धर्मशाला। पांच मैचों की टेस्ट सीरिज का आखिरी मुकाबले में भारत ने इंगलैंड पर बड़ी जीत दर्ज की है। भारतीय टीम ने पारी और 64 रनों से धर्मशाला टेस्ट को तीसरे दिन ही अपने नाम कर लिया है। इंगलैंड की टीम दूसरी पारी में 195 रनों पर ही सिमट गई। इस टेस्ट मैच में भारतीय टीम ने बल्लेबाजी और गेंदबाजी में शानदार प्रदर्शन करते हुए सीरिज को 4-1 से अपने नाम कर लिया है।
इंगलैंड की दूसरी पारी में बलेबाजी पूरी तरह फलाॅप रही। एक मात्र बल्लेबाज जो रूट ने सबसे अधिक 84 रन बनाकर इंगलैंड को कुछ हद तक 195 के स्कोर तक पंहुचाने में अहम भूमिका निभाई। हालांकि अन्य बल्लेबाज कुछ खास नही कर पाए और जल्दी जल्दी पैवेलियन लौटते रहे। इंगलैंड की ओर से 100वां टेस्ट खेलने वाले जाॅनी बेयरेस्टो ने 39 रनों की पारी खेली। इसके अलावा टाॅम हार्टली 20 और ओली पोप ने 19 और शोएब बशीर ने 13 रनों का योगदान दिया।
गौरतलब है कि इंगलैंड ने टाॅस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था। इंगलैंड की पहली पारी महज 218 रनों पर ही सिमट गई थी। जबाव में भारत ने कप्तान रोहित शर्मा ने 103 और शुभमन गिल 110 रनों की बदौलत भारत ने 477 रन बनाए जिसके चलते टीम इंडिया ने इंगलैड पर 259 रनों की लीड बनाई। लेकिन दूसरी पारी में बल्लेबाजी के लिए उतरी इंगलैंड टीम की बल्लेबाजी काफी खराब रही और आखिर में पूरी टीम 195 रनों पर आलआउट हो गई।
भारत की ओर से आज रविचंद्रन अश्विन ने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए पांच विकेट लिए जबकि कुलदीप यादव और जसप्रीत बुमराह को दो-दो तथा रविंद्र जडेजा को एक विकेट मिला।
KULDEEP YADAV
धर्मशाला । धर्मशाला टेस्ट का पहला दिन भारतीय स्पिन गेंदबाजों के नाम रहा। भारतीय स्पिन अटैक के आगे इंग्लैंड की पहली पारी 218 रनों पर ही सिमट गई। चायकाल के कुछ देर बाद ही रवि चन्द्रन अश्विन ने दो विकेट झटके। भारत की ओर से स्पिनर कुलदीप यादव ने पंजा खोला। वहीं अपना 100वां टेस्ट खेल रहे आर. अशिवन ने चार विकेट लिए। रविन्द्र जडेजा को एक विकेट मिला।
टेस्ट सीरीज के पहले दिन भारतीय स्पिन गेंदबाजों के आगे इंग्लैंड के बल्लेबाज पूरी तरह से घुटने टेकते नजर आए। ओपनर जैक ने सबसे अधिक 79 रन बनाए। इसके अलावा बेन डुकेट ने 27, जॉनी बैरेस्टो ने 29, जो रुट ने 26 तथा बेन फॉक्स ने 24 रनों के योगदान दिया। इसके अलावा इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स शून्य पर आउट हो गए। जबकि अन्य बल्लेबाज कुछ खास नही कर पाए। भारत की ओर से तेज गेंदबाजों जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज को एक भी विकेट नही मिल पाया।
धर्मशाला में भारतीय स्पिन गेंदबाज कुलदीप यादव ने पंजा खोला है। कुलदीप ने धर्मशाला टेस्ट में शानदार गेंदबाजी करते हुए पांच विकेट अपने नाम किए हैं। उन्होंने इंग्लैंड की बल्लेबाजी की कमर तोड़ डाली और दोनों ओपनर जैक क्राउली, बेन डुकेट सहित ओली पोप, जॉनी बैरेस्टो और कप्तान बेन स्टॉक्स को पवेलियन भेजा। इसके अलावा अपना 100 वां टेस्ट खेल रहे स्पिनर रवि चंद्रन अश्विन ने चार जबकि रविन्द्र जडेजा ने एक विकेट लिया।
रांची टेस्ट रोमांचक दौर में : इंग्लैंड की दूसरी पारी 145 रन पर सिमटी, भारत को जीत के लिए मिला 192 रन का लक्ष्य
रांची । भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए चौथे टेस्ट मैच के तीसरे दिन भारतीय गेंदबाजों का दबदबा रहा। भारत के लिए इस मैच में कुलदीप यादव और आर अश्विन ने अपना कहर बरपाया। कुलदीप ने 4 विकेट लिए तो वहीं, अश्विन ने 5 विकेट अपने नाम किए। इंग्लैंड की टीम दूसरी पारी में बुरी तरह फ्लॉप रही। वह 53.5 ओवर में 145 रन ही बना सकी और 10 विकेट गंवा दिए।
