उन्नाव: यूपी के उन्नाव जिले के बीजेपी विधायक अनिल सिंह ने लोक निर्माण विभाग (PWD) के प्रमुख सचिव अजय चौहान को एक अत्यंत चौंकाने वाला पत्र भेजा है। इस पत्र में विधायक ने पीडब्ल्यूडी विभाग में भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। अनिल सिंह ने लोक निर्माण विभाग के कुछ अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए मामले की जांच की मांग की है।
बीजेपी विधायक अनिल सिंह ने पीडब्ल्यूडी विभाग में भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि विभाग में एक ही बाबू पिछले 21 सालों से तैनात है, और उसे हटाने वाला कोई नहीं है। अनिल सिंह के मुताबिक, ये तीन बाबू—बीरेंद्र यादव, वीरेंद्र कुमार यादव, और ओमप्रकाश पटेल—विधायकों के पत्रों का गलत तरीके से इस्तेमाल करते हैं। उन पर आरोप है कि ये बाबू फील्ड में तैनात अधिकारियों से 10% कमीशन वसूलते हैं और ट्रांसफर-पोस्टिंग के माध्यम से करोड़ों रुपये का घोटाला करते हैं।
विधायक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इन बाबुओं और उनके रिश्तेदारों की संपत्तियों की जांच कराने की मांग की है। उनका आरोप है कि ये बाबू अपने पसंदीदा अधिकारियों को ठेकेदारों से सांठ-गांठ कराकर और मुख्यालय के अधिकारियों के साथ मिलकर, फील्ड में तैनाती के नाम पर ठेकेदारों से मोटी रकम वसूलते हैं और भ्रष्टाचार में लिप्त हैं।
2020 में पीडब्ल्यूडी मुख्यालय में एक महिला पदाधिकारी की हत्या को भी बाबुओं के रैकेट से जोड़कर देखा जा रहा है। इस संदर्भ में विधायक ने मांग की है कि हत्या की जांच किसी सक्षम एजेंसी से करवाई जाए। इस पत्र के खुलासे के बाद पीडब्ल्यूडी विभाग में चल रहे बड़े भ्रष्टाचार का भी पर्दाफाश हुआ है। अब यह देखना होगा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अधीन आने वाले इस विभाग में मुख्यमंत्री कार्यालय और प्रमुख सचिव इस मामले पर क्या कार्रवाई करते हैं।