सीतापुर
संसू पिसावां के ठकुरेपुर में बने राम जानकी मंदिर परिसर में बाबा रघुवर दास ने अन्न, जल त्याग दिया है। बता दें कि बाबा अन्न,जल त्याग कर चार दिन से आग के घेरे में बैठे हैं। बाबा का कहना है कि राम जानकी मंदिर की 88 बीघा जमीन है। इस जमीन के सरवराहकार आंबी निवासी रघुनाथ सिंह के पुत्र मुकेश पूरी फसल बिक्री कर निजी उपयोग में प्रयोग करते हैं। जबकि जमीन से होने वाली आय का पैसा मंदिर की सेवा में लगना चाहिए।
मंदिर काफी कमजोर और बेकार हालत में पहुंच चुका हैं और यह अब गिरने की कगार पर है। रघुनाथ को सरवराहकार के पद से मुक्त किया जाए। बाबा इस मांग को लेकर रविवार से मंदिर के सामने बैठ गए हैं। ठकुरेपुर गांव के निवासी भी बाबा रघुवर दास के समर्थन में हैं। यहां के स्थानीय निवासी राजेश सिंह, ब्रजपाल, इंद्र सिंह, उदय राज आदि ने बताया कि राम जानकी मंदिर में दानदाताओं ने जमीन इसीलिए लगाई थी कि मंदिर व इसमें विराजमान भगवान की सेवा होती रहे।
देखरेख के अभाव में मंदिर काफी कमजोर और बेकार हालत में पहुंच चुका है। 88 बीघा जमीन में प्रति वर्ष लाखों रुपये की फसल होती हैं। जिसका उपयोग मंदिर के लिए न करके निजी रूप से किया जाता है। जिसका बाबा ने खुल कर विरोध किया है। आपको बता दें कि थानाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने बताया कि राम जानकी मंदिर की जमीन का निर्माण करना हैं। बाबा रघुवर दास अन्न जल त्याग कर आए दिन मामले को लेकर बैठ जाते हैं। हमने एसडीएम महोली को मामले से अवगत कराया है। फिलहाल पुलिस को मौके पर भेजा है। बाबा कोई लिखी हुई बात देते हैं तो इस कि जांच कराई जाएगी।
बता दें कि महोली की एसडीएम पूनम भाष्कर ने बताया कि ठकुरेपुर में किसी राम जानकी मंदिर की जमीन को लेकर बाबा के अन्न, जल त्याग कर बैठने की जानकारी समाने आई हैं। हम लेखपाल से इसकी जांच कराएंगे। जांच की रिपोर्ट के बाद आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।