।दिल्ली । इजराइल-हमास युद्ध को देखते हुए एयर इंडिया ने 30 नवंबर तक तेल अवीव की उड़ानें निलंबित कर दी हैं। टाटा समूह की अगुवाई वाली एयरलाइंस कंपनी ने सात अक्टूबर से इजराइल के तेल अवीव जाने वाली या वहां से आने वालीं उड़ानें संचालित नहीं की हैं।
कंपनी के प्रवक्ता ने रविवार को जारी बयान में कहा कि इजराइल-हमास युद्ध के बीच एयर इंडिया ने भारत से तेल अवीव के लिए अपनी निर्धारित सभी उड़ानें 30 नवंबर तक के लिए निलंबित कर दी हैं। एयरलाइंस ने सात अक्टूबर से इजराइल के तेल अवीव जाने वाली या वहां से आने वालीं उड़ानें संचालित नहीं की हैं।
एयर इंडिया सामान्य तौर पर राजधानी नई दिल्ली से तेल अवीव के लिए हफ्ते में पांच उड़ानें संचालित करती है। एयरलाइन की यें उड़ानें सोमवार, मंगलवार, गुरुवार, शनिवार और रविवार को हैं। गौरतलब है कि एयर इंडिया ने पिछले महीने इजराइल-हमास के बीच वहां से भारतीयों को वापस लाने के लिए सरकार के ‘ऑपरेशन अजय’ के तहत नई दिल्ली से तेल अवीव के बीच कुछ उड़ानें संचालित की थीं।
FLIGHTS CANCELLED
लंदन । लंदन के ल्यूटन एयरपोर्ट पर एक बहुमंजिला कार पार्किंग की सबसे ऊपरी मंजिल पर आग लग गई। इस कारण सभी उड़ानें कैंसिल कर दी गईं। सोशल मीडिया पर प्रत्यक्षदर्शियों ने इसके वीडियो और फोटो साझा किए हैं। इनमें ऊपरी मंजिल पर आग की ऊंची लपटें दिखाई दे रही हैं। पार्किंग का करीब 80 प्रतिशत क्षेत्र आग में घिरा हुआ है। यह जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स में दी गई है।
प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि आग लगने से कारों में विस्फोट हो गया। कुछ ही देर में आसमान में धुआं का गुबार उठने लगा। एयरपोर्ट के अधिकारियों का कहना है कि आग लगने की वजह से कार पार्किंग का काफी ढांचा क्षतिग्रस्त हो गया है। इसलिए सभी उड़ानों को 11 अक्टूबर की दोपहर 12 बजे तक के लिए निलंबित कर दिया गया है।
संकट और बढ़ा : गो फर्स्ट ने 15 मई तक टिकट की बुकिंग रोकी, यात्रियों को पैसा लौटाने का डीजीसीए ने दिया निर्देश
नई दिल्ली । गो फर्स्ट एयरलाइंस ने 15 मई तक के लिए सभी उड़ानों की टिकट बुकिंग रोक दी है। इसके साथ ही कंपनी ने 9 मई तक के लिए अपनी सभी उड़ानें भी कैंसिल कर दी है। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एयरलाइन को कैंसिल फ्लाइट्स का पैसा यात्रियों को लौटने का निर्देश दिया है।
डीजीसीए की ओर से गुरुवार को जारी एक बयान के मुताबिक गो फर्स्ट ने 15 मई तक अपनी उड़ानों के लिए टिकट बुकिंग रोक दी है। एयरलाइन ने कहा है कि वह या तो यात्रियों को टिकट का पैसा लौटाएगी या उन्हें भविष्य की तारीख में उड़ान की अनुमति देगी। गो फर्स्ट के जवाब के बाद डीजीसीए ने एयरलाइन से मौजूदा नियमनों के तहत निर्धारित समय-सीमा में टिकट का पैसा लौटाने का निर्देश दिया है।
उधर, गो फर्स्ट एयरलाइन ने कहा है कि 9 मई तक के लिए अपनी सभी उड़ानें भी कैंसिल कर दी है। इससे पहले एयरलाइन को 3 मई से तीन दिन के लिए अपनी उड़ानें निलंबित करने के फैसले के बाद डीजीसीए ने कारण बताओ नोटिस जारी किया था।
वॉशिंगटन। अमेरिका में बर्फीले तूफान से हवाई यातायात फिर अस्त व्यस्त हो गया है। बर्फीले तूफ़ान के कारण बुधवार को विमान सेवाएं प्रभावित हुईं हैं। इस वजह से 1400 से अधिक उड़ानें रद्द कर दी गयी हैं । टेक्सास से वेस्ट वर्जीनिया तक पूरा इलाका बर्फ की सफेद मोटी चादर से ढक सा गया है। तूफान की चपेट में आने के बाद एयरलाइंस ने अमेरिका में करीब 1467 उड़ानों को रद्द करने का फैसला लिया है।
