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Covid Vaccination: कोरोना वैक्सीन की दूसरी और प्रीकॉशन डोज के बीच समयसीमा घटाकर की जा सकती है 6 महीने, NTAGI कल करेगा विचार

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देश में लोगों को कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus) से बचाने के लिए बड़े स्तर पर टीकाकरण (Corona Vaccination) का अभियान चल रहा है. इसके तहत अब तक कोविड-19 वैक्सीन (Covid-19 Vaccine) की 189.23 करोड़ से अधिक डोज लोगों को दी जा चुकी हैं. वहीं अब टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (NTAGI) बुधवार को इस विषय पर चर्चा करेगा कि शिक्षा, रोजगार, खेल प्रतिस्पर्धा और कारोबार के लिए विदेश जाने वालों को कोविड-19 वैक्सीन की प्रीकॉशन डोज यानी तीसरी खुराक या बूस्टर खुराक (Precaution Dose) लगाने की अनुमति दी जाए या नहीं.

आधिकारिक सूत्रों ने समाचार एजेंसी भाषा को बताया है कि एनटीएजीआई कोविड-19 वैक्सीन की दूसरी डोज और प्रीकॉशन डोज लेने के लिए नौ महीने के मौजूदा अंतर को घटाकर सभी के लिए छह महीने का समय करने पर भी विचार करने वाला है. सूत्रों ने बताया है कि वैज्ञानिक सबूतों और देश व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किए गए अध्ययनों पर गौर करने के बाद कुछ विशेषज्ञों की राय है कि प्रीकॉशन डोज के लिए समय सीमा सभी के लिए दूसरी डोज के बाद मौजूदा नौ महीने से घटाकर छह महीने की जानी चाहिए.

लोगों ने स्वास्थ्य मंत्रालय से मांगी है अनुमति

सूत्रों ने यह भी कहा है कि इसके अलावा स्वास्थ्य मंत्रालय को ऐसे कई अनुरोध मिले हैं, जिसमें रोजगार, विदेशी शिक्षण संस्थानों में प्रवेश, खेल प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने, द्विपक्षीय और बहुपक्षीय बैठकों में भारत के आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल का हिस्से के रूप में जाने वालों या कारोबारी उद्देश्यों से तत्काल विदेश यात्रा पर जाने वालों को प्रीकॉशन डोज लेने की अनुमति दी जाए.

शुक्रवार को भी हुई थी चर्चा

एनटीएजीआई पांच से 12 साल उम्र के बच्चों के कोरोना टीकाकरण के आंकड़ों का बुधवार को विश्लेषण भी कर सकता है. एनटीएजीआई की स्थायी तकनीकी उप समिति ने शुक्रवार को दूसरी और प्रीकॉशन डोज के बीच की अवधि को घटाकर छह महीने करने पर चर्चा की थी लेकिन कोई फैसला नहीं हो सका. सूत्रों ने बताया कि भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद और अंतरराष्ट्रीय अनुंसधान संस्थानों से संकेत मिला है कि टीके की दोनों डोज लेने के छह महीने के बाद शरीर में उत्पन्न एंटीबॉडी कम हो जाती हैं और बूस्टर खुराक देने से प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है.

अभी है 9 महीने की समयसीमा

बता दें कि इस समय 18 साल से अधिक उम्र के वे लोग जिन्होंने टीके की दूसरी डोज लेने के बाद नौ महीने की अवधि पूरी कर ली है, वे बूस्टर डोज लगवाने के पात्र हैं. सूत्रों ने बताया कि अंतिम फैसला एनटीएजीआई की अनुशंसा के आधार पर होगा जिसकी बैठक बुधवार को होगी.

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