मुंबई। अभिनेता विवेक ओबेरॉय ने अपने साथ करोडो रुपये रुपये की हेराफेरी की रिपोर्ट पुलिस में लिखाई है। इस संबंध में बुधवार को अंधेरी एमआईडीसी पुलिस स्टेशन में निर्माता संजय साहा समेत नंदिता साहा, राधिका नंदा और अन्य आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस ने ओबेरॉय मेगा एंटरटेनमेंट के अकाउंटेंट देवेन बाफना की शिकायत पर मामला दर्ज किया है। उनकी शिकायत के अनुसार, ओबेरॉय ऑर्गेनिक एलएलपी को 24 फरवरी, 2017 को शामिल किया गया था। विवेक और उनकी पत्नी प्रियंका फर्म में भागीदार हैं। चूंकि ऑर्गेनिक सेक्टर में ज्यादा मांग नहीं थी, इसलिए उन्होंने सिनेमा सेक्टर में काम करने का फैसला किया। इसी बीच विवेक की मुलाकात संजय साह से हुई। चूंकि साहा को फिल्म निर्माण का अनुभव था, इसलिए उन्होंने साथ काम करने का फैसला किया। योजना के मुताबिक संजय साहा के साथ-साथ नंदिता साहा, राधिका नंदा को भी उनकी फर्म में पार्टनर बनाया गया।
बाद में, उन्होंने नंदिता एंटरटेनमेंट एलएलपी नामक फर्म की स्थापना की। इसमें विवेक ओबेरॉय को अपने व्यक्तिगत खाते के साथ-साथ फर्म ओबेरॉय मेगा एंटरटेनमेंट एलएलपी के माध्यम से निवेश करने के लिए मजबूर किया गया था। समय-समय पर अलग-अलग बहाने बनाकर सलाह देते हुए नंदिता ने विवेक के 1.5 करोड़ रुपये का इस्तेमाल फर्म को बिना बताए अपने फायदे के लिए कर लिया। जैसे ही उन्हें इस बात का एहसास हुआ तो वह पुलिस के पास पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में कहा गया है कि धोखाधड़ी 4 फरवरी, 2020 से 30 अप्रैल, 2022 के बीच हुई।
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नई दिल्ली। दक्षिण दिल्ली का साकेत कोर्ट शुक्रवार सुबह गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा। यहां वकील के ड्रेस में आए एक व्यक्ति ने महिला पर फायरिंग कर दी। बताया जा रहा है कि आरोपी ने महिला पर चार गोलियां चलाईं। गोली लगने के बाद उसे दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया है। उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। घायल की पहचान 40 वर्षीय राधा के रूप में हुई है।
बताया जा रहा है कि आरोपी निलंबित वकील है। दोनों में पैसे को लेकर पहले से विवाद चल रहा था, जिस कारण उसने महिला पर गोली चलाई। फिलहाल उसको गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
लॉयर्स ब्लॉक के पास हुई इस घटना से पूरे कोर्ट परिसर में हड़कंप मच गया। जिस समय यह वारदात हुई, उस वक्त अधिवक्ता कोर्ट में पहुंच रहे थे। कुछ अधिवक्ता ब्लॉक के आसपास थे। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि आखिर आरोपी कोर्ट के अंदर हथियार लेकर कैसे पहुंच गया, जबकि एंट्री गेट पर सभी लोगों की स्कैनर से जांच की जाती है। कहीं ऐसा तो नहीं कि आरोपी ने पूर्व वकील होने का फायदा उठाकर सुरक्षा जांच नहीं कराई हो और सीधे कोर्ट परिसर में पहुंच गया। फिलहाल मौके पर पुलिस फोर्स तैनात है और क्राइम टीम ने भी वहां पहुंच कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार आरोपी की पहचान कामेश्वर सिंह के रूप में हुई है, जो निलंबित वकील है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक आरोपी ने महिला पर कोर्ट नंबर 3 के बाहर 4-5 राउंड फायरिंग की है। उसने सुबह 10:30 बजे फायरिंग की घटना को अंजाम दिया। इस हमले में एक वकील भी जख्मी हुआ है। महिला को पेट और हाथ में गोली लगी हैं। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक आरोपी फरार हो गया है। उसका महिला से पैसे का विवाद है। उसने महिला के खिलाफ कोर्ट में धोखाधड़ी का केस भी कराया था। उसी केस की आज साकेत कोर्ट में सुनवाई थी।
साकेत कोर्ट के प्रेसिडेंट विनोद शर्मा का कहना है कि गोली मारने वाले का नाम कामेश्वर सिंह है। उसका महिला से पैसे के लेनदेन को लेकर विवाद चल रहा था और महिला उसके पैसे नहीं लौटा रही थी। महिला का इलाज एम्स ट्रॉमा सेंटर में चल रहा है।
