हिमाचल प्रदेश में इन दिनों भारी बारिश हो रही है। मनाली और शिमला समेत कई जगहों पर बादल फटने की खबरें आई हैं। बारिश के चलते मनाली में ब्यास नदी ने अपना रास्ता बदल दिया है। चंडीगढ़-मनाली हाईवे जगह-जगह लैंडस्लाइड के कारण बंद हो गया है। अब तक तीन स्थानों पर बादल फटने की घटनाएं सामने आई हैं, जिसमें 20 से अधिक लोग लापता हैं और तीन लोगों की मौत की सूचना मिली है। शिमला से 100 किमी दूर रामपुर के झाकड़ी में भी बादल फटा है, और एनडीआरएफ की टीमें घटनास्थल पर भेजी गई हैं।
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बादल फटने के कारण कई स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है, और कई गाड़ियां और घर पानी में बह गए हैं। कुल्लू के निरमंड में एक ही परिवार के 5 लोगों समेत 7 लोग बह गए। डीसी शिमला अनुपम कश्यप और एसपी शिमला संजीव गांधी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। शिमला के रामपुर में समेज खड्ड में बादल फटने से दो लोगों की मौत हो गई है।
हिमाचल प्रदेश के कुर्पन खड्ड में श्रीखंड के रास्ते पर बादल फटने से भयंकर तबाही मच गई है। बारिश के कारण सिंहगाड से बागीपुल तक सब कुछ पानी में बह गया है। लोगों का कहना है कि बुधवार रात करीब 12 बजे राजवन गांव में बादलों की गड़गड़ाहट के साथ एक जोरदार धमाका हुआ, और तुरंत चारों ओर पानी भर गया। राहत और बचाव कार्य के लिए एसडीआरएफ और अन्य टीमें मौके पर पहुंच चुकी हैं।
कुल्लू जिले के मलाणा नाले में भारी बारिश के दौरान बादल फटने से मलाणा वन और मलाणा टू पावर प्रोजेक्ट को गंभीर नुकसान हुआ है। इसके अलावा, पार्वती नदी का जलस्तर भी खतरे के निशान से ऊपर बढ़ गया है।
उत्तराखंड में बारिश से हुई तबाही
उत्तराखंड में बारिश ने भारी तबाही मचा दी है। केदारनाथ में बादल फटने से कई लोग फंस गए हैं। टिहरी जनपद के घनसाली में भी बादल फटने की घटना हुई, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई और एक अन्य घायल हो गया है। मौसम विभाग ने उत्तराखंड में भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है और लोगों से अपील की है कि वे जरूरी काम न होने पर यात्रा स्थगित कर दें। एसडीआरएफ की टीमों को भी पूरी तरह सतर्क किया गया है।