कांग्रेस ने पहले ही यह धमकी दी है कि अगर पप्पू यादव नामांकन वापस नहीं लेते हैं, तो कार्रवाई की जाएगी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने पिछले दिनों कहा था कि किसी भी व्यक्ति को निर्दलीय नामांकन करने की इजाजत नहीं है।
पूर्णिया की जनता के आशीर्वाद के बिना पप्पू यादव अपने राजनीतिक सफर को अधूरा मानते हैं। उन्होंने खुद सोशल मीडिया पर अपने समर्थकों को वादा किया है कि वे नामांकन वापस नहीं लेंगे और पूर्णिया को समृद्ध और न्यायपूर्ण बनाने के लिए काम करते रहेंगे। इसके बावजूद, कांग्रेस के अधिकांश नेता चाहते हैं कि पप्पू यादव के परिवर्तन के लिए कार्रवाई की जाए। यहां तक कि बिहार कांग्रेस के कई नेता भी इस मुद्दे पर सक्रिय हैं। परंतु पप्पू यादव की तरफ से साफ है कि वे इस समय में अपने स्थान को पक्का मानते हैं और नामांकन वापस नहीं लेंगे।