भारतीय टीम को इंग्लैंड के खिलाफ रांची में खेले जा रहे चौथे टेस्ट मैच में जीत के लिए 192 रनों का लक्ष्य मिला है। मैच के तीसरे दिन इंग्लैंड की दूसरी पारी 145 रन पर सिमट गई है। इंग्लैंड ने पहली पारी में 353 रन बनाए थे। भारतीय टीम की पहली पारी आज 307 रन पर समाप्त हुई। पहली पारी के आधार पर इंग्लैंड टीम को 46 रन की बढ़त मिली थी। ऐसे में दूसरी पारी 145 रन पर सिमटने के बाद इंग्लैंड टीम की कुल बढ़त 191 रन की हुई। इस तरह भारत के सामने जीत के लिए 192 रन का लक्ष्य है। भारत की ओर से दूसरी पारी में रविचन्द्रन अश्विन ने पांच विकेट अपने नाम किए। अश्विन का टेस्ट में यह 35वां फाइव विकेट हॉल है। अश्विन के अलावा कुलदीप यादव ने चार विकेट लिए।
तीसरे दिन का खेल खत्म, भारत जीत से 152 रन दूर
इंग्लैंड की दूसरी पारी सिमटने के बाद बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने दूसरी पारी में तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक बिना कोई विकेट गवाएं 40 रन बना लिए हैं। कप्तान रोहित शर्मा नाबाद 24 रन और यशस्वी जायसवाल नाबाद 16 रन बनाकर खेल रहे हैं। भारत को यह टेस्ट मैच जीतने के लिए अभी 152 रन की और जरूरत है।
इंग्लैंड की दूसरी पारी
दूसरी पारी में 46 रन के बढ़त के साथ खेलने उतरी इंग्लैंड की शुरुआत खराब रही। इंग्लैंड को 19 के स्कोर पर दो झटके लगे। पहले बेन डकेट 15 रन बनाकर आउट हुए, फिर ओली पोप अपना खाता भी नहीं खोल पाए। इंग्लैंड को 65 के स्कोर पर बड़ा झटका लगा। पहली पारी में शतक लगाने वाले जो रूट 11 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। इंग्लैंड का 110 के स्कोर पर चौथा विकेट गिरा। अच्छी बल्लेबाजी कर रहे जैक क्राउली 60 रन बनाकर आउट हुए। इंग्लैंड को 120 के स्कोर पर दो झटके लगे। कप्तान बेन स्टोक्स 4 रन बनाकर बोल्ड हो गए। इसके बाद जॉनी बेयरस्टो भी 30 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। इसके बाद निचले क्रम के बल्लेबाज भी कुछ ज्यादा योगदान नहीं दे सके और 145 रन पर इंग्लैंड की पूरी टीम ऑलआउट हो गई। टॉम हार्टले 7 रन, बेन फोक्स ने 17 रन का योगदान दिया।
भारत की ओर से रविचन्द्रन अश्विन ने 5 विकेट, कुलदीप यादव ने 4 विकेट और रविन्द्र जडेजा ने 1 विकेट लिया।
भारत ने पहली पारी में बनाए 307 रन, जुरेल ने खेली 90 रन की पारी
इससे पहले रविवार को आज तीसरे दिन भारत की पहली पारी 307 रनों पर सिमट गई। आज सुबह भारत ने सात विकेट पर 219 रन से आगे खेलना शुरू किया। विकेटकीपर बल्लेबाज ध्रुव जुरेल और कुलदीप यादव ने संभलकर बल्लेबाजी की। दिन का पहला विकेट कुलदीप यादव के रूप में गिरा। कुलदीप 28 रन बनाकर आउट हुए। उन्होंने जुरेल के साथ मिलकर 76 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी की। इसके बाद आकाश दीप ने जुरेल का अच्छा साथ दिया और 40 रन की साझेदारी की। आकाश नौ रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद शतक की ओर बढ़ रहे जुरेल शानदार 90 रन की पारी खेलकर आउट हो गए। इस तरह भारत की पहली पारी 307 रनों पर सिमट गई।
भारतीय टीम की ओर से पहली पारी में जुरेल के 90 रनों के अलावा यशस्वी जायसवाल ने 73 रन की अर्धशतकीय पारी खेली। वहीं शुभमन गिल 38 रन, कुलदीप यादव 28 रन, रजत पाटीदार 17 रन, सरफराज खान 14 रन और रविन्द्र जडेजा ने 12 रन का योगदान दिया।
