भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने बुधवार को क्रिकेट पत्रकार बोरिया मजूमदार पर दो साल का प्रतिबंध लगा दिया है। बता दें कि यह प्रतिबंध अनुभवी भारतीय क्रिकेटर रिद्धिमान साहा से जुड़े धमकी भरे टेक्स्ट विवाद के मद्देनजर लगाया गया है। टीम इंडिया के विकेटकीपर-बल्लेबाज साहा ने आरोप लगाया था कि एक साक्षात्कार के बारे में उनके आरक्षण पर पत्रकार द्वारा उन्हें धमकाया गया था।
बीसीसीआई की शीर्ष परिषद ने भारतीय विकेटकीपर के संबंध में जांच समिति की रिपोर्ट की समीक्षा की थी। पत्रकार के खिलाफ प्रतिबंध जारी करने से पहले, बीसीसीआई समिति ने घटना के बाद साहा और मजूमदार की दलीलों पर विचार किया था। लोकप्रिय पत्रकार और अनुभवी क्रिकेटर से जुड़ी उपरोक्त घटना का संज्ञान लेते हुए, बीसीसीआई ने निष्कर्ष निकाला है कि बातचीत के दौरान मजूमदार की हरकतें वास्तव में धमकी और धमकी की प्रकृति की थीं।
नवीनतम घटनाक्रम के अनुसार, बीसीसीआई की शीर्ष परिषद ने बीसीसीआई समिति की सिफारिशों से सहमति जताई है और निम्नलिखित प्रतिबंध लगाए हैं:
1- भारत में किसी भी क्रिकेट मैच (घरेलू और अंतरराष्ट्रीय) में प्रेस के सदस्य के रूप में किसी भी मान्यता प्राप्त करने पर 2 (दो) वर्ष का प्रतिबंध।
2- भारत में किसी भी पंजीकृत खिलाड़ी के साथ साक्षात्कार लेने पर 2 (दो) वर्ष का प्रतिबंध।
3- किसी भी बीसीसीआई और सदस्य संघों के स्वामित्व वाली क्रिकेट सुविधाओं तक पहुंच पर 2 (दो) साल का प्रतिबंध।