प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM narendra Modi) अपनी 3 दिवसीय यूरोप यात्रा के तीसरे और अंतिम दिन फ्रांस का भी दौरा करेंगे जहां वह लगातार दूसरी बार चुने गए राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron) से मिलेंगे. हालांकि पेरिस के लिए रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बुधवार को डेनमार्क में दूसरे भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन (India-Nordic summit) में शामिल होंगे. इससे पहले पीएम मोदी ने कल डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेट्टे फ्रेडेरिक्सेन से मुलाकात की और दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय सहयोग के तमाम मुद्दों सहित क्षेत्रीय और वैश्विक हित के विषयों पर विस्तार से चर्चा की.
साल 2022 में अपने पहले विदेश दौरे पर यूरोप के तीन देशों की यात्रा पर गए प्रधानमंत्री मोदी अपनी यात्रा के दूसरे चरण में जर्मनी से कोपनहेगन पहुंचे. डेनिश प्रधानमंत्री फ्रेडेरिक्सेन ने डेनमार्क में अपने आधिकारिक आवास मारियनबोर्ग पहुंचने पर पीएम मोदी की अगवानी की. प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने ट्वीट किया, “कोपनहेगन में मित्रता को मजबूत करने के उद्देश्य से बातचीत.”
ANI का ये ट्वीट पढ़ें
PM Narendra Modi will attend the second India-Nordic summit in Denmark today, before departing for Paris to meet the newly re-elected President Emmanuel Macron on the final day of his 3-day Europe visit. pic.twitter.com/ydS7lCzF1j
— ANI (@ANI) May 4, 2022
डेनमार्क में द्विपक्षीय संबंधों को लेकर हुई बातचीत
दोनों देशों के शीर्ष नेताओं के बीच मुलाकात को लेकर विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने बताया कि दोनों नेताओं ने आमने-सामने बैठककर बातचीत की. विनय क्वात्रा ने बताया, “दोनों प्रधानमंत्रियों ने आपस में द्विपक्षीय संबंधों और क्षेत्रीय तथा वैश्विक महत्व के मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की.”
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी डेनमार्क (यूरोप) की यात्रा पर हैं और इस वक्त लगभग पूरा यूरोप इस मुद्दे पर रूस के खिलाफ एकजुट है. विनय क्वात्रा ने बताया कि दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर सार्थक चर्चा हुई.
उन्होंने बताया कि स्मार्ट जल प्रबंधन, हरित जहाजरानी को लेकर लेटर ऑफ इंटेंट (आशय पत्र) पर हस्ताक्षर हुआ और दोनों देशों के बीच मंत्रिस्तरीय ऊर्जा वार्ता शुरू करने की घोषणा की गई. दोनों नेताओं ने भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार संधि की दिशा में तेजी से काम करने की प्रतिबद्धता दोहरायी.
विदेश मंत्रालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी डेनिश समकक्ष फ्रेडेरिक्सेन के साथ द्विपक्षीय वार्ता की और दोनों नेताओं ने एक-दूसरे से और बाद में प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ताएं कीं. बातचीत में अक्षय ऊर्जा, विशेष रूप से अपतटीय क्षेत्र में पवन ऊर्जा और हरित हाइड्रोजन के साथ ही कौशल विकास, स्वास्थ्य, जहाजरानी, पानी और आर्कटिक आदि क्षेत्रों में सहयोग के विषय शामिल रहे.
पीएम फ्रेडेरिक्सेन ने मोदी को अपने आधिकारिक आवास का भ्रमण कराया और वह पेंटिंग भी दिखाई, जो मोदी ने उनकी पिछली भारत यात्रा पर उन्हें उपहार में दी थी. यह ओडिशा का एक पट्टचित्र है. प्रधानमंत्री मोदी की यह पहली डेनमार्क यात्रा है, जहां वह बुधवार को भी वह द्विपक्षीय तथा बहुपक्षीय वार्ताओं में भाग लेंगे.
PM मोदी का आज का कार्यक्रम
मोदी आज “भारत-डेनमार्क बिजनेस राउंडटेबल” में भाग लेंगे और डेनमार्क में रहने वाले भारतवंशी समुदाय के साथ भी चर्चा करेंगे. भारत में डेनमार्क की 200 से अधिक कंपनियां मेक इन इंडिया, जल जीवन मिशन, डिजिटल इंडिया और अन्य प्रमुख राष्ट्रीय मिशन को आगे बढ़ाने में सक्रिय हैं.
डेनमार्क में 60 से अधिक भारतीय कंपनियां द्विपक्षीय कारोबारी संबंधों को मजबूत कर रही हैं, जिनमें मुख्य रूप से आईटी क्षेत्र की कंपनियां शामिल हैं. डेनमार्क में भारतीय मूल के करीब 16,000 लोग रहते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी डेनमार्क में द्विपक्षीय वार्ताओं के अलावा डेनमार्क, आइसलैंड, फिनलैंड, स्वीडन और नॉर्वे के प्रधानमंत्रियों के साथ दूसरे भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन में भी भाग लेंगे, जहां वे 2018 में हुए पहले भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन के बाद से हुए सहयोग की समीक्षा करेंगे. नॉर्डिक देशों के साथ भारत का व्यापार पांच अरब डॉलर से अधिक का है.
इनपुट-भाषा