इंग्लैंड की ओर से पहली पारी में शोएब बशीर ने पांच विकेट लिए। बशीर के अलावा टॉम हार्टले ने 3 और जेम्स एंडरसन ने 2 विकेट लिए।
इंग्लैंड ने पहली पारी में बनाए 353 रन
इससे पहले जो रूट के बेहतरीन नाबाद शतक और ऑली रॉबिन्सन के अर्धशतक की बदौलत इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 353 रन बनाए। रूट 122 रन बनाकर नाबाद रहे, वहीं ऑली रॉबिन्सन ने 58 रनों की शानदार अर्धशतकीय पारी खेली।
भारत की तरफ से रवींद्र जडेजा ने 4, आकाश दीप ने 3, मोहम्मद सिराज ने 2 और रविचंद्रन अश्विन ने 1 विकेट लिया।
राजकोट । यशस्वी जयसवाल के शानदार शतक और शुभमन गिल के बेहतरीन अर्धशतक की बदौलत भारत ने यहां इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन मैच पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। दिन का खेल खत्म होने पर भारत ने 2 विकेट पर 196 रन बना लिये हैं। शुभमन गिल 65 और नाइटवाच मैन कुलदीप यादव 3 रन बनाकर नाबाद हैं। भारत की कुल बढ़त अब 322 रनों की हो चुकी है।
दूसरी पारी में भारत की शुरुआत खराब रही और 30 के कुल स्कोर पर कप्तान रोहित शर्मा 19 रन बनाकर जो रूट की गेंद पर एलबीडब्ल्यू आउट हुए। रोहित ने 19 रन बनाए। इसके बाद गिल और जयसवाल ने दूसरे विकेट के लिए 142 रन जोड़े। इस दौरान यशस्वी ने तेज बल्लेबाजी करते हुए अपना शतक भी पूरा कर लिया। उन्होंने जेम्स एंडरसन के एक ही ओवर में दो चौके और एक छक्का भी जड़ा। हालांकि 172 के कुल स्कोर पर वह 104 रन बनाकर रिटायर्ड हर्ट हो गए। इस दौरान उन्होंने 133 गेंदों का सामना किया और 9 चौके 5 छक्के लगाए।
जयसवाल के रिटायर्ड हर्ट होने के बाद बल्लेबाजी करने आए रजत पाटीदार कुछ खास नहीं कर सके और बिना खाता खोले टॉम हर्टले का शिकार बने। इसके बाद कुलदीप और गिल ने सावधानी से खेलते हुए दिन का खेल निकाल लिया। गिल 120 गेंदों पर 6 चौके और 2 छक्के की बदौलत 65 रन बनाकर क्रीज पर डटे हुए हैं, वहीं कुलदीप यादव 3 रन बनाकर उनका साथ दे रहे हैं।
इंग्लैंड की तरफ से जो रूट और टॉम हर्टले ने 1-1 विकेट लिया।
इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 319 रन बनाए, बेन डकेट का शतक
इससे पहले सलामी बल्लेबाज बेन डकेट के बेहतरीन शतकीय पारी की बदौलत इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 319 रन बनाए। बेन डकेट ने 151 गेंदों पर 23 चौके और दो छक्के की बदौलत 153 रनों की शानदार शतकीय पारी खेली। डकेट के अलावा कप्तान बेन स्टोक्स ने 41 और ओली पोप ने 39 रन बनाए। पहली पारी के आधार पर भारत को 126 रनों की बढ़त हासिल हुई। भारत ने पहली पारी में 445 रन बनाए थे। भारत की तरफ से मोहम्मद सिराज ने 4, कुलदीप यादव और रवींद्र जडेजा ने 2-2 व रविचंद्रन अश्विन ने 1 विकेट लिया।
अश्विन ने टेस्ट क्रिकेट में पूरे किये 500 विकेट, पारिवारिक कारणों से मैच से हटे
वहीं, रविचंद्रन अश्विन ने क्रॉली को आउट कर अपना 500वां टेस्ट विकेट हासिल किया। था और उन्होंने यह उपलब्धि अपने 98वें मैच में हासिल की। 500 विकेट तक पहुंचने वाले वह सबसे तेज दूसरे गेंदबाज हैं। सूची में मुरलीधरन शीर्ष पर हैं।
बता दें कि इससे पहले आज रविचंद्रन अश्विन पारिवारिक आपात चिकित्सा के कारण इस मैच से अपना नाम भी वापस ले लिया है।
भारत ने अपनी पहली पारी में बनाए 445 रन, रोहित शर्मा-रवींद्र जडेजा का शतक
इससे पहले टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने कप्तान रोहित शर्मा (131) और रवींद्र जडेजा (112) के बेहतरीन शतकों की बदौलत अपनी पहली पारी में 445 रन बनाए।
