ज्योतिष में चंद्रमा (Chandrama) मन के साथ माता, मनोबल, सुख-शांति, धन-संपत्ति, आदि का कारक माना गया है. मान्यता है कर्क राशि का स्वामी चंद्रमा यदि कुंडली (Horoscope) में मजबूत होकर शुभ फल प्रदान करें तो साधक को सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है लेकिन यदि चंद्रमा कमजोर हो तो वह जीवन में तमाम तरह की परेशानियों का कारण बनता है. चंद्र ग्रह (Moon) की अशुभता के कारण व्यक्ति छोटी-छोटी बातों पर परेशान होने लगता है. वह भावनाओं में बहकर या फिर क्रोध में आकर गलत फैसले लेने लगता है और अक्सर सर्दी-जुकाम आदि से पीड़ित रहता है. यदि आपकी कुंडली (Kundali) में भी चंद्रमा आपकी परेशानियों का कारण बन रहा है तो उसकी शुभता को पाने के लिए नीचे दिए सरल उपाय करें.
कुंडली के कमजोर चंद्रमा को बली बनाकर उसकी शुभता को पाने के लिए सोमवार का व्रत उत्तम उपाय माना गया है. ऐसे में चंद्र ग्रह की शुभता को पाने के लिए प्रत्येक सोमवार को विधि-विधान से व्रत रखें. इस उपाय को करने पर आपको चंद्रमा संग भगवान शिव की भी कृपा प्राप्त होगी.
कुंडली में कमजोर चंद्रमा के कारण मिलने वाले कष्टों से बचने के लिए प्रत्येक सोमवार को चावल, दूध, दही, मिश्री, चांदी, मोती, सफेद वस्त्र, सफेद पुष्प, सफेद चंदन आदि का दान करें. चंद्रमा से संबंधित चीजों का दान हमेशा शाम के समय ही करें.
कुंडली में चंद्रमा की शुभता को पाने के लिए किसी ज्योतिषी से सलाह लेकर उचित भार वाला मोती रत्न चांदी की अंगूठी में जड़वाकर सोमवार अथवा पूर्णिमा तिथि पर धारण करें. मोती को धारण करते समय उसका पूजन और उसे चंद्र मंत्रों से अभिमंत्रित करना न भूलें.
चंद्रमा की शुभता को पाने के लिए हाथ में चांदी का कड़ा, चांदी की अंगूठी, चांदी की चेन और यदि स्त्री हैं तो चांदी की पायल धारण करें.
ज्योतिष के अनुसार यदि आपकी कुंडली में चंद्रमा कमजोर है तो उससे मिलने वाले कष्टों से बचने के लिए जब कभी भी अपना मकान बनवाएं तो नींव में थोड़ा-सा चांदी का टुकड़ा जरूर दबा दें. इस उपाय को करने से चंद्रमा मजबूत होता है और उसके शुभ फल प्राप्त होते हैं.
ज्योतिष के अनुसार यदि आपकी कुंडली में चंद्रमा कमजोर है तो उसके अशुभ फल से बचने और मानसिक शांति को पाने के लिए अपनी पलंग या चारपाई के चारों पायों में चांदी की कील लगाएं.
चंद्र ग्रह से जुड़े कष्टों को दूर करने और उसकी शुभता को पाने के लिए प्रत्येक सोमवार को चंद्र दर्शन करें और उन्हें जल देकर रुद्राक्ष की माला से ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः चंद्रमसे नमः मंत्र जपें.
(यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)