पोरबंदर/अहमदाबाद। चक्रवात बिपोरजॉय ने गुरुवार देर रात गुजरात के जखौ बंदरगाह के पास 108 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दस्तक दी। जखौ समुद्री तट पर तूफान के लैंडफाल प्रक्रिया के बाद पोरबंदर में तेज हवाएं चली। पोरबंदर की चौपाटी में तेज हवाएं इस तरह कहर बरपा रही थी कि कोई व्यक्ति सीधा खड़ा नहीं हो सकता था। पोरबंदर के पास समुद्र में भारी तूफान देखा गया और ऊँची-ऊँची लहरें उठती हुई दिखाई देती थी।
मूसलाधार बारिश से पोरबंदर में बाढ़ के हालात
जखौ, नलिया, मांडवी और अबडासा समेत कई इलाकों में बारिश के बाद जलभराव हो गया। अंजार में पांच इंच बारिश दर्ज की गई। बारिश और तेज हवा के कारण समुद्र तटों पर खड़ी मछुआरों की नौका के शीशे, केबिन समेत छोटी-बड़ी चीजों को नुकसान पहुंचा है। नुकसान का फिलहाल अंदाजा लगाना कठिन है। तूफान जब पूरी तरह से शांत हो जाएगा तो मछुआरे इसकी गणना करेंगे।
पोरबंदर जिले में पीजीवीसीएल पर चक्रवात बिपरजॉय का गंभीर असर हुआ है। जिले में तेज हवा के कारण शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में कई बिजली के खंभे व बिजली ट्रांसफार्मर गिर गए। 12 जून से 15 जून तक पीजीवीसीएल में शिकायतों की बाढ़ आ गई। बिजली आपूर्ति को तुरंत चालू करने के लिए पीजीवीसीएल ने टीमों को तैनात किया है। विभाग के अनुसार 35 में से 29 फीडर चालू किया गया है। कंट्रोल रूम में प्राप्त फीडर संबंधी शिकायतों पर कार्रवाई चल रही है। ग्रामीण क्षेत्र में ज्योतिग्राम योजना की 379 शिकायतों में से 322 शिकायतों का निवारण किया गया, जबकि 7 शिकायतों का टीम द्वारा निस्तारण का काम चालू है।
कृषि कनेक्शन में प्राप्त 1013 शिकायतों में से 765 चालू हो चुकी हैं जबकि 248 का मरम्मत कार्य चल रहा है। ग्रामीण क्षेत्र में 236 जगहों पर लाइट बंद होने की 395 शिकायतें मिली हैं, जबकि 156 जगहों पर काम शुरू कर दिया गया है। तेज हवा के कारण 11 केवी और एलटी लाइन बिजली के खंभे गिर गए थे। 11 केवी लाइन की 624 शिकायतों में से 186 पोल चालू कर दिए गए हैं, जबकि 438 पर काम चल रहा है। जिले में तेज हवाओं के कारण कुल 866 बिजली के खंभे गिरे हुए थे, जिनमें से 45 खंभे लगा दिए गए हैं और 621 अभी भी चालू हैं।
पोरबंदर पीजीवीसीएल तेजी से काम कर रहा है और अन्य टीमें काम कर रही हैं। हालांकि अभी भी जिले के कई इलाके ऐसे हैं जहां लाइट आने में समय लग सकता है। पोरबंदर में चक्रवात की स्थिति को देखते हुए कांग्रेस नेता और विधायक अर्जुन मोढवाडिया अपनी टीम के साथ बचाव कार्य में जुट गए हैं। अर्जुन मोढवाडिया शहर के खरवाड़ और शीतला चौक इलाके में पहुंचे और अपने खर्चे से काम शुरू किया।