पूरे मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्र्वीट करके कहा, “ दिल्ली में क़ानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गयी है। दूसरों के कामों में अड़चन करने और हर बात पर गंदी राजनीति करने की बजाय सबको अपने अपने काम पर ध्यान देना चाहिये। और अगर नहीं संभलता तो इस्तीफा दे देना चाहिए ताकि कोई और कर ले। लोगों की सुरक्षा रामभरोसे नहीं छोड़ी जा सकती।”
एक्ट्रेस अमीषा पटेल मुश्किल में हैं। कोर्ट ने उसके खिलाफ वारंट जारी किया है। झारखंड की रांची सिविल कोर्ट ने धोखाधड़ी और चेक बाउंस के मामले में अमीषा पटेल और उनके बिजनेस पार्टनर कुणाल के खिलाफ वारंट जारी किया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अरगोड़ा निवासी अजय कुमार सिंह ने एक्ट्रेस के खिलाफ वर्ष 2018 में केस दर्ज कराया था। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि अमीषा पटेल ने फिल्म बनाने के नाम पर उनसे 2.5 करोड़ रुपये लिए थे, लेकिन फिल्म नहीं बन पाई और अमीषा ने पैसे वापस नहीं किए। अजय कुमार के मुताबिक, अमीषा पटेल और उनके पार्टनर कुणाल ने कहा था कि फिल्म पूरी होने के बाद वे पैसे ब्याज समेत लौटा देंगे।
‘देसी मैजिक’ नाम की फिल्म की शूटिंग वर्ष 2013 में शुरू हुई थी। हालांकि, फिल्म अभी तक रिलीज नहीं हुई है। साथ ही फिल्ममेकर ने जब अमीषा पटेल से पैसे मांगे तो उन्होंने वापस नहीं किए। बाद में, उन्होंने अक्टूबर 2018 में 2.5 करोड़ रुपये और 50 लाख रुपये के दो चेक दिए, लेकिन वे बाउंस हो गए।
ऐसे में अमीषा पटेल के खिलाफ दर्ज मामले में सिविल कोर्ट ने वारंट जारी किया गया है। अगली सुनवाई 15 अप्रैल को होगी। बताया जा रहा है कि चेक बाउंस, धोखाधड़ी और डराने-धमकाने के मामले में केस दर्ज किया गया है। शिकायतकर्ता झारखंड के अजय कुमार सिंह फिल्म निर्माण से जुड़े हैं।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि बच्चों को कुछ पाने के लिए शॉर्टकट रास्ता नहीं अपनाना चाहिए। कुछ बच्चे परीक्षा में चीटिंग करने पर अधिक ध्यान देते हैं। ऐसे बच्चों अगर अपना ध्यान सृजनात्मकत और सकारात्मक क्षेत्र में लगाएं तो बेहतर परिणाम मिलेंगे।
प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के तालकटोरा इनडोर स्टेडियम में ‘परीक्षा पे चर्चा’ के छठे संस्करण में बच्चों और उनके माता-पिता से बातचीत की। प्रधानमंत्री ने कहा कि हर साल देशभर से बच्चे उन्हें अपने अनुभव और सवालों के लिए लिखते हैं। यह काफी उत्साहजनक अनुभव रहता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने बच्चों को ध्यान और लगन के साथ परीक्षा देने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि यह उसी प्रकार है जैसे एक क्रिकेट खिलाड़ी अपने केवल खेल पर ध्यान देता है न कि आसपास के शोर-शराबे पर।प्रधानमंत्री ने इस दौरान बच्चों से समय प्रबंधन के महत्व पर अपनी मां से इस बारे में सीखने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि एक मां पर कई तरह के काम का दबाव होता है और उसे कैसे मैनेज करती है इसको उन्हें ध्यान से देखना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने बच्चों के माता-पिता से कहा कि वह अपने बच्चों से उनकी क्षमता के अनुरूप ही अपेक्षाएं रखें। अगर सामाजिक दबाव के चलते बच्चों से अपेक्षाएं रखी जाएंगी तो समस्या पैदा होगी। उन्होंने कहा कि माता-पिता बच्चों पर दबाव नहीं बनाना चाहिए। वहीं बच्चों को अपनी क्षमताओं को कम कर नहीं आंकना चाहिए।प्रधानमंत्री ने इससे पहले ‘परीक्षा पे चर्चा’ पर केंद्रित प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के मुताबिक ‘परीक्षा पे चर्चा’ के इस संस्करण में शामिल होने के लिए 38 लाख विद्यार्थियों ने पंजीकरण कराकर रिकॉर्ड बनाया है। यह संख्या पिछले साल के मुकाबले 15 लाख अधिक है।
प्रयागराज। झारखंड से आकर उत्तर प्रदेश में साइबर क्राइम करने वाले गिरोह के छह सदस्यों को प्रयागराज पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से नकदी मोबाइल, लैपटॉप, चेक बुक, एटीएम कार्ड, आधार कार्ड, 33,400 नगद समेत अन्य सामान बरामद किया है।
