पंचकुला (Panchkula) के फतेहपुर गांव में बुधवार तड़के भीषण आग (Fire) लगने से 32 झुग्गियां जल कर राख हो गई. झुग्गियों (Shanties) में सो रहे लोग समय रहते वहां से निकलने में सफल रहे. इसके बाद उन्होंने तुरंत दमकल विभाग को फोन किया. सेक्टर-20 फायर स्टेशन से वाहन मौके पर पहुंचे और आग पर काबू पाने में दो घंटे से ज्यादा समय लग गए. जब तक आग पर काबू पाया जाता ज्यादातर झुग्गियां जल कर राख हो चुकी थीं. वहीं अब तक आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है. घटना में किसी के हताहत होने की जानकारी नहीं है. लेकिन आग में कई लोगों का ज्यादातर सामान जल गया है.
स्थानीय निवासियों ने बताया कि 5-6 एलपीजी सिलेंडर भी फट गए थे. आग में कुछ लोगों के बचाए हुए पैसे भी जल गए. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार झुग्गी में रहने वाले किरण ने बताया कि झुग्गी से भागते समय, मैंने ये सोचकर जल्दबाजी में एक डिब्बा उठाया कि ये मेरी की बचत वाला डिब्बा है, जिसमें 60 हजार रुपये रखे हैं. दुर्भाग्य से ये गलत डिब्बा निकाल. झुग्गियों में रहने वाले अधिकांश लोगों के पास बैंक खाता नहीं है और वो नकदी को बचत के रूप में रखते हैं.
सारा सामान जलकर हुआ खाक
एक अन्य निवासी महेश ने कहा कि शुक्र है कि कोई हताहत नहीं हुआ लेकिन हमारा सारा निजी समान जल गया है. मैं पीड़ित लोगों की ओर से निवेदन करता हूं कि प्रशासन हर संभव वित्तिय सहायता प्रदान करे. क्योंकि अब हमारे पास कुछ भी नहीं बचा है. शिरड़ी साई सेवा ट्रस्ट के सदस्यों ने बुधवरा को अस्थायी आश्रय बनाने के लिए बांस की छड़ें और तंबू देने की घोषण की. वहीं मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट ने निवासियों के लिए लंगर सेवा प्रदान करने का बात कही है.
कूडे के ढेर में लगी आग
वहीं इससे पहले गुरुग्राम के मानेसर इलाके में सोमवार की देर रात कूड़े की ढेर में भीषण आग लग गई. घटना मानेसर के सेक्टर 6 के पास की है. आग इतनी भीषण थी कि करीब 50 एकड़ में बनी झुग्गियां जल कर राख हो गईं. इस दौरान आग पर काबू पाने के लिए करीब तीन दर्जन फायर बिग्रेड गाड़ियां मौजूद हैं. आग में झुलसने से एक महिला की मौत हो गई. जबकि आधा दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल हैं.