आईपीएल 2022 में बुधवार को चेन्नई सुपर किंग्स की टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का सामना करने उतरेगी. चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) को अपनी कमजोर गेंदबाजी में सुधार करना होगा. वहीं अगर रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (Royal Challengers Bangalore) को जीत चाहिए तो इसे अपनी लचर बल्लेबाजी को सुधारना होगा.दोनों ही टीमें खराब फॉर्म से जूझ रही हैं. चेन्नई की प्लेऑफ की उम्मीदें किसी तरह कायम है. उन्हें बचाए रखने के लिए टीम को हर हाल में यह मुकाबला जीतना होगा. वहीं फाफ डु प्लेसी (Faf du Plessis) की कप्तानी वाली आरसीबी के लिए भी यह मुकाबला काफी अहम है.
अब तक दस मैचों में आरसीबी के लिये छह ही अर्धशतक बन सके हैं जिनमें से दो कप्तान फाफ डु प्लेसी ने बनाये हैं. इससे साबित होता है कि उसकी बल्लेबाजी किस स्तर की रही है. वहीं चेन्नई ने अभी तक नौ मैच खेले हैं और उसके किसी भी गेंदबाज की किफायत दर 7.50 प्रति ओवर से कम नहीं रही है. महेश तीक्षणा ने 7 . 54 की औसत से गेंदबाजी की है जबकि ड्वेन ब्रावो और मुकेश चौधरी का औसत क्रमश: 8.73 और 9.82 रहा है.
विराट कोहली और धोनी पर रहेंगी नजरें
पिछले मैच में विराट कोहली के अर्धशतक के बाद यह मैच और रोमांचक होगा. वहीं महेंद्र सिंह धोनी ने चेन्नई की कमान फिर संभालने के बाद जीत दर्ज की है तो यह भी देखना होगा कि क्या वह जीत की लय कायम रख पाते हैं. खराब फॉर्म से जूझ रहे रविंद्र जडेजा के कप्तानी छोड़ने के बाद धोनी को फिर कमान सौंपी गई जिसके बाद सीएसके ने सनराइजर्स हैदराबाद को हराया. हैदराबाद के नौ मैचों में छह अंक है. आरसीबी के नौ मैचों में दस अंक है और वह पांचवें स्थान पर है हालांकि उसे लगातार तीन मैचों में पराजय झेलनी पड़ी . आरसीबी ने सत्र का न्यूनतम स्कोर 68 रन अपने नाम किया और एक अन्य मैच में 145 रन के आसान लक्ष्य का पीछा नहीं कर सके.
आरसीबी को बल्लेबाजी में सुधार की जरूरत
गुजरात टाइटंस के खिलाफ मैच में कोहली ने 53 गेंद में 58 रन बनाये लेकिन उनकी टीम 170 रन ही बना सकी जो बल्लेबाजों की मददगार पिच पर कम स्कोर था . कोहली ने दस मैचों में 186 और डु प्लेसी ने नौ मैचों में 278 रन बनाये हैं . दोनों हालांकि अपने चिर परिचित फॉर्म में नहीं है . कोहली ने 58 रन बनाने में करीब नौ ओवर लिये जिससे उनकी टीम बड़ा स्कोर बनाने से चूक गई . दिनेश कार्तिक ( दस मैचों में 218 रन ) और ग्लेन मैक्सवेल ( सात मैचों में 157 रन ) को और प्रयास करने होंगे . अब उनका सामना कमजोर गेंदबाजी आक्रमण से है . चेन्नई के चौधरी या सिमरजीत सिंह के पास अनुभव नहीं है तो अनुभवी जडेजा बहुत खराब दौर से जूझ रहे हैं .