मुंबई। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि महाराष्ट्र के चंद्रपुर और सिंधुदुर्ग जिले में सोने की दो खान मिली है। सीएम शिंदे ने कहा कि इसकी जानकारी उन्हें केंद्रीय अधिकारियों ने दी है। अगर इन दो ब्लॉक से यह सोना निकल आता है तो यह प्रदेश के लिए बड़ी उपलब्धि होगी। शिंदे ने यह भी विश्वास जताया कि राज्य में खनन क्षेत्र में काफी संभावनाएं हैं। गढ़चिरौली जैसे दूरस्थ क्षेत्र में देश की सबसे बड़ी इस्पात परियोजना शुरू की जा सकती है।
एकनाथ शिंदे ने मुंबई में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा विदर्भ के चंद्रपुर जिले में बड़ी संख्या में कोयले की खान हैं। इसके अलावा, दस साल पहले किए गए एक शोध में पता चला है कि गोंदपिपारी तहसील के भूमिगत भाग में कीमती प्लेटिनम, सोना और रूथेनियम, रेडियम, इरिडियम जैसी दुर्लभ धातुएं हैं। भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के वैज्ञानिकों की ओर से 2007 और 2010 के बीच इन तहसीलों में किए गए एक सर्वेक्षण में यह बात सामने आई थी, लेकिन इस पर आगे कार्रवाई नहीं की जा सकी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में खनन अनुसंधान संस्थान शुरू कर इस व्यवसाय में आ रही दिक्कतों को दूर किया जाएगा और राज्य का राजस्व बढ़ाया जाएगा।
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रायबरेली। मरीज की मौत के बाद उसके परिजनों ने जिला अस्पताल में जमकर उपद्रव किया और लापरवाही का आरोप लगाकर डॉक्टरों और चिकित्सा स्टॉफ से मारपीट भी की गई। इसके साथ ही अस्पताल में तोड़फोड़ भी हुई है। मामले में पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लेकर प्राथमिकी दर्ज की है ।
जिला अस्पताल में लड्डन पुत्र गुड्डू निवासी किला बाजार की अचानक तबीयत खराब हो गई। जिनको लेकर परिजन जिला अस्पताल इमरजेंसी पहुंचे थे। जहां इलाज के दौरान रविवार रात दो बजे लड्डन की मौत हो गई। उसके बाद परिजनों ने हंगामा और उपद्रव शुरू कर दिया।
इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए मरीज के साथ आए एक दर्जन लोगों ने ड्यूटी में तैनात डॉ अनुराग शुक्ला, फार्मासिस्ट सतीश कुमार व वार्ड बॉय लवलेश पर हमला बोल दिया और आपातकालीन वार्ड में रखी जीवन रक्षक दवाइयों को तोड़कर पूरे कक्ष में फैला दिया। कक्ष में बिजली के उपकरणों में भी उन लोगों ने जमकर तोड़फोड़ की। जिससे अन्य मरीजों में अफरा तफरी मच गई। आनन-फानन में पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने अस्पताल में मारपीट कर रहे हैं तीन लोगों को हिरासत में लेकर थाने ले आई। हमले में घायल डॉक्टर अनुराग शुक्ला की तहरीर पर गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है। कोतवाल राघवन सिंह ने बताया कि तीन लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेजा जा रहा है।
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को गृह विभाग की उच्चस्तरीय बैठक कर पुलिस, अग्निशमन, महिला सुरक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में किये जा रहे प्रयासों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में नगर विकास मंत्री अरविंद कुमार शर्मा भी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में मादक पदार्थों के अवैध निर्माण, खरीद-फ़रोख़्त और ड्रग ट्रैफिकिंग के विरुद्ध अभियान को और तेज करने की आवश्यकता है। इस दृष्टि से संवेदनशील जिलों में सतर्कता और इंटेलिजेंस को और बेहतर करना होगा। अंतरराज्यीय एवं अंतरराष्ट्रीय सीमा पर चौकसी बढ़ाई जाए। गृह विभाग के साथ-साथ नगर विकास एवं ग्राम्य विकास विभाग को भी इस अभियान में सहयोग करना होगा। बेहतर समन्वय के साथ ड्रग माफिया के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश, नेपाल राष्ट्र के साथ-साथ उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखण्ड, बिहार