रोहित और जडेजा के अलावा अपना पहला टेस्ट खेल रहे सरफराज खान ने बेहतरीन अर्धशतक लगाते हुए 62 रन बनाए। वहीं एक और पदार्पण कर रहे खिलाड़ी ध्रुव जुरेल ने भी 46 रनों की अच्छी पारी खेली। निचले क्रम में रविचंद्रन अश्विन (37) जसप्रीत बुमराह (26) ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। इंग्लैंड की तरफ से मार्क वुड ने 4, रेहान अहमद ने 2, जेम्स एंडरसन, टॉम हार्टले और जो रूट ने 1-1 विकेट लिया।
राजकोट। इंग्लैंड के खिलाफ टीम इंडिया के गेंदबाजों ने कमाल का प्रदर्शन किया। उन्होंने किसी भी इंग्लिश बल्लेबाज को खेल के तीसरे दिन जमने का एक भी मौक नहीं दिया। मोहम्मद सिराज की शानदार गेंदबाजी के सामने इंग्लैंड की बल्लेबाजी 319 रन पर ढेर हो गयी और इस तरह भारत को 126 रन की बढ़त मिली है।
भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही टेस्ट सीरीज के तीसरे मुकाबले के बीच टीम इंडिया को तब सबसे बड़ा झटका लगा जब भारत के स्टार स्पिन गेंदबाज आर अश्विन निजी कारणों की वजह से इस मुकाबले से बाहर हो गए। टेस्ट मैच के दूसरे दिन के खेल के बाद भारतीय टीम बैकफुट पर थी, इंग्लैंड ने सिर्फ दो विकेट खोकर 207 रन बना लिए थे। टीम इंडिया तीसरे दिन का खेल शुरू होने से पहले काफी कमजोर नजर आ रही थी। इंग्लैंड एक बड़े स्कोर की ओर बढ़ रही थी और टीम इंडिया के पास अश्विन भी नहीं थे। हर किसी को यही लग रहा था कि इंग्लैंड बड़ा आसानी से लीड हासिल कर लेगी।
राजकोट टेस्ट के तीसरे दिन का खेल शुरू होते ही टीम इंडिया के गेंदबाजों ने एक बार भी अश्विन की कमी को खलने नहीं दिया। सबसे पहले जसप्रीत बुमराह ने 224 के स्कोर पर खतरनाम बल्लेबाज जो रूट को आउट किया। इसके बाद कुलदीप यादव ने कमाल करते हुए जॉनी बेयरस्टो को 0 के स्कोर पर पवेलियन चलता कर दिया। इसके बाद उन्होंने शतक लगा चुके बेन डकेट को भी जल्दी ही आउट कर दिया।
भारतीय गेंदबाजों का दबदबा
इंग्लैंड की पारी यहां से बिखरना शुरू हो गई। टीम इंडिया के गेंदबाजों ने पूरी तरह से इसका फायदा उठाया और खेल के तीसरे दिन इंग्लैंड की टीम को सिर्फ 112 रन बनाने दिए। इंग्लैंड की टीम 224 के स्कोर पर सिर्फ दो विकेट पर थी, लेकिन मैच 319 के स्कोर वह ऑलआउट हो गए। इससे साफ दिखा कि टीम इंडिया ने खेल के तीसरे दिन किस लेवल की गेंदबाजी की है। तीसरे दिन मोहम्मद सिराज ने तीन विकेट, कुलदीप यादव और रवींद्र जडेजा ने दो विकेट और जसप्रीत बुमराह ने एक विकेट झटका। टीम इंडिया के पास इस मुकाबले में अब 126 रनों की लीड है। जिसे कप्तान रोहित शर्मा और उनके बल्लेबाज और भी बढ़ाना चाहेंगे, ताकि इंग्लैंड को एक बड़ा टारगेट दिया जा सके।
विशाखापत्तनम । इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में 106 रनों की जीत हासिल करने के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने गेंदबाजों के प्रदर्शन की सराहना की।
चौथे दिन के खेल में डॉ. वाई.एस. राजशेखर रेड्डी एसीए-वीडीसीए क्रिकेट स्टेडियम में सोमवार को ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन और तेज गेंदबाज जसप्रित बुमराह ने तीन-तीन विकेट लिए और 399 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लिश टीम को 292 रन पर ऑल आउट कर दिया।
