कानपुर। गोविन्द नगर में वसूली के चक्कर में दो सिपाहियों ने सहयोगियों के साथ एसटीएफ बनकर दुकानदार को कार में बैठाकर अगवा कर लिया। सिपाहियों ने मादक पदार्थ बेचने का आरोप लगाकर 50 हजार की वसूली भी मांगी। मामला पुलिस तक पहुंचने पर दुकानदार को रास्ते में छोड़कर भाग निकले। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के जरिये कार को ट्रैस किया और चालक को हिरासत में लिया तो पूरा मामला सामने आ गया। इसके बाद पुलिस ने दोनों सिपाहियों को भी हिरासत में ले लिया।
एडीसीपी दक्षिण अंकिता शर्मा ने शनिवार को बताया कि दोनों सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया है और आगे बर्खास्तगी की भी कार्रवाई होगी। बताया कि गोविंदनगर के जेपी कालोनी निवासी रघुवीर चंद्र कपूर घर के बाहर ही परचून व पान मसाले की दुकान चलाते हैं। उनके भतीजे पंकज ने बताया कि शुक्रवार की रात करीब नौ बजे चाचा दुकान में थे। इसी दौरान एक कार आकर रुकी, जिसमें चालक समेत चार लोग सवार थे। कार से दो लोग नीचे उतरे और उनमें एक पुलिस की वर्दी में था। कार सवारों ने चाचा पर भांग बेचने का आरोप लगाते हुए उन्हें कार में जबरन बैठा लिया। उसने विरोध किया तो वह लोग खुद को एसटीएफ बताते हुए धक्का देते हुए निकल गए। कुछ देर बाद पूर्व पड़ोसी मोनू बाक्सर का फोन आया और उसने बताया कि तुम्हारे चाचा को स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) उठा ले गई है और उनसे मेरे संपर्क हैं। 50 हजार रुपये की व्यवस्था करो मैं छुड़वा दूंगा। इस पर पुलिस को सूचना दी गई और उनके बताये स्थान बर्रा दो पानी की टंकी के पास पहुंचा गया तो पुलिस को देखकर चाचा को छोड़कर वह लोग भाग निकले।
उन्होंने बताया कि मामले में पुलिस फौरन हरकत में आई। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के जरिये पहले कार को ट्रैस करके चालक को हिरासत में लिया। उसने पूरा वाक्या बता दिया तो आरोपित सिपाही मुकेश श्रीवास्तव और अमित को भी हिरासत में ले लिया गया। मुकेश मौजूदा समय में फीलखाना थाने में तैनात है, जबकि अमित कोतवाली थाने में। दोनों के खिलाफ अपहरण और वसूली समेत अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है। दोनों सिपाहियों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेजा जाएगा। फिलहाल दोनों को निलंबित किया जा चुका है और गोविन्द नगर थाना से रिपोर्ट आने के बाद आगे बर्खास्तगी की भी कार्रवाई की जाएगी। यह भी जानकारी सामने आई है कि मुकेश वर्ष 2020 में सफेद कालोनी निवासी लहसुन आढ़ती मेराज को अगवा करने में जेल जा चुका है।
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