पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद तृणमूल कांग्रेस पर हिंसा की राजनीति ( Bengal post poll violence ) करने का आरोप लगता रहा है. भाजपा (BJP Leader Arrested) चुनाव के बाद की हिंसा के आरोपों पर मुखर है. अब चुनाव बाद हिंसा के मामले भाजपा नेता को पूर्व मेदनीपुर के खेजुरी से गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार बीजेपी नेता का नाम शुभांग शुशेखर दास है. गिरफ्तार नेता खेजुरी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के पूर्व उम्मीदवार और मंडल अध्यक्ष थे. पुलिस ने रविवार को उसे गिरफ्तार किया है. उसे सोमवार को कांथी अनुमंडल न्यायालय में पेश किया गया. बीजेपी नेता की गिरफ्तारी के बाद राज्य की राजनीति गरमा गई है. टीएमसी (TMC) और बीजेपी के नेता एक-दूसरे पर परस्पर आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं. बीजेपी का दावा है कि बदले की राजनीति के तहत गिरफ्तार किया गया है.
जबकि टीएमसी का दावा है कि पुलिस कानून का पालन कर रही है. हिंसा के मामले में सरकार कोई रंग नहीं देखती है और आरोपी चाहे किसी भी पार्टी का हो. कानून अपना काम करती है. गिरफ्तार बीजेपी नेता का घर खेजुरी थाने के मालदा गांव में है.
विधानसभा चुनाव के पहले खेजुरी में बीजेपी नेता पर लगा था बमबाजी करने का आरोप
पुलिस सूत्रों के मुताबिक विधानसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा से कुछ दिन खेजुरी के इस इलाके में भारी बमबारी हुई थी. इस मामले में भाजपा नेता और मंडल के पूर्व अध्यक्ष शुभांग शुशेखर दास सहित बीजेपी के और कई नेताओं के नाम सामने आए थे. उनके खिलाफ खेजुरी थाने में लिखित शिकायत भी दर्ज कराई गई थी. पुलिस का दावा, इस घटना के बाद शुभ्रांशु फरार था. गुप्त सूत्र से सूचना मिलने के बाद पुलिस ने रविवार को अभियान शुरू किया. भाजपा नेता को खेजुरी से गिरफ्तार किया गया.
बीजेपी ने लगाया झूठे मामले में फंसाने का आरोप, टीएमसी ने किया खारिज
यद्यपि इस घटना में भाजपा बदले की राजनीति देख रही है. भाजपा के कांथी सांगठनिक जिले में खेजुरी के भाजपा नेता और महासचिव तापस कुमार दलुई ने कहा, ‘तृणमूल ने अब बदले की राजनीति शुरू कर दी है. तो भाजपा पूर्व मंडल अध्यक्ष को झूठे मामले में गिरफ्तार किया गया, लेकिन हमें कानून का भी पूरा भरोसा है.” हालांकि, भाजपा के इस बयान को खेजुरी के टीएमसी नेता और जिला परिषद के सदस्य पार्थप्रतिम दास ने खारिज कर दिया. उन्होंने कहा, “अगर वह दोषी है, तो उसे दंडित किया जाना चाहिए. कानून का पालन किया जाएगा. बीजेपी जैसी तृणमूल कांग्रेस नहीं है.