- मुख्यमंत्री योगी ने अधिकारियों को मौके पर जाकर सर्वे करने के दिये निर्देश
- दो मार्च तक 50 जिलों के 7020 किसानों ने मुआवजे के लिए किया आवेदन
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में खराब मौसम, तेज हवा और ओलावृष्टि से अन्नदाता किसान की फसलों को हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति के लिए सर्वे कराने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों, एसडीएम और तहसीलदारों को मौके पर जाकर तत्काल सर्वे कराकर संबंधित विभाग को डिटेल उपलब्ध कराने के लिए आदेशित किया है ताकि 24 घंटे में अन्नदाताओं के खाते में क्षतिपूर्ति की धनराशि को भेजा जा सके।
मुख्यमंत्री योगी ने अधिकारियों को क्षतिपूर्ति देने में लापरवाही न करने की हिदायत भी दी है। उन्होंने कहा कि अगर किसी अधिकारी की लापरवाही सामने आती है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सर्वे पूरा होने के बाद फसलों के नकुसान का मुआवजा बीमा कंपनियों के साथ राजस्व विभाग से भी दिया जाएगा। वहीं राहत विभाग ने खराब मौसम को देखते हुए अलर्ट जारी किया है और लोगों से अति आवश्यक कार्य पर ही घर से निकलने की अपील की है।
मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर प्रमुख सचिव राजस्व पी. गुरु प्रसाद ने ओलावृष्टि से हुए फसलों के नुकसान की क्षतिपूर्ति का मुआवजा किसानों को देने के लिए प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों, एसडीएम और तहसीलदारों को मौके पर जाकर सर्वे करने के निर्देश दिये हैं। साथ ही जल्द से जल्द विभाग के पोर्टल पर सर्वे रिपोर्ट लगाने के निर्देश दिये हैं। वहीं 2 मार्च तक प्रदेश के 50 जिलों के अन्नदाताओं ने खराब मौसम, तेज हवा और ओलावृष्टि से क्षतिग्रस्त फसलों के मुआवजे के लिए आवेदन किया है। राहत विभाग के पोर्टल के अनुसार 50 जिलों के 7020 अन्नदाताओं ने क्षतिग्रस्त फसलों के मुआवजे के लिए आवेदन किया है। इसके सापेक्ष 2681 आवेदनों का सर्वेक्षण कार्य पूरा कर लिया गया है जबकि 4339 आवेदनों को सर्वेक्षण युद्धस्तर पर कराया जा रहा है। वहीं बता दें कि खराब मौसम को देखते हुए क्षतिग्रस्त फसलों के मुआवजे के आवेदनों में अभी और इजाफा हो सकता है।
सबसे ज्यादा हमीरपुर के 1256 किसानों ने मुआवजे के लिए किया आवेदन
प्रदेश में हमीरपुर के सबसे ज्यादा 1256 अन्नदाताओं ने क्षतिग्रस्त फसलों के मुआवजे के लिए आवेदन किया है। इसी तरह जालौन के 997, मीरजापुर के 969, ललितपुर के 812, झांसी के 650 और बांदा के 580 अन्नदाताओं ने क्षतिग्रस्त फसलों के मुआवजे के लिए आवेदन किया है जबकि आधा दर्जन जिलों के 100 से अधिक अन्नदाताओं ने मुआवजे के लिए आवेदन किया है।
मौसम को देखते हुए अलर्ट जारी किया
बाढ़, ओलावृष्टि और बेमौसम बारिश से 33 प्रतिशत से अधिक क्षतिग्रस्त फसलों से प्रभावित अन्नदाताओं को ही मुआवजा दिया जाता है। वहीं राहत विभाग ने खराब मौसम को देखते हुए अलर्ट जारी किया है। विभाग ने अगले 3 घंटे में अमेठी, अयोध्या, बहराइच, बाराबंकी, गोंडा, हरदोई, लखनऊ, रायबरेली, श्रावस्ती, सीतापुर और उन्नाव में कई स्थानों पर ओलावृष्टि के साथ हवा की गति 40- 60 किमी प्रति घंटे होने की संभावना जतायी है। ऐसे में विभाग ने लोगों को घरों से बहुत जरूरत होने पर ही बाहर निकलने की अपील की है ताकि किसी भी प्रकार की जनहानि से बचा जा सके।
बारिश ने बढ़ाई किसानों की परेशानी
लखनऊ। पूरे प्रदेश में बारिश ने किसानों की परेशानियां बढ़ा दी है। प्रदेश में लखनऊ समेत कई जगह ओले भी पड़े। इसके साथ ही शनिवार से ही बादल के कारण रबी की फसलों को काफी नुकसान पहुंचने का अंदेशा लगाया जा रहा है। इस बारिश के कारण तापमान में भी गिरावट दर्ज की गयी।
गाजीपुर के प्रगतिशील किसान पंकज राय का कहना है कि इस मौसम में कई बार बारिश हो गयी, जिससे रबी की फसलों पर दुष्प्रभाव पड़ चुका है। विशेषकर दलहन और तिलहन तो पहले ही खराब होने के कगार पर हैं। इस बारिश के कारण बिल्कुल ही समाप्त प्राय हो जाएगा। सब्जियों पर भी इसका खराब असर पड़ेगा। वहीं आम के बौर भी बरबाद हो जाएंगे।
सुलतानपुर जिले के प्रगतिशील किसान राम कीरत मिश्र ने कहा कि खेती के लिए बहुत ही नुकसानदायक है। इससे रबी की सभी फसलों को नुकसान होगा। अब मौसम साफ हो तो किसानों को इसके बचाव के लिए उपाय करना चाहिए। बचाव का उपाय करने से भी सब कुछ तो नहीं बचाया जा सकता, लेकिन कुछ तो बच सकता है। जहां भी ओले गिरे, वहां तो सबकुछ बर्बाद हो जाने की संभावना है।
जिला उद्यान अधिकारी डा. शैलेन्द्र दुबे का कहना है कि किसानों को सावधानी से काम लेना चाहिए। केले की फसल अभी छोटे हैं, लेकिन जहां भी ओले गिरे, वहां उसे भी नुकसान पहुंचेगा। हरी मिर्च को भी नुकसान होगा। मौसम साफ होते ही फसलों पर दवाओं का इस्तेमाल करना चाहिए। यह बता दें कि लखनऊ, कानपुर, बांदा, सहारनपुर आदि जिलों में ओले गिरने की खबर है। बारिश और हवाओं से तापमान में गिरावट दर्ज की गई। बारिश के साथ प्रदेश के कई जिलों में 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चलीं। प्रदेश के अधिकतर इलाकों में तीन से चार डिग्री तक की गिरावट अधिकतम तापमान में दर्ज की गई। ओलावृष्टि, बारिश, गरज चमक और बिजली गिरने के आसार हैं।