May 2022 Vrat and festivals:साल 2022 के अप्रैल महीने के खत्म होने के बाद अब मई महीने की शुरुआत होने जा रही है. सनातन परंपरा में प्रत्येक दिन या फिर कहें तिथि पूजनीय और किसी न किसी पर्व या व्रत (Vrat) को समेटे रहती है लेकिन यदि बात करें मई माह की तो साल के इस पांचवे महीने में अक्षय तृतीया और ईद से शुरु होकर कई महत्वपूर्ण तीज-त्योहार पड़ेंगे. इसी मई के महीने में जहां मोक्षदायिनी गंगा से जुड़ी गंगा सप्तमी और भगवान बुद्ध से जुड़ी पूर्णिमा (Purnima) जैसे पावन पर्व पड़ेंगे, वहीं इसी महीने में हिंदू महीने वैशाख माह पूर्ण होगा और ज्येष्ठ माह (Jyestha Month 2022) की शुरुआत होगी. आइए मई माह में पड़ने वाले सभी व्रत एवं त्योहार के बारे में विस्तार से जानते हैं.
अक्षय तृतीया
वैशाख मास के शुक्लपक्ष की पड़ने वाली तृतीया को अत्यंत ही शुभ और पावन तिथि माना गया है. 03 मई 2022 को पड़ने वाली अक्षय तृतीया के दिन किसी शुभ कार्य की शुरुआत की जा सकती है. मां लक्ष्मी की साधना-आराधना के साथ यह तिथि भगवान परशुराम, नर-नारायण और हयग्रीव के अवतरण के लिए भी जाना जाता है.
सीता नवमी
सनातन परंपरा में वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को सीता नवमी या फिर जानकी जयंती के रूप में जाना जाता है. मान्यता है कि इसी तिथि पर माता सीता पृथ्वी पर प्रकट हुई थीं. मां जानकी से जुड़ी यह पावन तिथि इस साल 10 मई 2022 मंगलवार को पड़ने जा रही है. सीता नवमी के दिन सुहागिन महिलाएं सुख-समृद्धि की कामना से व्रत रखती हैं.
नृसिंह जयंती
वैशाख मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को नृसिंह जयंती मनाई जाती है. नृसिंह भगवान विष्णु के मानव और सिंह का संयुक्त विग्रह अवतार हैं. भगवान नृसिंह की जयंती को वैष्णव संपद्राय के लोग बड़ी धूम-धाम से मनाते हैं. इनकी पूजा दक्षिण भारत में अत्यधिक होती है.
वैशाख/बुद्ध पूर्णिमा
सनातन पंरपरा में वैशाख मास की पूर्णिमा का बहुत ज्यादा धार्मिक महत्व है. 16 मई 2022, सोमवार के दिन पड़ने जा रही यह पावन तिथि भगवान विष्णु की साधना-आराधना के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है. इसी दिन भगवान विष्णु के बुद्ध अवतार का प्राकट्य हुआ था, इसीलिए इसे बुद्ध पूर्णिमा भी कहते हैं. इस दिन भगवान विष्णु, भगवान बुद्ध और चंद्र देवता की पूजा करने पर विशेष फल की प्राप्ति होती है.
एकादशी
पंचांग के अनुसार प्रत्येक माह के कृष्णपक्ष और शुक्लपक्ष में पड़ने वाली एकादशी भगवान विष्णु की साधना-आराधना के लिए समर्पित है. इस माह 12 मई को 2022, गुरुवार के दिन मोहिनी एकादशी व्रत और 26 मई 2022, गुरुवार को अचला या फिर कहें अपरा एकादशी व्रत पड़ेगा.
प्रदोष व्रत
प्रत्येक माह के कृष्णपक्ष और शुक्लपक्ष की त्रयोदशी तिथि पर भगवान शिव संग माता पार्वती की कृपा दिलाने वाला प्रदोष व्रत रखा जाता है. जीवन से जुड़े कष्टों को दूर करके सभी मनोकामनाओं का पूरा करने वाला व्रत मई माह की 13 और 27 तारीख को पड़ेगा.
मई 2022 के तीज-त्योहार
2 मई 2022, सोमवार – चंद्रदर्शन
3 मई 2022, मंगलवार – अक्षय तृतीया, परशुराम जयंती, रोहिणी व्रत
4 मई 2022, बुधवार – विनायक चतुर्थी व्रत
8 मई 2022, रविवार – गंगा सप्तमी
10 मई 2022, मंगलवार – सीता नवमी, जानकी जयंती
12 मई 2022, गुरुवार – मोहिनी एकादशी व्रत
13 मई 2022, शुक्रवार – प्रदोष व्रत
14 मई 2022, शनिवार – नृसिंह चतुर्दशी व्रत, नरसिंह जयंती
15 मई 2022, रविवार – व्रत की पूर्णिमा,कूर्म जयंती, वृषभ संक्रांति
16 मई 2022, सोमवार – बुद्ध पूर्णिमा, वैशाखी पूर्णिमा, गुरु गोरखनाथ प्राकट्य दिवस
17 मई 2022, मंगलवार – नारद जयंती
19 मई 2022, गुरुवार – गणेश चतुर्थी व्रत
26 मई 2022, गुरुवार – अचला/अपरा एकादशी व्रत
27 मई 2022, शुक्रवार – प्रदोष व्रत
28 मई 2022, शनिवार – शिव चतुर्दशी व्रत
30 मई 2022, सोमवार – वट सावित्री व्रत, ज्येष्ठ अमावस्या, सोमवती अमावस्या , शनि जयंती
31 मई 2022, मंगलवार – चंद्रदर्शन
(यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)