अमेरिकी बाजारों से मिले पॉजिटिव संकेतों से गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार (Stock Market) की शुरुआत बढ़त के साथ हुई. ग्लोबल संकेतों से बाजार में तेजी से निफ्टी (Nifty) 16,800 के पार निकल गया, जबकि सेंसेक्स (Sensex) में 500 अंकों की तेजी दर्ज की गई. शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स की 30 में से 28 शेयरों में बढ़त नजर आ रही है. बैंकिंग, ऑटो, आईटी, मेटल समेत सभी सेक्टर्स में खरीदारी का रुख है. हैवीवेट शेयरों इंफोसिस, ICICI बैंक, एसबीआई, कोटक बैंक, टाटा स्टील, HDFC बैंक में उछाल से बाजार को सपोर्ट मिला है. आज के टॉप गेनर्स में टेक महिंद्रा, टाटा स्टील, इंफोसिस, बजाज फिनसर्व और एसबीआई शामिल हैं.
RBI द्वारा रेपो रेट में बढ़ोतरी के ऐलान के बाद बुधवार को बाजार में गिरावट देखने को मिली. कारोबार के अंत में सेंसेक्स औकर निफ्टी 2 फीसदी से ज्यादा की गिरावट के साथ बंद हुए.
आज इन कंपनियों के आएंगे नतीजे
आज कुछ कंपनियां अपने तिमाही नतीजे जारी करेंगी. इनमें डाबर इंडिया, मैरिको, अडाणी पावर, अडाणी ट्रांसमिशन और टीवीएस मोटर कंपनी शामिल हैं. इनके अलावा एक्साइड इंडस्ट्रीज, हैपिएस्ट माइंड्स, इंडस टावर, वोल्टास, ब्लू स्टार CEAT, चोलामंडलम, फर्स्ट सोर्स सॉल्यूशं और जिंदल स्टेलनेस (हिसार) के भी नतीजे आंएगे.
फेड रेट में बढ़ोतरी सोने में चमक
यूएस फेडरल रिजर्व द्वारा फेड रेट में बढ़ोतरी से सोने की चमक बढ़ गई है. अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोने का भाव 1900 डॉलर प्रति औंस हो गया.गुरुवार को कच्चे में तेल में उबाल आया है. कच्चे तेल का भाव एक बार फिर 110 डॉलर प्रति बैरल के पार हो गया.
अमेरिकी बाजारों में शानदार तेजी
बुधवार को अमेरिकी बाजारों में शानदार तेजी नजर आई. डाओ जोंस (Dow Jones) 932 अंक चढ़करक बंद हुआ जबकि नैस्डैक (Nasdaq) में 3 फीसदी उछाल दर्ज किया गया.
यूएस फेड ने ब्याज दरों में की बढ़ोतरी
यूएस फेडरल रिजर्व (US federal reserve) ने भी अपने बेंचमार्क लेंडिंग रेट में 50 बेसिस प्वाइंट्स यानी 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी की है. महंगाई (Inflation) को रोकने के लिए यूएस फेड द्वारा दो दशकों में सबसे तेज बढ़ोतरी है. यूएस फेड द्वारा की गई इस बढ़ोतरी से इसकी मुख्य दरें 0.75 फीसदी से 1 फीसदी की रेंज में आ गई है, जो दो साल पहले महामारी के बाद सबसे उच्च दर है.
भारत की ग्रोथ 7 से 8.5 फीसदी के बीच रहने का अनुमान
देश के मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंत नागेश्वरन ने कहा, दुनिया भर में जारी अनिश्चितता को देखते हुए मौजूदा वित्त वर्ष में भारत की विकास दर 7 से 8.5 प्रतिशत के बीच रह सकती है. आईएमएफ ने हाल ही में भारत के लिये विकास दर का अनुमान घटाकर 8.2 प्रतिशत कर दिया है. हालांकि ये अनुमान भी रिजर्व बैंक (RBI) के द्वारा दिए गए 7.2 प्रतिशत के अनुमान से अधिक है.