बुमराह, जिन्होंने पहली पारी में 45 रन देकर 6 विकेट लिए और भारत को पहली पारी में 143 रनों की महत्वपूर्ण बढ़त दिलाई, ने दूसरी पारी में 46 रन देकर तीन विकेट लिए। उन्होंने विशाखापत्तनम टेस्ट में 91 रन देकर 9 विकेट लिए, जो इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू धरती पर किसी भारतीय तेज गेंदबाज का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी है।
वहीं, अश्विन ने अच्छी गेंदबाजी करते हुए 72 रन देकर 3 विकेट लिए और अब वह 500 टेस्ट विकेट तक पहुंचने से सिर्फ एक विकेट दूर हैं। अक्षर पटेल, कुलदीप यादव और मुकेश कुमार ने एक-एक विकेट लेकर भारत को हैदराबाद में 28 रन की हार से उबरते हुए विशाखापत्तनम में जोरदार जीत दिलाई।
मैच खत्म होने के बाद रोहित ने कहा, “बुमराह हमारे लिए एक चैंपियन खिलाड़ी है, उसने कुछ समय के लिए काम किया है। जब आप इस तरह का मैच जीतते हैं तो आपको समग्र प्रदर्शन को देखना होता है। हम जानते हैं कि इन परिस्थितियों में टेस्ट मैच जीतना आसान नहीं होगा, गेंदबाजों ने बेहतर किया।”
बल्ले से, युवा सलामी बल्लेबाज यशस्वी जयसवाल ने पहली पारी में शानदार 209 रन बनाए और रोहित ने उनके प्रयासों की सराहना की। रोहित ने आगे कहा, “यशस्वी बहुत अच्छे खिलाड़ी लगते हैं, अपने खेल को समझते हैं। निःसंदेह, उन्हें अभी बहुत लंबा रास्ता तय करना है। यह असाधारण पारी थी. उनके पास टीम को देने के लिए बहुत कुछ है, मुझे उम्मीद है कि वह विनम्र बने रहेंगे। विकेट बल्लेबाजी के लिए अच्छा था, बहुत से बल्लेबाजों ने अच्छी शुरुआत की लेकिन रन नहीं बना सके। वे युवा हैं, इस प्रारूप में नए हैं, इसमें कुछ समय लगेगा।”
विशाखापत्तनम में श्रृंखला बराबर करने वाली जोरदार जीत का मतलब है कि भारत हैदराबाद में 28 रन की हार से उबरने में कामयाब रहा। सीरीज का अगला मैच 15 फरवरी को राजकोट के एससीए स्टेडियम में होगा, जिससे दोनों टीमों को दस दिन का ब्रेक मिलेगा।
रोहित ने कहा, “यह जीत हमें काफी आत्मविश्वास देती है। ऐसी युवा टीम का मुकाबला करने पर मुझे बहुत गर्व है। हम चाहते हैं कि इन लोगों को बीच में समय मिले। यह एक अच्छी चुनौती है, इंग्लैंड अच्छा क्रिकेट खेल रहा है। आसान सीरीज नहीं होगी, अभी तीन और मैच बाकी हैं, हमें यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि हम ज्यादातर चीजें सही करें।”
प्लेयर ऑफ द मैच चुने गए बुमराह ने मैच में जादुई गेंदें डालीं – जैसे खतरनाक यॉर्कर से ओली पोप के मिडिल और लेग स्टंप को गिराना।
बुमराह ने कहा, “मैं संख्याओं को नहीं देखता। यदि आप संख्याओं के बारे में सोचते हैं तो बहुत दबाव होता है। मुझे बहुत खुशी है कि हम जीते और इसमें योगदान दिया। एक युवा खिलाड़ी के रूप में वह पहली गेंद थी जिसे मैंने टेनिस-बॉल क्रिकेट में सीखा था (जिस गेंद से पोप आउट हुए)। मुझे लगता था कि विकेट लेने का यही एकमात्र तरीका है।”
बुमराह ने यह भी कहा कि टीम बदलाव के दौर में है और अन्य गेंदबाजों को काम में मार्गदर्शन देना उनकी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा, “ हम एक बदलाव के दौर से गुजर रहे हैं इसलिए उनका मार्गदर्शन करना मेरी जिम्मेदारी है। क्रिकेटर होने से पहले मैं तेज़ गेंदबाज़ी का प्रशंसक हूं। यह वह सब है जिसे मैंने कभी देखने और करने में आनंद लिया है। इसलिए मुझे हमेशा तेज गेंदबाजों को देखने में मजा आता है, यहां तक कि दूसरी टीम में भी। मैं स्थिति को देखता हूं, मैं विकेट को देखता हूं और फिर वहां से समस्या का समाधान ढूंढता हूं। मैं अलग-अलग चीजों और विभिन्न विकल्पों पर गौर करता हूं।”
