2024 के लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट पर मतदान होगा, जो पिछले चुनाव में बड़े धूमधाम से चर्चा में रही। यहां से भाजपा प्रत्याशी ने पिछली बार प्रधानमंत्री मोदी को भी पछाड़ा था। आगरा के इस क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी राजकुमार चाहर ने 2019 के चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी। उन्हें लगभग 4,95,065 वोटों की भारी जीत मिली थी, जिससे वह इस क्षेत्र में दिल्ली की तरह राज करने लगे थे। इस बार भी भाजपा ने चाहर को यहां से प्रत्याशी बनाया है, जिससे चुनाव मैदान में उनका पलटवार देखने को मिल सकता है।
इस बार फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट पर चुनाव मैदान में कई रंग दिखाई दे रहे हैं। भाजपा ने अपने पूर्व विजेता राजकुमार चाहर को फिर से चुनाव लड़ने के लिए चुना है, जबकि सपा-कांग्रेस गठबंधन ने पूर्व फौजी रामनाथ सिकरवार को अपना प्रत्याशी उतारा है। इसके साथ ही, बसपा ने रामनिवास शर्मा को भी चुनाव मैदान में भेजा है। वहीं, भाजपा विधायक चौधरी बाबूलाल के बेटे रामेश्वर चौधरी ने निर्दलीय मैदान में अपनी उपस्थिति को महसूस करवा दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2019 के चुनाव में वाराणसी लोकसभा सीट पर 4,79,505 वोटों के साथ शानदार जीत हासिल की थी। उन्हें कुल 6,74,664 वोट मिले थे, जो कि भाजपा के प्रत्याशी राजकुमार चाहर से थोड़े से कम थे। यह जीत इतनी भव्य थी कि सीकरी में गठबंधन के प्रत्याशी गुड्डू शर्मा की जमानत जब्त हो गई, क्योंकि उन्हें राजकुमार से बहुत कम वोट मिले थे। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर को भी कुछ हजार वोट की कमी थी, तो उनकी भी जमानत जब्त हो गई।
2009 के लोकसभा चुनाव में बसपा ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी। यहां जाटव और मुस्लिम मतों के साथ ब्राह्मण मतदाताओं के समीकरण के कारण, बसपा की सीमा उपाध्याय ने विजय हासिल की थी। हालांकि, कांग्रेस के प्रतियोगी राजबब्बर ने इस बारीक चुनाव में बहुत कम वोटों के साथ हार का सामना किया था। इस चुनाव में, बसपा ने पहले चुनाव के समीकरणों के आधार पर ब्राह्मण प्रत्याशी राम निवास शर्मा को चुनाव मैदान में उतारा था, लेकिन बदले हालातों में टक्कर के आसार देखने को मिले।