जयपुर। नागौर में पूर्व राज्यसभा सांसद व भाजपा के वरिष्ठ नेता ओम माथुर ने एक बड़ा बयान दिया है। माथुर ने कहा कि उनके करीबियों की टिकट तो खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी नहीं काट सकते हैं। माथुर परबतसर विधानसभा क्षेत्र में जन आक्रोश रैली को संबोधित करने के लिए पहुंचे थे। अपने संबोधन के क्रम में उन्होंने ये बयान दिया। माथुर ने कहा कि वो जिसका टिकट एक बार फाइनल कर देंगे, उसका टिकट स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र भी नहीं काट सकते हैं। वो जहां एक बार खूंटा गाड़ देते हैं उसके बाद उसे कोई भी नहीं हिला सकता है। खुले मंच से इस बयानबाजी के बाद प्रदेश भाजपा में आक्रोश पैदा हो गया है।
माथुर ने कहा कि अब मैं केंद्रीय चुनाव समिति में हूं। कोई गलतफहमी मत पाल लेना। कार्यकर्ताओं को किसी से डरने की जरूरत नहीं। मैं जहां खूंटा गाड़ दूंगा, वहां मोदी भी कुछ नहीं हिला सकते। किसी तरह की गलतफहमी मत पाल लेना। जयपुर वाले कैसी भी लिस्ट भेजें, मैं हर गांव की एक एक नस जानता हूं। राजस्थान के नेताओं के लिए माथुर ने कहा कि यह मेरे लाडले हैं। मुझे नमस्ते करते हैं, मुझे 4 साल से ज्यादा रहना नहीं है। मेरे होर्डिंग ज्यादा लगा दिए। इस गलतफहमी से दूर हो जाओ। कम से कम आप कार्यकर्ता दूर हो जाओ। पार्टी जो भी तय करे। आपको पूरी ताकत के साथ उस व्यक्ति के साथ लगना है।
माथुर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने सचिन पायलट को लॉलीपॉप दिया। उन्होंने चुनाव से पहले काफी मेहनत की। जब कांग्रेस सत्ता में आई, तब कोई और मुख्यमंत्री बन कर बैठ गया। वही अब पार्टी में बगावत करने वाले अशोक गहलोत ही पॉलिटिकल इंस्टीट्यूट खोलने की बात कर रहे हैं। जबकि उनके लिए दिल्ली से पर्यवेक्षक आए। तब उन्होंने 90 एमएलए को होटल भेज दिया। कहा कि यहां आने की जरूरत नहीं वही मौज करो। अब वह लोग राजनीति सिखाएंगे। रैली को संबोधित करते हुए ओम प्रकाश माथुर ने कहा कि जो भी इंसान कमल का फूल लेकर आए आपको उसे जिताना है। पार्टी का चेहरा कोई भी हो सकता है। जो भी चेहरा होगा, बहुत खूबसूरत होगा। चेहरा कौन होगा यह सिर्फ पार्लियामेंट्री बोर्ड ही तय करेगा। किसी ने सोचा था क्या महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस, हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर मुख्यमंत्री बनेंगे। इसलिए कौन मुख्यमंत्री बनेगा। इसकी चिंता छोड़ कांग्रेस सरकार के खिलाफ जोर-शोर से जुट जाएं।
वर्तमान में ओम माथुर केंद्रीय चुनाव समिति के सदस्य हैं और वो लगातार बयानबाजी करते आ रहे हैं। इससे पहले मंगलवार को ही उन्होंने सीएम फेस को लेकर भी बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि उन्हें लगता है कि पार्टी बड़ी है और किसी के मन में कहीं न कहीं आकांक्षा रहती ही है, कहीं ऐसा दृश्य आएगा, लेकिन भाजपा कार्यकर्ता आधारित पार्टी है और पार्टी जो भी निर्णय करेगी हर कार्यकर्ता वही निर्णय मानकर आगे चलेगा।
राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2023 के आखिर में होने हैं, जहां भाजपा में सीएम फेस को लेकर सियासी खींचतान चल रही है। पार्टी नेता आलाकमान का हवाला देते हुए कह रहे हैं कि चुनाव पीएम मोदी के चेहरे पर ही लड़ा जाएगा। राजस्थान के सियासी इतिहास में ओम माथुर को वसुंधरा राजे का धुर विरोधी माना जाता है। वहीं, माथुर ने हाल में दो दिन पहले ही सीएम फेस को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा था कि उसका फैसला केंद्रीय संसदीय बोर्ड करेगा। इससे पहले माथुर ने कहा था कि वह सीएम की रेस में शामिल नहीं है।
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