नयी दिल्ली। हालाँकि पहले टेस्ट मैच में भारत ने ऑस्ट्रेलिया पर शिकंजा कस दिया है लेकिन शेष सीरीज के बारे में भारत के लिए खबर अच्छी नहीं है। तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज के आखिरी 2 मैचों से भी बाहर हो गए हैं। बीसीसीआई ने वनडे वर्ल्ड कप को ध्यान में रखते हुए बुमराह को थोड़ा और आराम देने का फैसला किया है। पीठ में चोट के कारण बुमराह पिछले 5 महीनों से इंटरनेशनल क्रिकेट नहीं खेल सके हैं।
स्पिनर्स के कारण ज्यादा आराम मिला
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में स्पिनर्स के ज्यादा कारगर साबित होने की उम्मीद है। ऐसे में टीम इंडिया को तेज गेंदबाज बुमराह की उतनी ज्यादा कमी महसूस होते नजर नहीं आ रही है। उनकी गैरमौजूदगी में मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज तेज गेंदबाजी की कमान संभाले हुए हैं।
टीम में इन 2 के अलावा उमेश यादव और जयदेव यादव के पेस बॉलिंग ऑप्शन भी मौजूद हैं। ऐसे में बीसीसीआई बुमराह को आराम देकर उन्हें आगे आने वाले मैचों के लिए पूरी तरह तैयार करने की स्ट्रैटजी अपना रहा है।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट खेलने वाले थे बुमराह
बीसीसीआई ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4 टेस्ट की सीरीज के लिए जसप्रीत बुमराह को भी टीम इंडिया के स्क्वॉड में शामिल किया था। लेकिन, सीरीज से पहले बेंगलुरु स्थित नेशनल क्रिकेट एकेडमी ने उनके पूरी तरह फिट नहीं होने की रिपोर्ट दी। जिसके बाद बुमराह का नाम सीरीज से वापस ले लिया गया।
बीसीसीआई ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरुआती 2 टेस्ट के लिए ही टीम जारी की थी। माना जा रहा था कि बुमराह सीरीज के आखिरी 2 टेस्ट में वापसी करेंगे। लेकिन, अब बुमराह पूरी सीरीज से बाहर हो गए।
वनडे सीरीज में करेंगे वापसी
जसप्रीत बुमराह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज से वापसी कर सकते हैं। भारत को टेस्ट सीरीज के बाद 17 मार्च से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 3 वनडे भी खेलने हैं। वनडे सीरीज के बाद 2 महीनों का आईपीएल भी होगा। बुमराह लीग में मुंबई इंडियंस टीम का हिस्सा हैं। अगर वे वनडे के लिए फिट हुए तो आईपीएल भी जरूर ही खेलेंगे।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही आखिरी मैच खेला था
बुमराह पिछले 5 महीनों से इंटरनेशनल क्रिकेट से दूर हैं। उन्होंने पिछले साल 25 सितंबर को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 के रूप में आखिरी इंटरनेशनल मैच खेला था। इसके बाद इंजरी के कारण वे टी-20 वर्ल्ड कप नहीं खेल सके, जिसमें टीम इंडिया सेमीफाइनल हार कर बाहर हो गई थी। बुमराह इंजरी के कारण ही टी-20 एशिया कप का हिस्सा भी नहीं बन सके थे। इस टूर्नामेंट के फाइनल में भी टीम इंडिया नहीं पहुंच सकी थी।
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नागपुर। भारत ने बॉर्डर – गावस्कर सीरीज का आगाज जोरदार तरीके से किया है। मैच के पहले दिन पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया को मात्र 177 रन पर समेटने के बाद स्टंप्स के समय तक एक विकेट खोकर 77 रन बना लिए थे। कप्तान रोहित शर्मा ने बेहतरीन अर्धशतकीय पारी खेलते हुए नाबाद 56 रन बनाए, जबकि अश्विन बिना खाता खोले नाबाद हैं। भारत की तरफ से एकमात्र विकेट केएल राहुल का गिरा जो 20 रन बनाकर टॉड मर्फी का शिकार बने।
मैच में ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत खराब रही और दूसरे ही ओवर में मोहम्मद सिराज ने सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा (01) को बोल्ड कर भारत को पहली सफलता दिलाई। तीसरे ओवर में मोहम्मद शमी ने डेविड वॉर्नर (01) को बोल्ड कर भारत को दूसरी सफलता दिलाई।