इस बीच, जयसवाल ने कहा कि उन्होंने मैच में खेलने और इसमें होने वाली अद्भुत लड़ाइयों का आनंद लिया। उन्होंने कहा, “सबसे अच्छे क्षणों में से एक जब आप अपने देश के लिए जीतते हैं। हम अपनी प्रक्रिया पर ध्यान केंद्रित कर रहे थे कि हम क्या कर सकते हैं। हमने अपनी फील्डिंग पर ध्यान दिया, चौथे दिन की पिच में दरारें थीं, सीम (मूवमेंट) थी। चौथी पारी खेलना कठिन है। मानसिकता अलग है। मैं अपने शॉट्स खेलने की कोशिश करता हूं और इरादे अच्छे रखता हूं। जिस तरह से बुमराह ने गेंदबाजी की, वह देखना अविश्वसनीय था। उन्होंने पहली पारी में भी काफी अच्छी गेंदबाजी की, एक अद्भुत टीम का हिस्सा बनकर गौरवान्वित हूं।”
विशाखापत्तनम टेस्ट: पहले दिन यशस्वी ने लगाया बड़ा नाबाद शतक, भारत ने 6 विकेट पर बनाए 336 रन
विशाखापत्तनम। सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल के बेहतरीन शतक की बदौलत भारत ने यहां इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच के पहले दिन 6 विकेट पर 336 रन बना लिये हैं। यशस्वी 177 और रविचंद्रन अश्विन 5 रन बनाकर नाबाद हैं।
इस मैच में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। भारतीय टीम को रोहित और यशस्वी ने सधी शुरुआत दिलाई और पहले विकेट के लिए 40 रन जोड़े। रोहित का खराब फार्म इस मैच में भी रहा और वे केवल 14 रन बनाकर अपना पहला टेस्ट खेल रहे शोएब बसीर का शिकार बने। शोएब ने रोहित को लेग स्लिप में ओली पोप के हाथों कैच आउट कराया। इसके बाद यशस्वी और शुभमन गिल ने पारी को आगे बढ़ाया। दूसरे विकेट के लिए 49 रनों की साझेदारी की। हालांकि जब लग रहा था कि गिल ने लय हासिल कर ली है, तभी जेम्स एंडरसन ने उन्हें विकेटकीपर फोक्स के हाथों कैच कराकर पवेलियन भेज दिया। गिल ने 46 गेंदों पर 5 चौकों की बदौलत 34 रन बनाए।
यहां से यशस्वी ने श्रेयस अय्यर के साथ तीसरे विकेट के लिए 90 रन जोड़े। जब लग रहा था कि ये जोड़ी बड़ी साझेदारी करेगी, तभी अय्यर 179 के कुल स्कोर पर 27 रन बनाकर टॉम हार्टले का शिकार बने। अय्यर के बाद बल्लेबाजी करने उतरे अपना पदार्पण टेस्ट खेल रहे रजत पाटीदार ने यशस्वी का अच्छा साथ दिया और चौथे विकेट के लिए 70 रन जोड़े। 249 के कुल स्कोर पर पाटीदार 32 रन बनाकर रेहान अहमद की गेंद पर बोल्ड हुए।
इसके बाद यशस्वी और अक्षर पटेल ने पारी को आगे बढ़ाया। इस दौरान यशस्वी ने अपने डेढ़ सौ रन पूरे किए। 301 के कुल स्कोर पर शोएब बशीर ने अक्षर पटेल को आउट कर भारत को बड़ा झटका दिया। अक्षर ने 27 रन बनाए। इसके बाद 330 के कुल स्कोर पर केएस भरत 17 रन बनाकर रेहान अहमद का शिकार बने। दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने 6 विकेट पर 336 रन बना लिये हैं। यशस्वी 177 और रविचंद्रन अश्विन 5 रन बनाकर नाबाद हैं।
इंग्लैंड की तरफ से शोएब बसीर और रेहान अहमद ने दो-दो, टॉम हार्टले और जेम्स एंडरसन ने 1-1 विकेट लिया।
उल्लेखनीय है कि इस मैच में भारत की तरफ से रजत पाटीदार ने पदार्पण किया जबकि मोहम्मद सिराज को आराम दिया गया। सिराज की जगह मुकेश कुमार को और रवींद्र जडेजा की जगह कुलदीप यादव को मौका दिया गया। जडेजा और केएल राहुल चोट के कारण इस मैच का हिस्सा नहीं हैं। इग्लैंड की तरफ से शोएब बसीर ने पदार्पण किया और मार्क वुड की जगह अनुभवी जेम्स एंडरसन को मौका मिला।
भारत – इंग्लैंड टेस्ट मैच सीरीज 25 से , अक्षर और कुलदीप के चयन को लेकर रोहित ने कहा-यह तय करना थोड़ा सिरदर्द था
हैदराबाद,। इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच के लिए भारतीय प्लेइंग इलेवन में अक्षर पटेल और कुलदीप यादव के चयन को लेकर कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि अंतिम एकादश में इन दोनों में से कौन होगा, यह तय करना थोड़ा सिरदर्द था।
