हिंदू धर्म में अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) को सर्वसिद्धि प्रदान करने वाली पुण्यदायी तिथि माना गया है. मान्यता है कि इस पावन तिथि पर की जाने वाली साधना-आराधना और कार्य शीघ्र ही सफल होते हैं और उनका कभी क्षय नहीं होता है. इस साल धन की देवी मां लक्ष्मी (Goddess Laxmi) की साधना से लेकर तमाम तरह के शुभ कार्यों के लिए सर्वोत्तम मानी जाने वाली अक्षय तृतीया के साथ मंगलवार का सुखद संयोग बना है. ऐसे में अक्षय तृतीया पर मां लक्ष्मी से धन का आशीर्वाद पाने के साथ अष्टसिद्धि नवनिधि के दाता श्री हनुमान जी (Lord Hanuman) की कृपा पाने के लिए नीचे दिए पूजा के उपाय अवश्य करें.
मंगलवार के दिन हनुमान जी की साधना करने पर हनुमत साधक को विशेष फल की प्राप्ति होती है. अक्षय तृतीया के साथ जुड़ाव होने पर इसकी शुभता और बढ़ जाती है. ऐसे में आज सुख-समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति के लिए धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा में श्रीसूक्त का पाठ करने के साथ श्री हनुमान चालीसा का सात बार पाठ अवश्य करें.
मान्यता है कि कलयुग में हनुमान जी की पूजा सबसे ज्यादा फलदायी है, ऐसे में अपने करिअर और कारोबार में वृद्धि करने के लिए और बल, बुद्धि और विद्या का आशीर्वाद पाने के लिए आज हनुमान जी की पूजा में उन्हें मीठा पान अवश्य चढ़ाएं. मान्यता है कि हनुमान जी की पूजा में इस उपाय को करने पर साधक को सुख-संपत्ति की प्राप्ति होती है और उसके जीवन में मिठास बनी रहती है.
जिस प्रकार अक्षय तृतीया को सर्वसिद्ध मुहूर्त माना जाता है, कुछ वेसे ही हनुमान जी एक ऐसे देवता हैं, जिनकी साधना कभी भी की जा सकती है, लेकिन मंगवार के दिन उनकी पूजा करने पर साधक को विशेष फल प्राप्त होता है. ऐसे में आज हनुमान जी से मनचाहा आशीर्वाद पाने के उनकी पूजा में प्रसाद के रूप में शुद्ध घी से बना लड्डू या मोती चूर चढ़ाएं.
जिस प्रकार घर में कमल में बैठी हुई लक्ष्मी की पूजा की जाती है और कार्यक्षेत्र में माता लक्ष्मी की खड़ी हुई तस्वीर की पूजा होती है, कुछ वैसे ही श्री हनुमान जी की अलग-अलग मुद्राओं की पूजा का अपना अलग महत्व है. जैसे यदि आप आपके बच्चे को रात को बुरे सपने आते हैं और वह चौंक कर डर जाता है या फिर उसे किसी चीज से भय लगता है तो आप उसे बाल हनुमान की पूजा करवाएं और आज मंगलवार के दिन हनुमान जी के बाएं पैर के अंगूठे से सिंदूर लेकर उसे तिलक लगाएं.
मान्यता है कि हनुमान जी की ध्यान मुद्रा वाली तस्वीर या मूर्ति की पूजा से साधक को मन की शक्ति और आत्मिक शांति मिलती है, जबकि पहाड़ उठाए हुए हनुमान जी की पूजा करने पर साधक के जीवन से जुड़े बड़े से बड़े संकट से मुक्ति मिलती है. वहीं भगवान राम की सेवा में लीन श्री हनुमान जी की मूर्ति की पूजा करने पर साधक अपने अपने कार्य, परिवार आदि के प्रति पूरी तरह से समर्पित रहते हुए सुख-समृद्धि और सफलता को प्राप्त करता है.
(यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)