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Gujarat: अहमदाबाद में परशुराम जयंती पर लगाए गए बैनर, युवकों ने पोस्टर फाड़े; 4 लोग हिरासत में लिए

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गुजरात (Gujarat) के अहमदाबाद जिले में परशुराम जयंती के अवसर पर वसना इलाके में लगाए गए बैनर-पोस्टर मंगलवार तड़के कथित रूप से फाड़ने के आरोप में पुलिस ने तीन बदमाशों और एक नाबालिग को हिरासत में लिया. इस मामले में पुलिस अधिकारी ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि वसना के लोगों ने भगवान परशुराम की जयंती के अवसर पर मंदिरों में महाआरती का आयोजन किया और सोमवार देर रात इसी संबंध में कुछ बैनर-पोस्टर लगाए थे. पुलिस ने इस मामले में सभी आरोपियों के खिलाफ संगीन धाराओं में केस दर्ज किया.

पुलिस उपायुक्त भागीरथ सिंह जडेजा ने बताया, वसना के चामुंडा नगर इलाके में जब वे लोग बैनर लगा रहे थे, उसी दौरान कुछ स्थानीय युवकों ने अपने क्षेत्र में ऐसे बैनर लगने पर नाराजगी जतायी. गुस्से में इन युवकों ने तड़के कुछ बैनर-पोस्टर फाड़ दिए और जिस बोर्ड पर परशुराम चौक लिखा था उसे भी तोड़ दिया गया. जडेजा ने बताया कि आयोजकों से शिकायत मिलने पर पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार से एक नाबालिग सहित चार असामाजिक तत्वों की पहचान की.

पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ दर्ज की FIR

इस मामले मे डीसीपी ने बताया कि तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि नाबालिग को भी हिरासत में ले लिया गया है. उन्होंने बताया कि इन सभी आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है. इसके अलावा उन्होंनेकहा कि सभी के साथ सख्ती से निपटा जाएगा.

अक्षय तृतीया को मनाई जाती है परशुराम जयंती

बता दें कि परशुराम जयंती अक्षय तृतीया को मनाई जाती है.जोकि भगवान परशुराम के जन्म का दिन है. भगवान विष्णु के छठे अवतार, भगवान परशुराम (शाब्दिक अर्थ, कुल्हाड़ी के साथ राम) क्षत्रियों की बर्बरता से बचाने के लिए पृथ्वी पर अवतरित हुए. गौरतलब है कि इस दिन को देश के अधिकांश हिस्सों में परशुराम जयंती के रूप में मनाया जाता है. हालांकि,हिंदू कैलेंडर के अनुसार, परशुराम जयंती वैशाख में ‘शुक्ल पक्ष’ की तृतीया (तीसरे दिन) को पड़ती है.

MLA जिग्नेश मेवानी ने गुजरात सरकार पर साधा निशाना

बता दें कि हाल ही में जेल से बेल पर बाहर आए निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी ने कहा कि मैं गुजरात सरकार से कहना चाहता हूं कि आप इतने निकम्मे हैं कि आप तब कुछ नहीं कर सके, जब असम पुलिस गुजरात के गौरव को रौंदने आयी थी. आपको इसके लिए शर्म आनी चाहिए. निर्दलीय विधायक मेवानी ने कहा, असम पुलिस द्वारा गुजरात के एक विधायक का अपहरण करना और उसे असम ले जाना गुजरात के 6.5 करोड़ लोगों का अपमान है. इस मौके पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जगदीश ठाकोर और अर्जुन मोढवाडिया तथा अमित चावड़ा जैसे पार्टी के वरिष्ठ पार्टी नेता भी मौजूद थे.

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