रोहित ने बुधवार को मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “यह तय करना थोड़ा सिरदर्द था कि दोनों में से कौन होगा।हमारे लिए यह तय करना एक चुनौती थी। कुलदीप आपको अपनी गेंदबाजी से एक निश्चित एक्स फैक्टर देते हैं, खासकर अगर विकेट उछाल दे रहा हो, अगर ऐसा नहीं है वह फिर भी एक फैक्टर बन जाते हैं क्योंकि उनके पास शानदार विविधताएं हैं और वह अब बहुत परिपक्व गेंदबाज हैं।”
रोहित ने आगे कहा, “उसने स्पष्ट रूप से रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा के कारण भारत में बहुत अधिक टेस्ट क्रिकेट नहीं खेला है। लेकिन ऐसा ही होता है। हमारे मध्य क्रम की तरह, सभी को वास्तव में देर से मौका मिला। लेकिन यह इसकी वास्तविकता है। आप इससे छिप नहीं सकते। लेकिन कुलदीप एक गेंदबाज हैं, वह कुछ साल पहले जो थे, उससे अब वह काफी बेहतर हो गए हैं और बिना किसी संदेह के वह बहुत अच्छे गेंदबाज और आकर्षक विकल्प हैं।”
अक्षर को लेकर रोहित ने कहा, “अक्षर ने अपनी हरफनमौला क्षमता से हमें बल्लेबाजी में गहराई दी है और टेस्ट क्रिकेट में इन परिस्थितियों में खेलते हुए उन्होंने जो निरंतरता दिखाई है, वह भी हमारे लिए एक महत्वपूर्ण कारक है। यह तय करना हमारे लिए थोड़ा सिरदर्द था कि इन दोनों में से कौन होगा, लेकिन यह निर्णय लेना हमारे लिए एक चुनौती थी। हम जानते हैं कि हमारे पास एक गुणवत्तापूर्ण स्पिन-गेंदबाजी विभाग है। जो एक अच्छा संकेत है। जब आपकी टीम में गुणवत्ता हो और अंतिम एकादश बनाने में सिरदर्द हो, तो यह एक अच्छा संकेत है।”
इंग्लैंड इस हद तक निश्चिंत है कि वे तीन फ्रंटलाइन स्पिनरों और केवल एक तेज गेंदबाज के साथ उतरेंगे। कुलदीप एक संभावना बने हुए हैं, खासकर ऐसे प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ जो आक्रमण करने से नहीं हिचकिचाएगा। वनडे और टी20 में सफलता ने उन्हें सिखाया है कि सामने आने वाले बल्लेबाजों से कैसे निपटना है। बात सिर्फ इतनी थी कि उनके टेस्ट खेल में थोड़ा नियंत्रण की कमी थी और तब से उन्होंने इस पर काम किया है, लेकिन अक्षर में गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों की क्षमता है, और भारत को विराट कोहली की कमी खल रही है, वे संभवत: यथासंभव अधिक से अधिक हरफनमौला विकल्पों के साथ एकादश को मजबूत करना चाहेंगे।
जोहान्सबर्ग। टी20 श्रृंखला के तीसरे और आखिरी मुकाबले में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 106 रनों से हराया दिया है। इस तरह ती मैचों की यह श्रृंखला 1-1 से बराबरी पर रही। सीरीज का पहला मैच जहां बारिश की वजह से रद्द हो गया था, वहीं दूसरे मैच में मेजबान दक्षिण अफ्रीका ने 5 विकेट से जीत दर्ज की थी।
भारत की ओर से मिले 202 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी दक्षिण अफ्रीकी टीम शुरू से ही विशाल टारगेट के दबाव में नजर आई। तेज गति से रन बनाने के चक्कर में मेजबान टीम थोड़े-थोड़े अंतराल पर विकेट खोती रही और आखिर में 14वें ओवर में पूरी टीम 95 रन पर सिमट गई। दक्षिण अफ्रीका के लिए डेविड मिलर ने 35 रन, कप्तान एडन मारक्रम ने 25 रन और डेविड फेरिरा ने 12 रन की पारी खेली। इन तीनों के अलावा कोई भी बल्लेबाजी दहाई का आंकड़ा पार नहीं सक सका। वहीं भारत के लिए कुलदीप यादव और रविंद्र जडेजा की स्पिनर जोड़ी ने सात विकेट चटकाए। कुलदीप को पांच और जडेजा को दो सफलता मिली। वहीं मुकेश कुमार और अर्शदीप सिंह ने एक-एक विकेट झटके।