यह जानकारी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडेय ने रविवार को पत्रकारों को बताया कि थाना कर्नलगंज व प्रभारी साइबर क्राइम प्रभारी के संयुक्त नेतृत्व में गिरफ्तारी हुई है। उन्होंने बताया कि थाना हीरोडीह खरियोडीह, गिरिडीह झारखण्ड निवासी अभियुक्त सीताराम मण्डल अपने जिले के लड़कों को काम देने के नाम पर प्रयागराज लाकर किराये पर कमरा दिलवाता है और उनके आधार कार्ड में पता बदलवा कर उनके विभिन्न बैंकों में खाते खुलवाता था। गिरोह का सरगना विकास दास पुत्र बंधन दास निवासी झारखंड के गिरिडीह जिले के थाना हीरोडीह का है। उसी गांव के राकेश कुमार मंडल पुत्र हुरो मंडल, मनीष कुमार मंडल पुत्र महेन्द्र मंडल, संतोष कुमार राय पुत्र जागेश्वर राय, गोविंद मंडल पुत्र स्व पोखन मंडल और करण कुमार मंडल पुत्र तेजलाल है।
एसएसपी ने बताया कि सभी यहां अल्लापुर में किराए का कमरा लेकर लगभग दो माह से रहते थे। विकास दास ने गांव के लड़कों को नौकरी दिलवाने के नाम पर यहां बुलाया था। इसके बाद उनके आधार कार्ड में पता बदलवाकर विभिन्न बैंकों में खाते खुलवाए। जिसके लिए अभियुक्त उक्त खातों का प्रयोग करते थे। वे तीनों विकास के साथियों के बैंक खाते में ठगी से हड़पे गए पैसे डालते थे। जिसको निकालकर विकास सीताराम के पास पहुंचाता था। कुछ दिन पहले साइबर कैफे संचालक ने शिकायत की थी। जिसके आधार पर साइबर सेल और कर्नलगंज की पुलिस टीम ने छानबीन करते हुए छह को गिरफ्तार किया है।
ऊना । जिले में क्रिप्टो करंसी के नाम पर 95 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। इस सम्बंध में जिले के दो युवकों सहित एक हमीरपुर के युवक ने पुलिस अधीक्षक से शिकायत की है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस को दी शिकायत में ठगी के शिकार युवकों ने बताया कि उनकी जान-पहचान के लोगों ने उन्हें क्रिप्टो करंसी के बारे में बतायाकर नौ महीनों में ग्रोथ होने का दावा किया। जिसकी बातों में आकर एक युवक ने 40 लाख, दूसरे युवक ने 35 लाख और तीसरे युवक ने 20 लाख रुपये क्रिप्टो करंसी में लगा दिए। यह राशि ऑनलाइन वेबसाइट पर तो दिखाई दे रही थी लेकिन बैंक में ट्रांसफर नही हो रही थी। दो साल बाद भी जब इनके पैसे वापस नहीं मिले तो तीनों युवकों ने इसकी शिकायत पुलिस को दी है। एसपी अर्जित सेन ने बताया कि पुलिस ने इस संबंध में जांच शुरू कर दी है . जिसकी जांच साइबर सैल करेगा।
नोएडा। करोना काल में लोगों के साथ काफी जालसाजी और ठगी हुई। जिसकी शिकायत उस दौरान की गई थी और धीरे-धीरे पुलिस उसकी जांच कर रही थी। अब कई ऐसे मामले निकल कर बाहर आ रहे हैं जिनमें कई नामी-गिरामी लोग भी आम जनता को ठगने से बाज नहीं आए। ऐसे लोगों में वो लोग भी हैं जो बड़े चेहरे हैं, बड़े नाम हैं और बड़ी हस्तियां हैं।
नोएडा पुलिस ने कोविड काल के दौरान फर्जी वेबसाइट बनाकर रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचने वाले शॉर्ट मूवी के अभिनेता समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक गाजियाबाद की रहने वाली निधि ने मुकदमा दर्ज कराया था। जिसमें उन्होंने बताया था कि उनकी मां के इलाज के लिए इंजेक्शन की आवश्यकता थी। बहुत ढूंढने पर इंजेक्शन नहीं मिला तो उन्होंने वेबसाइट पर तलाश की। वहां उन्हें एक वेबसाइट पर राहुल से उनका संपर्क हुआ। इंजेक्शन के लिए 1,15,000 रूपए बैंक खाते में उन्होंने ट्रांसफर कर दिए और उसके बाद नंबर बंद हो गया।
नोएडा पुलिस की साइबर क्राइम पुलिस ने जब मामले की जांच की तो पता चला गाजियाबाद निवासी मयंक खन्ना और राज नगर निवासी यश मेहता ने इस ठगी को अंजाम दिया है। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने यह भी बताया कि यश शॉर्ट फिल्मों का अभिनेता है, जबकि मयंक खन्ना बीपीओ में काम करता है। कोविड काल के दौरान दोनों ने कई लोगों से ठगी की थी। फर्जी वेबसाइट और सोशल मीडिया के माध्यम से इंजेक्शन के नाम पर वह पैसे ले लेते थे और फिर फोन बंद कर लेते थे।