नई दिल्ली । बुधवार 23 अगस्त की शाम छह बज कर चार मिनट पर भारत ने अंतरिक्ष जगत में स्वर्णिम इतिहास रच दिया। चंद्रयान 3 चंदमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने में कामयाब हो गय। इसी के साथ ही भारत ने चाँद के दक्षिणी के हिस्से में तिरंगा फहरा कर अपनी वैज्ञानिक क्षमता का लोहा मनवा दिया।
जैसे ही चंद्रयान 3 ने सॉफ्ट लैंडिंग की पूरा भारत ख़ुशी से झूम उठा। देश भर में लोग जगह जगह टेलीविज़न स्क्रीन पर आँख गड़ाए बैठे थे। चंद्रयान मिशन 14 जुलाई को लांच हुआ था। 39 दिन के सफर के बाद जब विक्रम लैंडर ने चाँद की सतह को जैसे ही छुआ देश में जश्न शुरू हो गया। लोगों ने नाचने गाने के साथ ही मिठाइयां बाँटना शुरू कर दिया।
दक्षिण अफ्रीका में ब्रिक्स सम्मलेन में भाग ले रहे प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी चंद्रयान 3 की सफल लैंडिंग पर बोले हमने धरती पर संकल्प लिया और चांद पर उसे पूरा किया
भारत का चंद्रयान 3 सफलतापूर्वक चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतर गया है। भारत ने आज वह इतिहास रचा है जिसे अब तक दुनिया का कोई भी देश नहीं कर पाया। चंद्रयान 3 की लैंडिंग के दौरान पीएम मोदी भी दक्षिण अफ्रीका के ब्रिक्स सम्मेलन से इसरो के साथ लाइव जुड़े रहे। उन्होंने आज के दिन को ऐतिहासिक बताया। पूरी मानवता के लिए बड़ा दिन
पीएम मोदी ने कहा कि भारत का सफल चंद्रमा मिशन अकेले भारत का नहीं है…यह सफलता पूरी मानवता की है। इसलिए यह भारत के साथ ही साथ पूरी मानवता के लिए बड़ा दिन है। इससे पहले कोई भी देश वहां (चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव) तक नहीं पहुंचा है। हमारे वैज्ञानिकों की मेहनत से हम वहां तक पहुंचे हैं। जब हम ऐसे ऐतिहासिक क्षण देखते हैं तो हमें बहुत गर्व होता है। ये नए भारत का सूर्योदय है। पीएम ने कहा कि कभी कहा जाता था चंदा मामा बहुत दूर के हैं, अब एक दिन वो भी आएगा जब बच्चे कहा करेंगे चंदा मामा बस एक टूर के हैं।
चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग पर पीएम मोदी ने सभी वैज्ञानिकों और देशवासियों को बधाई दी। उन्होंने इस उपलब्धि को सबसे बड़ा बताते हुए कहा कि हमने धरती पर संकल्प लिया और उसे चांद पर पूरा किया। यह पूरे देश के लिए गर्व का पल है। भारत चांद के उस दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचा है, जहां अब तक कोई भी देश नहीं पहुंच पाया है। आज के इस दिन को देश हमेशा हमेशा के लिए याद रखेगा। यह दिन हम सभी को उज्जवल भविष्य की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित करेगा।
चंद्रमा के दक्षिणी भाग पर सफलता से सॉफट लैंडिग करने के बाद इसरो के चीफ ने खुशी जताई। एस सोमनाथ ने संबोधन में कहा कि भारत अब चांद पर है। चंद्रयान-3 ने इतिहास रच दिया है। चंद्रयान 3 ने चांद की सतह पर सुरक्षित लैंडिंग की है। ये भारत के लिए ऐतिहासिल पल है। इस मौके पर देश-दुनिया से भारत को शुभकामनाएं दी जा रही हैं।
इसरो के अध्यक्ष डॉ एस सोमनाथ का चंद्रयान-3 में सबसे महत्वपूर्ण योगदान है। इनके ही नेतृत्व में चंद्रयान 3 मिशन चांद तक पहुंचा है। बता दें कि डॉ एस सोमनाछ ने व्हीकल मार्क 3 डिजाइन किया, जिसे बाहुबली रॉकेट नाम दिया गया और इसी रॉकेट ने ही चंद्रयान-3 को चंद्रमा की कक्षा में पहुंचाया है। बता दें कि एस सोमनाथ ने पिछले साल जनवरी में ही इसरो का नेतृत्व संभाला है। इससे पहले एस सोमनाथ ने विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र और तरल प्रणोदन प्रणाली केंद्र के डायरेक्टर के रूप में काम किया है। इनके ही नेतृत्व में ही आदित्य-एल 1 (सूरज का अध्ययन करने के लिए मिशन) और गगनयान (देश का पहला मानव मिशन) भी चल रहा है।