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HDFC के लेंडिंग रेट में बढ़ोतरी, पहले से महंगे होंगे होम लोन, मौजूदा ग्राहकों पर होगा असर

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एचडीएफसी (HDFC) ने बेंचमार्क रिटेल प्राइम लेंडिंग रेट (RPLR) की दर 5 बेसिस पॉइंट तक बढ़ा दी है. इस बढ़ोतरी से होम लोन रेट (Home loan rate) में भी 5 बेसिस पॉइंट की बढ़ोतरी होगी. लोन रेट में यह वृद्धि मौजूदा ग्राहकों पर लागू होगी. हालांकि नए ग्राहकों की ब्याज दरों पर इसका असर नहीं होगा क्योंकि उन्हें बेंचमार्क पर 5 बेसिस पॉइंट की अतिरिक्त छूट मिलेगी. इससे आरपीएलआर की वृद्धि बराबर हो जाएगी.

अभी कई दिनों से इस बात पर चर्चा चल रही है कि बैंक और हाउसिंग फाइनेंस कंपनियां नजदीकी समय में लेंडिंग रेट को बढ़ाएंगे या नहीं क्योंकि रिजर्व बैंक ने अपनी ब्याज दरों को स्थिर रखा है. इस बीच एचडीएफसी ने लंबे अंतराल के बाद लेंडिंग रेट में 5 बेसिस पॉइंट की बढ़ोतरी की है. इससे बाकी बैंक और हाउसिंग फाइनेंस कंपनियां भी प्राइम लेंडिंग रेट में वृद्धि कर सकती हैं. इससे होम लोन महंगे हो जाएंगे. हालांकि यह दर मौजूदा ग्राहकों पर लागू होगी, न कि नए ग्राहक इसके प्रभाव में आएंगे.

पहले भी हो चुकी है बढ़ोतरी

एचडीएफसी ने पिछले महीने भी प्राइम लेंडिंग रेट में वृद्धि का ऐलान किया था. इसमें 20 बेसिस पॉइंट तक की बढ़ोतरी की गई थी और नए रेट 1 अप्रैल से लागू किए गए थे. इसके ठीक एक महीने बाद एचडीएफसी ने प्राइम लेंडिंग रेट या आरपीएलआर पर 5 बेसिस पॉइंट की बढ़ोतरी करने की घोषणा की.

एचडीएफसी भारत का सबसे बड़ा मॉर्गेज फाइनेंसर है. उसके लेंडिंग रेट में बढ़ोतरी से बात साफ हो गई कि अब सस्ते होम लोन के दिन लद गए. आने वाले समय में होम लोन की दरें बढ़ेंगी और इसमें बैकों के साथ-साथ फाइनेंस कंपनियां भी अपने-अपने हिसाब से ऐलान करेंगी. हाल के महीनों में, खासकर कोरोना के दौरान होम लोन में खूब सस्ती देखी गई जिसका फायदा लोगों ने खूब उठाया. एक्सपर्ट की मानें तो आने वाले समय में लोन महंगे होंगे. अन्य चीजों की महंगाई में होम लोन भी बड़ा रोल निभाएगा.

क्या होता है लेंडिंग रेट

साल 2019 में भारतीय रिजर्व बैंक ने एक निर्देश जारी कर बैंकों को अपनी ब्याज दरों को बाहरी बेंचमार्क से लिंक करने के लिए कहा. अधिकांश बैंकों ने अभी अपनी ब्याज दरों को रिजर्व बैंक के रेपो रेट से जोड़ा है. रेपो रेट में पिछली कई तिमाहियों से कोई बदलाव नहीं है. लिहाजा होम लोन की दरें भी स्थिर और सस्ती रही हैं. इस तरह के लोन को रेपो रेट लिंक्ड लेंडिंग रेट कहते हैं. कुछ बैंक इसे बाहरी बेंचमार्क लेंडिंग रेट या EBLR भी कहते हैं. अभी आरपीएलआर सिर्फ मौजूदा ग्राहकों के लिए लागू है क्योंकि लेंडिंग रेट का बेंचमार्क बदल गया है. पिछले साल लगभग सभी बैंकों और फाइनेंस कंपनियों ने आरपीएलआर में कमी की थी जिससे होम लोन की दरें घट गई थीं.

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