फ्लाइट ट्रैकिंग वेबसाइट फ्लाइट अवेयर के मुताबिक, अमेरिका आने जाने वाली कुल 1467 उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। जबकि 527 उड़ानों में देरी हुई। फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (एफएए) ने मंगलवार को एक ट्वीट में चेतावनी दी थी कि यात्री डलास, फोर्ट वर्थ और मेम्फिस सहित कई क्षेत्रों में बर्फीला तूफान देख सकते हैं। ऐसे में कई उड़ानों में देरी की संभावना है।
यूएस नेशनल वेदर सर्विस ने पूर्वानुमान में गुरुवार तक बर्फीले तूफाने की आशंका जताई। वेदर सर्विस ने कहा कि कम से कम गुरुवार की सुबह तक बर्फीला तूफान उत्तर और मध्य टेक्सास में खतरनाक प्रभाव डालता रहेगा।
लो-कॉस्ट कैरियर साउथवेस्ट एयरलाइंस कंपनी ने 487 उड़ानें रद्द कीं, जबकि अमेरिकन एयरलाइंस ग्रुप इंक ने तकरीबन 480 उड़ानें रद्द कीं।
गौरतलब है कि इससे पहले सोमवार को 1,000 से ज्यादा उड़ानें रद्द होने की बात सामने आई थी। अमेरिका में बर्फीले तूफान की वजह से विमान सेवा काफी हद तक प्रभावित हुई है। तूफान के कारण अमेरिका में 1,000 से अधिक उड़ानों पर बुरा असर पड़ा है।
अमेरिका में बर्फीले तूफान का कहर जारी , बर्फ से जमी झील में गिरने से भारतीय मूल के तीन लोगों की मौत
वाशिंगटन । अमेरिका में बर्फीले तूफान से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। एरिजोना में एक महिला सहित भारतीय मूल के तीन नागरिकों की बर्फ से जमी झील में गिरने से मौत हो गई। यह हादसा 26 दिसंबर को दोपहर में कोकोनीनो काउंटी में वुड्स घाटी झील में हुआ। उधर, बर्फीले तूफान से फ़िलहाल राहत मिलती नहीं दिख रही है। हज़ारों उड़ानें रद्द की जा चुकी हैं। न्यूयॉर्क में पहले ही आपातकाल घोषित किया जा चुका है।
जानकारी के अनुसार एरिजोना के कोकोनीनो काउंटी के शेरिफ के कार्यालय ने मंगलवार को बताया-‘झील में गिरकर मरने वाले लोगों की पहचान नारायण मुद्दन (49), गोकुल मेदिसेती (47) और हरिता मुड्डाना के तौर पर हुई है। तीनों एरिजोना के चैंडलर के रहने वाले थे और मूल रूप से भारतीय थे।’ चैंडलर, फीनिक्स का उपनगर है।
अमेरिका में बर्फीला तूफान, 4,900 फ्लाइट कैंसिल
दूसरी तरफ अमेरिका पर बर्फीले तूफान का कहर जारी है। इसके कारण पिछले 24 घंटों में 4,900 से अधिक फ्लाइट कैंसिल की जा चुकी हैं। साथ ही 4,400 से अधिक उड़ानों का समय बदला गया है। उड़ान ट्रैकिंग सेवा ‘फ्लाइट अवेयर’ ने इसकी पुष्टि की है।
उड़ाने ट्रैकिंग सेवा के मुताबिक बुधवार को जाने वाली 3,500 से अधिक उड़ानें पहले ही रद कर दी गई थीं। 22 दिसंबर से अब तक लगभग 20,000 उड़ानें रद की जा चुकी हैं। उल्लेखनीय है कि इस बर्फीले तूफान के कारण अबतक 60 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से लगभग 28 लोग न्यूयॉर्क के बताए गए हैं।
अमेरिका में बर्फीले तूफान का सबसे ज्यादा असर न्यूयार्क के उपनगर बफेलो में पड़ा है। यहां स्थिति इतनी खराब हो गई है कि राज्य पुलिस और सेना की तैनाती की गई है। साथ ही ड्राइविंग पर प्रतिबंध लगाया जा चुका है। राष्ट्रपति जो बाइडन पहले ही बर्फीले तूफान से प्रभावित न्यूयार्क में आपातकाल की घोषणा कर चुके हैं।
