प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) इस समय तीन दिवसीय यूरोप दौरे पर हैं. आज उनके दौरे का दूसरा दिन हैं, जहां वे जर्मनी से डेनमार्क (Denmark) के लिए रवाना हो गए हैं. जर्मनी की तरह डेनमार्क में भी पीएम मोदी के कई कार्यक्रम होंगे. यहां पीएम मोदी भारत-नॉर्डिक समिट (India-Nordic Summit) में शामिल होंगे जो काफी अहम माना जा रहा है. पीएम यहां डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन में अपने समकक्ष मेटे फ्रेडरिक्सन के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता करेंगे और समझौता ज्ञापन का आदान-प्रदान करेंगे. पीएम इसके अलावा डेनमार्क की महारानी मार्गरेट II से मिलेंगे और उनके संग डिनर भी करेंगे.
बता दें कि सिर्फ दूसरी बार भारत-नॉर्डिक समिट का आयोजन हो रहा है. यहां पीएम मोदी आइसलैंड की पीएम कैटरीन जैकब्सडॉटिरो, नार्वे के पीएम जोनास गहर स्टोर, स्वीडन की पीएम मैग्डेलेना एंडरसन और फिनलैंड की पीएम सना मारिन से मिलेंगे. पहला भारत-नॉर्डिक समिट साल 2018 में स्वीडन के स्टॉकहोम में हुआ था. दूसरा समिट जून 2021 में होना था लेकिन फिर इसे टाल दिया गया था. पीएम मोदी पहले ही कह चुके हैं कि नॉर्डिक देश स्थिरता, नवीकरणीय ऊर्जा, डिजिटलीकरण और नवाचार में भारत के पार्टनर हैं. पीएम मोदी की यात्रा यूरोप के साथ भारत के संबंधों के महत्व को दिखाती है.
पीएम ने जर्मनी में की आईजीसी के छठे पूर्ण सत्र की सह-अध्यक्षता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने इस दौरे के पहले दिन जर्मन चांसलर ओलाफ शॉल्ज के साथ अंतर-सरकारी परामर्श (आईजीसी) के छठे पूर्ण सत्र की सह-अध्यक्षता की. उन्होंने यहां आत्मनिर्भर भारत अभियान में जर्मनी को भी भागीदारी के लिए आमंत्रित किया. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, विदेश मंत्री एस जयशंकर, विज्ञान और प्रौद्योगिकी तथा पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जितेंद्र सिंह और उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) के सचिव अनुराग जैन ने भारत की ओर से प्रस्तुतियां दीं.