अहमदाबाद। नवरात्र समीप आने के साथ गुजरात में गरबा आयोजनों की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। अहमदाबाद पुलिस आयुक्त ने इस संबंध में आयोजकों के लिए गाइडलाइन जारी किया है। आयोजकों को गरबा खेलैयों के लिए अनिवार्य रूप से पॉलिसी लेना होगा। आयोजन स्थल पर सीसीटीवी कैमरा और पार्किंग व्यवस्था भी जरूरी होगी।
अहमदाबाद के 50 से अधिक पार्टी प्लॉट और क्लबों में गरबा आयोजन की तैयारी अंतिम दौर में है। प्रशासन ने आयोजकों के लिए 12 बिंदुओं वाली गाइडलाइन जारी की है। इसमें पुलिस की अनुमति प्राप्त करने के लिए आयोजकों को फायर सेफ्टी, गवर्मेंट ऑथोराइज्ड इलेक्ट्रिशियन का प्रमाणपत्र, आर्टिस्ट का सहमति पत्र, महिला व पुरुष सिक्योरिटी गार्ड की संख्या का विवरण आदि अनिवार्य रूप से देना होगा। आयोजन स्थल पर ट्रैफिक जाम नहीं हो, इसके लिए 100 मीटर दूर पार्किंग की व्यवस्था रखनी होगी। आयोजकों को इंट्री और एक्जिट प्वॉइंट पर सीसीटीवी कैमरा इस तरह लगाने को कहा गया है, जिससे आवाजाही करने वाले सभी का चेहरा साफ-साफ देखा जा सके। पार्किंग पर भी सीसीटीवी कैमरा पूरा क्षेत्र कवर करता हुआ लगाने को कहा गया है। कोर्ट के आदेश को ध्यान में रखते हुए रात 12 बजे के बाद लाउडस्पीकर बजाने पर प्रतिबंध रहेगा। पार्किंग में वलेंटियर रखने को कहा गया है।
स्वास्थ्य को लेकर वडोदरा में खास उपाय
पिछले काफी समय से युवाओं में हार्ट अटैक जैसी स्वास्थ्य समस्या को लेकर प्रशासन की ओर से सभी आयोजन स्थलों पर खास व्यवस्था करने की सलाह दी गई है। राजकोट और वडोदरा में आयोजकों ने इसकी व्यवस्था शुरू कर दी है। वडोदरा में नवरात्र के दौरान डॉक्टरों की टीम खास ध्यान रखेगी।
वडोदरा के विधायक योगेश पटेल ने बताया कि गरबा आयोजकों की ओर से डॉक्टर, नर्स और अन्य स्टाफ की टीम को ग्राउंड में तैनात किया जाएगा। इसके अलावा गरबा ग्राउंड के बाहर एम्बुलेंस की व्यवस्था की जाएगी। वडोदरा के वीएनएफ आयोजक मयंक पटेल ने बताया कि नवलखी मैदान में वडोदरा नवरात्र फेस्टिवल में एक साथ 45 हजार खेलैया गरबा करेंगे। आयोजन के दौरान स्वास्थ्य संबंधी सावधानी बरतते हुए हॉस्पिटल के साथ मिलकर व्यवस्था की गई है। इसके तहत 2 डॉक्टर और 5 नर्स के साथ क्लिनिक बनाया जाएगा। दो एम्बुलेंस भी स्थल पर मौजूद रहेगा। राजकोट में भी हार्ट अटैक के अधिक मामलों के कारण नवरात्र के 9 दिन के दौरान सिविल अस्पताल में हार्ट अटैक मरीजों के आने की आशंका को लेकर खास वार्ड बनाया गया है। वार्ड में रात्रि के दौरान डॉक्टर टीम के साथ मौजूद रहेंगे। वार्ड में दवा, इंजेक्शन समेत इलाज की सारी व्यवस्था की गई है।