन ने क्रमश: एक-एक विकेट लिया।
इससे पहले मुकाबले में टॉस जीतकर भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सूर्यकुमार यादव के 40 गेंदों में छह चौके और तीन छक्कों की मदद से 68 रन की शानदार पारी की बदौलत नौ विकेट पर 133 रन बनाए। सूर्यकुमार के अलावा और कोई बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर सका।
दक्षिण अफ्रीका के लिए लुंगी एनगिडी ने सबसे ज्यादा चार विकेट लिए, जबकि वेन पार्नेल ने तीन विकेट और एनरिक नॉर्त्जे को एक विकेट मिला।
कोलकाता। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (डब्ल्यूबीएसएससी) भर्ती घोटाले में दायर अपने पहले आरोपपत्र में दावा किया है कि राज्य के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी ने अर्पिता मुखर्जी को मुखौटा कंपनियों की निदेशक बनने के लिए मजबूर किया था। इन कंपनियों का मकसद अवैध आय को चैनलाइज करना था। ईडी के सूत्रों ने आरोपपत्र का हवाला देते हुए कहा कि मुखर्जी ने जांच एजेंसी के सामने स्वीकार किया कि चटर्जी के निर्देशों का पालन करने वाले लेखाकारों में से एक उन पर इन कंपनियों में निदेशक बनने का दबाव बना रहा था।
केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने अब तक तीन कंपनियों सेंट्री इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड, सिम्बायोसिस मर्चेट प्राइवेट लिमिटेड और एचे एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड को ट्रैक किया है, जहां अर्पिता मुखर्जी दो निदेशकों में से एक थीं। तीनों कंपनियों में दूसरे निदेशक कल्याण धर हैं, जिनकी शादी मुखर्जी की बहन से हुई है। धर पहले ही जांच एजेंसी को बता चुके हैं कि वह सिर्फ अपनी भाभी का नौकरीपेशा ड्राइवर था और उसकी जानकारी के बिना उसे निदेशक बना दिया गया था।
जैसा कि आरोपपत्र में उल्लेख किया गया है, मुखर्जी ने यह भी उल्लेख किया कि जब तक चटर्जी की बेटी सोहिनी चटर्जी भट्टाचार्य विदेश से भारत नहीं लौटतीं, तब तक वह इन कंपनियों के निदेशक के रूप में कार्य करती रहेंगी, जिसके बाद उनका नाम वापस ले लिया जाएगा। सोहिनी और उनके पति कल्याणमय भट्टाचार्य फिलहाल अमेरिका में सेटल हैं। सोहिनी भट्टाचार्य पश्चिम मिदनापुर जिले के पिंगला में बीसीएम इंटरनेशनल स्कूल की निदेशक भी हैं, जिसका नाम पूर्व मंत्री की दिवंगत पत्नी बबली चटर्जी के नाम पर रखा गया है। स्कूल के लिए खाते और फंडिंग के स्रोत भी ईडी की जांच के दायरे में हैं।
ईडी के आरोपपत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि मुखर्जी ने यह कहना स्वीकार किया कि उनके दो आवासों से बरामद किया गया 49.80 करोड़ रुपये और 5 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य का सोना पार्थ चटर्जी का था।