इससे पहले, टीम इंडिया तेज शुरुआत की और दो ओवर में 29 रन बनाए। हालांकि तीसरे ओवर में केशव महाराज ने पहले गिल (8 रन) और अगली गेंद पर तिलक वर्मा को शून्य पर पवेलियन भेज दिया। तीसरे विकेट लिए यशस्वी जायसवाल और कप्तान सूर्यकुमार यादव के बीच 112 रन की बेहतरीन साझेदारी हुई। यह साझेदारी यशस्वी (60 रन) के आउट होने पर टूटी। फिर सूर्या ने रिंकू सिंह के साथ 47 रन जोड़कर टीम मजबूत स्थिति में पहुंचाया। लेकिन एक बार फिर भारतीय टीम आखिरी के ओवर में रन जोड़ने में नाकाम रही। आखिरी दो ओवर में टीम ने 13 रन जोड़े और चार विकेट गवाएं। हालांक इस बीच सूर्यकुमार यादव ने शतक जड़ा। उन्होंने 56 गेंदों में 7 चौके और 8 छक्के की मदद से 100 रन की पारी खेली। दक्षिण अफ्रीका के लिए केशव महाराज और लिजार्ड विलियम्स को दो-दो सफलता मिली, जबकि नांद्रे बर्गर और तबरेज शम्सी ने एक-एक विकेट चटकाए।
नई दिल्ली । नीदरलैंड के मध्यक्रम के बल्लेबाज तेजा निदामानुरु ने रविवार को बेंगलुरु में भारत के खिलाफ विश्व कप के आखिरी लीग मैच में 39 गेंदों में 54 रन की पारी खेली, इस दौरान उन्होंने छह छक्के लगाए। इस दौरान उन्होंने भारत के बेहतरीन स्पिनर कुलदीप यादव की गेंद पर एक्स्ट्रा कवर के ऊपर से इनसाइड-आउट शॉट लगाकर एक छक्का लगाया, जो देखने में और तकनिकी रूप से बेहतरीन शॉट था।
यह उस तरह का शॉट है जिसे नीदरलैंड के बल्लेबाजों ने अपने विश्व कप अभियान से पहले बेंगलुरु में कई शिविरों में अभ्यास करने की कोशिश की थी।
हो सकता है कि निदामानुरू के पास अभी तक शॉट का रीप्ले देखने का समय न हो, लेकिन यह निश्चित रूप से किसी भी हाइलाइट रील की तरह था,और विजयवाड़ा की एक छोटी यात्रा के दौरान वह इसे कई बार प्यार से देख सकते हैं, जहां उनका परिवार है रहता है।
मैच के बाद ईएसपीनक्रिकइंफो से बातचीत में निदामानुरु ने कहा, “हम मेहनती होने की कोशिश करते हैं और विश्लेषण के संदर्भ में अपने पैकेजों पर नजर रखते हैं। कुलदीप विश्व स्तरीय है और उसने कई विकेट लिए हैं। मैं मैदान में जाते समय बस में भी उनकी गेंदबाजी का अध्ययन करने की कोशिश कर रहा था।”
उन्होंने कहा, ” इनसाइड-आउट शॉट लगाना थोड़ा कठिन था, क्योंकि कुलदीप को टर्न के विपरीत और लॉन्ग-ऑफ क्षेत्ररक्षक को छकाने के लिए पर्याप्त ऊंचाई के साथ हिट करना मुश्किल था। मैंने उनकी कलाई के वीडियो देखें, और अच्छे इरादे और सकारात्मकता के साथ, मैंने यह शॉट लगाया।”
बता दें कि रविवार को भारत द्वारा दिये गए 411 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए नीदरलैंड्स की टीम ने कभी भी भारत को चुनौती नहीं दी, निदामानुरु को छोड़कर कोई भी अर्धशतक तक पहुंचने में कामयाब नहीं हुआ और अंततः वे 47.5 ओवर में 250 रन पर ऑल आउट हो गए।
नीदरलैंड को विश्व क्रिकेट लीग 2 के हिस्से के रूप में फरवरी में नेपाल के खिलाफ एकदिवसीय मैचों का एक सेट खेलना है। अगले साल होने वाले टी-20 विश्व कप को ध्यान में रखते हुए वे जल्द ही अपना ध्यान टी20 क्रिकेट पर भी केंद्रित करेंगे, जिसकी शुरुआत एसए20 टीमों के खिलाफ कुछ अभ्यास मुकाबलों से होगी।
निदामानुरु ने कहा, “नेपाल में खेल हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। मुझे लगता है कि हमें पिछले सात हफ्तों में इस टूर्नामेंट से जो कुछ मिला है, उसे अपने सीखने के पैकेज को बनाए रखना होगा और जब तक हम आगे की ओर देखते रहेंगे, तब भी इसे बनाए रखना होगा।”