इसके बाद लाबुशेन और स्टीव स्मिथ ने तीसरे विकेट के लिए 82 रनों की साझेदारी की। इस साझेदारी को तोड़ा रवीन्द्र जडेजा ने। जडेजा ने पहले मार्नस लाबुशेन को श्रीकर भरत के हाथों स्टम्प कराया और उसके बाद मैट रेनशॉ को एलबीडब्ल्यू कर ऑस्ट्रेलिया को दो लगातार झटके दिये। लाबुशेन ने 49 रन बनाए, जबकि रेनशॉ ने खाता भी नहीं खोला। जडेजा ने इसके बाद 109 के कुल स्कोर पर स्मिथ को बोल्ड कर ऑस्ट्रेलिया को पांचवां झटका दिया। स्मिथ ने 37 रन बनाए। एलेक्स कैरी और पीटर हैंड्सकॉम्ब ने इसके बाद छठे विकेट के लिए 53 रनों की साझेदारी की। अश्विन ने 162 के कुल स्कोर पर कैरी को बोल्ड कर यह साझेदारी तोड़ी। कैरी ने 36 रन बनाए।
अश्विन ने इसके बाद कप्तान पैट कमिंस (06) को बोल्ड कर ऑस्ट्रेलिया को सातवां झटका दिया। जडेजा ने 174 के कुल स्कोर पर टॉड मर्फी (00) को एलबीडब्ल्यू कर मैच में अपना चौथा विकेट लेते हुए ऑस्ट्रेलिया को आठवां झटका दिया। 176 के कुल स्कोर पर जडेजा ने पीटर हैंड्सकॉम्ब (31) को एलबीडब्ल्यू कर मैच में अपने पांच विकेट पूरे किये। 177 के कुल स्कोर पर अश्विन ने स्कॉट बौलैंड (01) को बोल्ड कर ऑस्ट्रेलियाई पारी का अंत किया।
भारत के लिए रवीन्द्र जडेजा ने 5, रविचंद्रन अश्विन ने 3, मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज ने 1-1 विकेट लिया।
मेलबर्न । भारत में अगले महीने होने वाली बॉर्डर-गावस्कर श्रृंखला के लिए ऑस्ट्रेलिया ने अपनी 18 सदस्यीय टीम की घोषणा कर दी है। टीम में 22 वर्षीय टॉड मर्फी नया चेहरा होंगे , जबकि मिचेल स्टार्क और कैमरन ग्रीन श्रृंखला के लिए फिट होंगे या नहीं, इस पर अपडेट का इंतजार है।
ऑफ स्पिनर मर्फी अपने प्रथम श्रेणी करियर की शानदार शुरुआत के बाद नाथन लियोन के लिए संभावित स्पिन पार्टनर के रूप में एश्टन एगर और मिशेल स्वेपसन के साथ जुड़ गए हैं।
ऑस्ट्रेलियाई चयनकर्ताओं के अध्यक्ष जॉर्ज बेली ने कहा कि मर्फी का चयन शेफ़ील्ड शील्ड एक्शन में उनकी मजबूत शुरुआत और ऑस्ट्रेलिया ए और प्रधान मंत्री एकादश के लिए उनके शानदार प्रदर्शन को देखते हुए किया गया है। बेली ने कहा, “टॉड मर्फी ने घरेलू क्रिकेट में और हाल ही में ऑस्ट्रेलिया ए के साथ काफी प्रभावशाली प्रदर्शन किया है। उन प्रदर्शनों के साथ टॉड एक मजबूत स्पिन विकल्प के रूप में उभरे हैं। इस टीम में चयन उन्हें भारत में नाथन लियोन और सहायक कोच डेनियल विटोरी के साथ समय बिताने का एक और अवसर प्रदान करता है। जो उनके विकास के लिए अमूल्य होगा।”
तेज गेंदबाज लांस मॉरिस, जो घरेलू श्रृंखला में ऑस्ट्रेलिया की रेड-बॉल टीम का हिस्सा थे, ने अपना स्थान बरकरार रखा और उनके पास नागपुर में पहले टेस्ट में मिचेल स्टार्क के चोटिल होने के कारण पदार्पण करने का मौका है।
भारत का ऑस्ट्रेलिया दौरा 9 फरवरी को नागपुर में शुरू होगा। दौरे पर कुल 7 मैच होंगे, जिनमें 4 टेस्ट और 3 वनडे मैच शामिल हैं। दौरे की शुरुआत चार मैचों की टेस्ट सीरीज के साथ होगी, जिसका पहला मैच 9 फरवरी से नागपुर के वीसीए स्टेडियम में शुरू होगा। इसके बाद दूसरा टेस्ट दिल्ली (अरुण जेटली स्टेडियम), तीसरा टेस्य धर्मशाला (एचपीसीए स्टेडियम) और चौथा टेस्ट अहमदाबाद (नरेंद्र मोदी स्टेडियम) में खेला जाएगा।
घरेलू श्रृंखला तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला के साथ समाप्त होगी। मुंबई 17 मार्च को श्रृंखला के पहले मैच की मेजबानी करेगा, जबकि दूसरा और तीसरा क्रमशः विजाग और चेन्नई में 19 और 22 मार्च को होगा।