और दिल्ली से अपनी सीमा साझा करता है। विकास और सुरक्षा की दृष्टि से सीमा प्रबंधन अत्यंत महत्वपूर्ण विषय है। सीमावर्ती जिलों में थाना, तहसील, विकास खंड सहित जिला प्रशासन में युवा, विजनरी और ऊर्जावान अधिकारियों की तैनाती की जाए। यहां सभी विभागों में पर्याप्त मानव संसाधन की उपलब्धता रहे। सभी सीमावर्ती जिलों में केंद्र एवं राज्य सरकार की लाभार्थीपरक योजनाओं का 100% संतृप्तिकरण सुनिश्चित करें। हर पात्र को सरकार की योजनाओं का लाभ जरूर मिले। इन जिलों में योजनाओं की प्रगति की अलग से समीक्षा की जानी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमावर्ती जिलों में समीपवर्ती राज्य, राष्ट्र से आवागमन होता रहता है। ऐसे में यह जिले अन्य राज्य, राष्ट्र के लिए हमारे ब्रांड एम्बेसेडर सरीखे होते हैं। यह आवश्यक है कि यहां प्रशासन का व्यवहार सहयोगपूर्ण हो। इन जिलों में मंडी, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, मॉल, अच्छे स्कूल, बेहतर परिवहन व्यवस्था होनी चाहिए। इस दिशा में नियोजित प्रयास किया जाए। सीमावर्ती जिलों में प्रदेश की पुलिस एवं एसएसबी के दल के साथ ज्वाइंट पेट्रोलिंग कराई जाए। एसएसबी के साथ बेहतर समन्वय बनाये रखें।
आज के दौर में साइबर सिक्योरिटी अहम विषय है। पुलिस परिक्षेत्र के बाद अब प्रदेश के हर जिले में एक साइबर क्राइम थाना की स्थापना की आवश्यकता है। इस बारे में यथाशीघ्र विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि लखनऊ में निर्माणाधीन फॉरेंसिक इंस्टीट्यूट के कार्य में तेजी की अपेक्षा है। गांधीनगर, गुजरात स्थित नेशनल फॉरेंसिक यूनिवेसर्टी के सहयोग से यहां के लिए सर्टिफिकेट, डिप्लोमा व डिग्री पाठ्यक्रम तैयार कराये जाएं।
अग्निशमन अनापत्ति प्रमाण-पत्र जारी करने की व्यवस्था को और व्यवहारिक बनाने के लिए इसमें बदलाव की आवश्यकता है। इसके साथ-साथ अन्य आवश्यक बदलावों को अंगीकार करते हुए फायर एक्ट को और बेहतर बनाया जाना चाहिए। महिला सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलंबन के संकल्प की पूर्ति में “सेफ सिटी परियोजना” अत्यंत उपयोगी सिद्ध हो रही है। प्रदेश में इस परियोजना के माध्यम से लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट के अंतर्गत मॉडर्न कंट्रोल रूम, पिंक पुलिस बूथ, आशा ज्योति केंद्र, सीसीटीवी कैमरे, महिला थानों में परामर्शदाताओं के लिए हेल्प डेस्क, बसों में पैनिक बटन एवं अन्य सुरक्षा उपायों को लागू करने में सहायता मिली है।
हाल के समय में महिला सुरक्षा एवं अपराध नियंत्रण में सीसीटीवी कैमरों की महत्वपूर्ण भूमिका का हम सभी ने अनुभव किया है। वर्तमान में स्मार्ट सिटी परियोजना अंतर्गत स्थापित इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम से शहरों की सुरक्षा व्यवस्था स्मार्ट हुई है। बड़ी संख्या में व्यापारीगणों ने सीसीटीवी कैमरे लगाने में सहयोग किया है। हमें इसे एक मुहिम का रूप देना होगा। गृह, नगर विकास, आवास, संस्थागत वित्त और राज्य कर विभाग परस्पर बैठक कर जनसहयोग के माध्यम से सभी सार्वजनिक स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे, पिंक टॉयलेट, बसों में पैनिक बटन आदि सुरक्षा प्रबंध करने की कार्ययोजना तैयार करें।
कामरूप (असम)। प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के एक अन्य सदस्य को शुक्रवार को कामरूप (ग्रामीण) जिला के छायगांव से गिरफ्तार किया गया है। पीएफआई सदस्य की पहचान सैफुल इस्लाम के रूप में हुई है।
इससे पहले जिला पुलिस ने बीती रात छापेमारी कर कामरूप (ग्रामीण) जिला के नगरबेरा से पीएफआई के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार किए गए सदस्यों की पहचान हफीजुर रहमान, नजरूल इस्लाम और रफीकुल इस्लाम के रूप में हुई है। पुलिस चारों पीएफआई सदस्यों से पूछताछ कर रही है।
