City Headlines

Home Uncategorized Jodhpur Violence: जोधपुर हिंसा पर संयुक्त राष्ट्र ने दिया बयान, कहा- उम्मीद है कि सब लोग साथ मिलकर करेंगे काम

Jodhpur Violence: जोधपुर हिंसा पर संयुक्त राष्ट्र ने दिया बयान, कहा- उम्मीद है कि सब लोग साथ मिलकर करेंगे काम

by

राजस्थान के जोधपुर में सांप्रदायिक तनाव (Jodhpur Communal violence) के बीच संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेसके एक प्रवक्ता ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि विभिन्न समुदाय के लोग साथ मिलकर काम करेंगे और भारत सरकार तथा सुरक्षाबल यह सुनिश्चित करेंगे कि सभी अपने त्यौहार आदि शांतिपूर्वक मना सकें. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के गृहनगर जोधपुर में मंगलवार को ईद से कुछ घंटे पहले सांप्रदायिक तनाव पैदा हो गया, जिसके कारण मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद करनी पड़ी और शहर के 10 पुलिस थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू (Curfew) लगा दिया गया. उपद्रव के सिलसिले में 97 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जबकि शहर में बुधवार को लगातार दूसरे दिन कर्फ्यू जारी रहा.

संयुक्त राष्ट्र महासचिव के उप प्रवक्ता फरहान हक ने मंगलवार को कहा, ‘हमें उम्मीद है कि विभिन्न समुदाय साथ मिलकर काम करेंगे और सरकार तथा सुरक्षाबल यह सुनिश्चित करेंगे कि सभी अपने त्यौहार और अन्य गतिविधियां शांतिपूर्वक मना सकें.’ जोधपुर में हुई हिंसा की घटनाओं पर महासचिव की प्रतिक्रिया के बाबत पूछे गए सवाल के जवाब में हक ने यह बयान दिया.

सीएम गहलोत ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का दिया निर्देश

राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत ने जोधपुर की घटनाओं को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है और अधिकारियों को दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि यह उन्हें बदनाम करने का भाजपा का एजेंडा था. उन्होंने कहा, हिन्दू-मुस्लिम दंगे भड़काना उनका काम है. आप कब तक ध्रुवीकरण के नाम पर राजनीति कर सकते हैं? यह देश सभी धर्मों का है, सभी जातियों का है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केन्द्र सरकार को भी यह समझना होगा.

अब तक 97 लोग अरेस्ट

पुलिस ने दावा किया है कि शहर में हालात नियंत्रण में हैं. जोधपुर पुलिस नियंत्रण कक्ष से मिली जानकारी में कहा गया है कि अब तक 97 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, मंगलवार रात से स्थिति नियंत्रण में है और कोई नई अप्रिय घटना नहीं हुई. जोधपुर मुख्यमंत्री गहलोत का गृह नगर भी है, जहां हालात पर नजर रखने के लिए आला अधिकारियों के साथ लगभग 1000 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है. जोधपुर जिले में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं भी बंद हैं.

कैसे हुई विवाद की शुरुआत

इस विवाद की शुरुआत सोमवार को आधी रात के बाद हुई जब कथित तौर पर अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने शहर के एक चौराहे पर स्थापित स्वतंत्रता सेनानी बालमुकुंद बिस्सा की प्रतिमा पर धार्मिक झंडा लगाया. हिंदू समुदाय के लोगों ने इसका विरोध किया जिसके बाद दोनों समुदायों में झड़प हो गई. हिंदू समुदाय के लोगों ने आरोप लगाया कि वहां परशुराम जयंती पर लगाए गए भगवा ध्वज को हटाकर इस्लामी ध्वज लगा दिया गया. वहां पथराव भी हुआ, स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस मौके पर पहुंची और पथराव में पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए.

भाषा इनपुट्स के साथ

Leave a Comment