भारत दौरे के लिए ऑस्ट्रेलिया की टेस्ट टीम: पैट कमिंस (कप्तान), एश्टन एगर, स्कॉट बोलैंड, एलेक्स केरी, कैमरून ग्रीन, पीटर हैंड्सकॉम्ब, जोश हेजलवुड, ट्रैविस हेड, उस्मान ख्वाजा, मार्नस लाबुसेन, नाथन लियोन, लांस मॉरिस, टोड मर्फी , मैथ्यू रेनशॉ, स्टीव स्मिथ (उपकप्तान), मिशेल स्टार्क, मिशेल स्वेपसन और डेविड वार्नर।
मोहाली । भारत के हरफनमौला खिलाड़ी हार्दिक पांड्या ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार विकेट की करारी हार के बाद कहा है कि टीम को अपने खिलाड़ियों पर भरोसा जताना होगा।
उल्लेखनीय है कि भारत को अगले महीने होने वाले टी20 विश्व कप 2022 में 23 अक्टूबर को अपना अभियान शुरू करना है, लेकिन पिछले कुछ मैचों के नतीजे टीम के लिये चिंताजनक रहे हैं। भारत ने जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति में अपने पिछले चार में से तीन मैच डेथ ओवरों में खराब गेंदबाजी के कारण हारे हैं। मोहाली में खेले गये टी20 मैच में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 208 रन बनाये थे, लेकिन गेंदबाज इस बड़े स्कोर की रक्षा नहीं कर सके।
पांड्या ने कहा,हम सभी जानते हैं कि जसप्रीत बुमराह टीम में क्या लाते हैं और वह हमारे लिए कितने महत्वपूर्ण हैं। हमारे लिये चिंतायें उभरेंगी, लेकिन हमें अपने खिलाड़ियों पर भरोसा करना होगा। ये देश में सबसे अच्छे 15 लोग हैं, इसलिए वे टीम में हैं। जसप्रीत के वहां होने से बहुत फर्क पड़ता है, लेकिन वह एक चोट के बाद वापस आ रहा है। यह महत्वपूर्ण है कि उसे लौटने के लिए पर्याप्त समय मिले और वह खुद पर ज्यादा दबाव न डाले।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मिली हार का रंग एशिया कप में श्रीलंका और पाकिस्तान के हाथों मिली शिकस्त से मिलता है। कंगारुओं को अंतिम चार ओवर में 55 रन चाहिये थे, लेकिन अपनी विविधता के लिये मशहूर हर्षल पटेल की वापसी के बावजूद भारत डेथ ओवरों में रनगति पर लगाम नहीं लगा सका और चार गेंदें रहते हुए हार गया। पांड्या ने कहा, हम एक टीम के रूप में बेहतर होना चाहते हैं। हारना आपको बहुत कुछ सिखाता है। हम एक प्रक्रिया पर चलने वाली टीम हैं और जब तक विश्व कप आएगा, हम अपनी प्रक्रियाओं को बेहतर बनाएंगे और देखेंगे कि हम कहां सुधार कर सकते हैं। मैं खिलाड़ियों के बारे में बहुत आश्वस्त हूं। एकाध मैचों के नतीजे ज्यादा कुछ नहीं बदलते हैं। पांड्या ने अंतिम ओवरों की गेंदबाजी पर कहा, हम किसी एक पर इलजाम नहीं रख सकते। यह एक खेल है। यह द्विपक्षीय सीरीज है, हमें दो और मैच मिलेंगे और हम बेहतर खेलने की कोशिश करेंगे। पांड्या का फॉर्म में लौटना हालांकि भारत के लिए काफी सकारात्मक था।
पहले टी20 में 30 गेंदों पर नाबाद 71 रन बनाने वाले पांड्या ने अपनी बल्लेबाजी को लेकर कहा,मैं नंबर पांच पर अपनी भूमिका देखता हूं। मुझे पांच पर बल्लेबाजी करने के लिए कहा गया है। इसमें कोई रॉकेट साइंस नहीं है। मुझे जहां भी और जब भी बल्लेबाजी करने का मौका मिलता है, मैं इसका आनंद लेता हूं। बल्लेबाजी मेरे दिल के बहुत करीब है, इसलिए मुझे जितनी गेंदें मिलें, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। अगर मुझे 10 गेंदें बल्लेबाजी करने को मिलती हैं, तो वह भी ठीक है। उन्होंने कहा, मुझे पता है कि मेरे पास हाल ही में बहुत अच्छे दिन रहे हैं, लेकिन मेरे अच्छे दिनों में भी मेरा ध्यान इस बात पर है कि मैं कैसे बेहतर हो सकता हूं। आज मेरा खेल अच्छा था लेकिन यह मैच खत्म हो गया है। मुझे अगले मैच के लिए तैयार रहना होगा और सुनिश्चित करना होगा कि मैं कुछ नया करने के लिए तैयार हूं।