लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के मतदान से पहले समाजवादी पार्टी को पूर्वांचल में बड़ा झटका लगा है। यहाँ पूर्व विधायक ओम प्रकाश दुबे उर्फ़ बाबा दुबे ने पार्टी छोड़ दी है। सूत्रों के अनुसार अपना टिकट काटने से नाराज दुबे ने पार्टी से इस्तीफ़ा दिया है। यहाँ पार्टी ने बाबू सिंह कुशवाहा को टिकट दिया है।
आपको बता दे कि 2009 में बसपा की पूर्ण बहुमत की सरकार रहते बाबा दुबे ने बसपा छोड़कर सपा का दामन थामा था। दरअसल 2012 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने बदलापुर विधानसभा से बाबा दुबे पर दांव लगाया था और उन्होंने जीत दर्ज की थी। जबकि बरौली गांव के मूल निवासी ओमप्रकाश उर्फ बाबा दुबे साल 2017 में सपा के टिकट पर उन्हें करारी हार मिली थी। सूत्रों के अनुसार बाबा दुबे ने सपा छोड़ने का मन पहले ही बना लिया था । .सपा को वर्तमान लोकसभा चुनाव ही नहीं बल्कि 2027 के विधानसभा चुनावों के लिए भी यह बड़ा झटका साबित होगा।
क्षेत्र में चर्चा ये भी है कि सपा को बाबू सिंह कुशवाहा को जौनपुर में प्रत्याशी बनाकर थोपना बहुत भारी पड़ा है. बाबू सिंह कुशवाहा के ऊपर दर्जनों भ्रष्टाचार और आपराधिक मुकदमे सहित उनकी जेल यात्रा केंद्र में कांग्रेस और राज्य की अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली सपा सरकार के रहते हुई थी. बेल पर बाहर बाबू सिंह कुशवाहा को आज उन्हीं दोनों पार्टियों ने इंडी गठबंधन के संयुक्त उम्मीदवार के रूप में उतारने से जिले में काफ़ी जन आक्रोश दिख रहा है.