- अमेरिका के कई शहरों की बिजली गायब, 12 हजार से अधिक फ्लाइट्स रद्द
- शून्य से 42 डिग्री नीचे तक पहुंचा तापमान , सड़कों पर बर्फ जमी
वाशिंगटन । क्रिसमस के जश्न मनाने की अमेरिकी जनता की तैयारियों को बर्फीले तूफ़ान ने ध्वस्त कर दिया। लाखों लोग क्रिसमस मनाने अपने घर अपने परिवार तक नहीं पहुंच पाए। बर्फीला तूफ़ान अमेरिका के लोगों पर कहर बनकर टूटा है। देश के बीस करोड़ से ज्यादा लोग इस बर्फीले तूफान की चपेट में आ गए हैं। अब तक 30 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। कई शहरों की बिजली गुल है और तापमान शून्य से 42 डिग्री नीचे तक पहुंचने से सड़कों पर बर्फ जम गयी है। एयरपोर्ट के रनवे पर बर्फ जमने से चार दिनों के भीतर 12 हजार उड़ानें रद्द हो चुकी हैं।
अमेरिका में आए बर्फीले तूफान से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। अमेरिका की नेशनल वेदर सर्विस के मुताबिक इस समय अमेरिका की 60 प्रतिशत आबादी यानी बीस करोड़ से ज्यादा लोग ठंड की भयावहता की चपेट में हैं। इनमें से साढ़े छह करोड़ लोग तूफान के कहर का सीधे सामना कर रहे हैं और पांच लाख लोग तो गंभीर बर्फीले तूफान की चपेट में आ चुके हैं। 17.7 करोड़ आबादी के लिए सर्द हवाओं की चेतावनी जारी की गयी है, 1.1 करोड़ लोग बर्फीले तूफ़ान का सामना करने को विवश हैं। तापमान तेजी से गिरने के बाद भारी ठंड से 34 लोगों की मौत हो चुकी है। सड़कों पर भारी बर्फ के चलते एंबुलेंस मरीजों तक नहीं पहुंच पा रही हैं।
इस तूफान से बिजली की लाइनों को बेहद नुकसान होने के कारण कई शहरों में बिजली गुल है।भारी बर्फबारी की वजह से कई जगह बिजली की हाईटेंशन लाइनों में स्पार्किंग हुई। इसके बाद बिजली की सप्लाई ठप हो गई और कई शहर अंधेरे में डूब गए। पूरे अमेरिका में हजारों कारोबारियों का कामकाज ठप हो गया है। कई शहरों में तापमान शून्य से 42 डिग्री नीचे तक पहुंच गया है। मोंटाना शहर में पारा -42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। बफेलो में 8 फीट बर्फ की चादर बिछ गई। हवाई अड्डों के रनवे बर्फ में दब चुके हैं। इस कारण पिछले चार दिनों में 12 हजार से ज्यादा फ्लाइट्स निरस्त करनी पड़ी हैं।
कड़ाके की ठण्ड और बर्फ़बारी से अमेरिका में जनजीवन अस्तव्यस्त, 18 लोगों की जान गयी , 52 हज़ार से ज्यादा उड़ानें रद्द
वाशिंगटन। बर्फीले तूफान से अमेरिका में जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। कड़ाके की ठंड और ‘बॉम्ब चक्रवात’ के कारण 18 लोगों की जान जा चुकी है। पूरे अमेरिका में जबरदस्त बर्फबारी हो रही है। खून जमा देने वाली सर्द हवाएं चल रही हैं । मौसम के बेहद आक्रामक तेवर के मद्देनजर शनिवार तक 5200 उड़ानें रद्द की जा चुकी हैं ।
कनाडा सीमा के पास मोनटाना के हावरे में तापमान शून्य से 39 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया है। विमान, रेल समेत परिवहन सेवाएं बाधित हो गई हैं। कई जगह बर्फ में वाहन फंसे हुए हैं। हजारों लोग हवाईअड्डों पर फंसे हुए हैं। 20 करोड़ लोग यानी देश की लगभग 60 प्रतिशत आबादी कंपा देने वाली ठंड का सामना कर रही है। पूरे अमेरिका में तूफान को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। देश की ऊर्जा व्यवस्था चरमरा गई है। तूफान से ट्रांसमिशन लाइनों को क्षति हुई है। 20 लाख से अधिक घरों में बिजली गुल है।