इस प्रकार कामरूप (ग्रामीण) जिला से पीएफआई के कुल चार सदस्यों को गिरफ्तार किया गया। गौरतलब है कि सितम्बर माह में केंद्र सरकार ने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम 1967 के तहत पीएफआई, उसके सहयोगियों और संबद्ध संस्थाओं को तत्काल प्रभाव से पांच साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया था।
मुंबई। पुणे जिले के वाघोली में मोजे कॉलेज रोड स्थित एक सोसाइटी की नाली के चैंबर में काम करते समय दो मजदूरों की मौत हो गई। इस घटना में एक मजदूर को बेहोशी की हालत में जिला शासकीय अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। यह जानकारी वाघोली पुलिस ने दी।
पुलिस के अनुसार शुक्रवार सुबह 6 बजे सोसाइटी के पदाधिकारी निजी ठेकेदार के माध्यम नाली का चैंबर साफ करवा रहे थे। चैंबर में उतरते ही तीनों मजदूर बेहोश हो गए। इसकी जानकारी मिलते ही पुणे नगरनिगम कर्मी और फायर ब्रिगेड के जवान मौके पर पहुंचे। फायर ब्रिगेड के जवानों तीनों को बाहर निकाला। तब तक नितिन प्रभाकर गौंड (45)और गणेश पालेकर (28 ) की मौत हो चुकी थी।
नैमिषारण्य (उत्तर प्रदेश)। उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में विश्व प्रसिद्ध तीर्थ नैमिषारण्य तीर्थों की नगरी है। यहां स्थित आदिशक्ति ललिता देवी का अति प्राचीन मंदिर है। देवी भागवत पुराण के अनुसार जब राजा जन्मेजय ने व्यास जी से देवी के जाग्रत स्थानों के बारे में पूछा तो उन्होंने जिन 108 शक्तिपीठों का वर्णन किया था, उनमे नैमिष तीर्थ स्थित मां ललिता देवी का दरबार भी है। देवी भागवत में इस शक्ति पीठ को लिंगधारिणी कहा गया है। नैमिष महात्म्य के अनुसार जब भगवान ब्रह्मा द्वारा भेजा गया ब्रह्मनोमय चक्र पृथ्वी के साढ़े छः पाताल भेद चुका था, तब देवों और ऋषियों की विनती पर मां ललिता ने अपनी दाहिनी भुजा से उसको रोका था, तबसे इनको चक्रधारिणी भी कहा जाता है।
मान्यता के अनुसार देवी भागवत के अनुसार जब प्रजापति दक्ष ने यज्ञ आयोजन किया था, जिसमें सभी देवताओं एवं ऋषिगणों कॊ आमंत्रित किया मगर भगवान भोले शंकर कॊ नहीं बुलाया था। जिससे माता सती अपने पति का अपमान देखकर क्रोधित होकर अपने पिता दक्ष के यज्ञ मे कूद गई थीं। तब शिव ने सती के वियोग में माता सती के शव को लेकर घूमने लगे। जिससे भगवान विष्णु ने सती के वियोग को भंग करने के लिए अपने सुदर्शन चक्र से माता सती के शरीर को एक सौ आठ टुकड़ों में बांट दिया। यहां माता का हृदय अंग गिरा, जिससे मां ललिता देवी शक्तिपीठ के नाम से विख्यात हुईं।
पुराणों के अनुसार मुख्य रूप से जो दस महाविद्याओं का उल्लेख किया गया है, वे सभी मां ललिता का ही स्वरूप बतलाए गए हैं। इस पौराणिक मंदिर की बनावट अपने आप मे अद्भुत है। इसके चारों कोनों पर छोटे-छोटे गुम्बद बने हुए हैं। मंदिर के अंदर लिंगधारिणी मां ललिता का श्री विग्रह है और पास में ही श्री ललितेश्वर महादेव का शिवलिंग स्थापित है। वहीं मन्दिर के मुख्य गर्भगृह में ऊपर दुर्गा और काली की मूर्तियां बनी हुई हैं। मंदिर की पूर्व की ओर पंचप्रयाग तीर्थ स्थापित है।
मां ललिता देवी पूरी करती हैं भक्तों की मनोकामनाएं
नैमिषारण्य तीर्थ स्थित शक्ति पीठ ललिता देवी मंदिर में नवरात्र को लेकर तैयारियां शुरू हो गयी हैं। शारदीय नवरात्र में नौ दिन देवी की आराधना और पूजन अर्चन से बीतेंगे। नवरात्र के महापर्व के पहले दिन से ही सनातन धर्म का नववर्ष भी शुरू होगा। साधना के उद्देश्य से अतिविशिष्ट यह नौ दिन बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। साधना के क्षेत्र नैमिषारण्य में नवरात्रि के नौ दिन अति विशिष्ट माने जाते हैं, इन दिनों मां ललिता देवी के दरबार में विभिन्न प्रदेशों से भक्त यहां आकर मार्कण्डेय पुराण के अंतर्गत आने वाली दुर्गा सप्तशती का पाठ करते हैं। नवरात्रि व्रत समापन पर सभी देवी भक्त करोड़ों वेदमंत्रों से देवी के हवन में आहुतियां देते हैं और अपने कल्याण की कामना करते हैं।