गुवाहाटी। मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं द्वारा राम मंदिर निर्माण के निमंत्रण को अस्वीकार करने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए आज कहा कि पार्टी शुरू से ही राम मंदिर के खिलाफ अपने विचारों के कारण निमंत्रण के लायक नहीं है।
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया के जरिए कांग्रेस नेता जयराम रमेश के एक बयान को उद्धृत करते हुए आज कांग्रेस पार्टी की आलोचना करते हुए, कांग्रेस को हिंदू विरोधी बताते हुए कहा कि ‘इस निमंत्रण को स्वीकार करके, वे प्रतीकात्मक रूप से हिंदू समाज से माफी मांग सकते थे।’ उन्होंने कहा कि ‘जैसा पंडित नेहरू ने सोमनाथ मंदिर के साथ किया था, कांग्रेस के वर्तमान नेतृत्व ने भी वैसा ही राम मंदिर के साथ किया है। इतिहास उन्हें हिंदू विरोधी पार्टी के रूप में देखता रहेगा।’