बाराबंकी
सूरतगंज क्षेत्र के हजारों उपभोक्ता बिजली के संकट से जूझ रहे हैं। सूरतगंज उपकेंद्र से पांच फीडर की सप्लाई होती हैं। इन दिनों क्षेत्र में आठ से दस घंटे ही विद्युत की सप्लाई मिल पा रही है। बिजली नहीं मिलने के चलते उपकरण भी दगा दे रहे है। निंदूरा से हो कर सूरतगंज को पहुंचने वाली ये तैतीस हजार केवी लाइन नहर पटरी किनारे से होकर गुजरीं है।
पेड़ों के चलते ये लाइन अकसर क्षतिग्रस्त होती रहती है। सबसे ज्यादा रात्रि में उपभोक्ताओं को परेशानी होती है। बच्चे भी मछरों व गर्मी के चलते सही से सो नहीं पाते है। व्यापारियों के साथ छात्रों को जहां दिक्कतें उठानी पड़ती है। वहीं मंहगे दमों पर डीजल से मेंथा आदि फसलों की सिंचाई भी किसानों को मजबूरन करना पड़ता है।
भगनापुर के किसान राजेश यादव बताते है, कि रोस्टर के हिसाब से भी विद्युत आपूर्ति क्षेत्र में नहीं मिल पा रही है। ऐसे में मेंथा की सिंचाई डीजल इंजन से करना पड़ता है। मोहम्मदपुर खाला के पूर्व प्रधान शम्भूदयाल यादव भी बताते हैं, कि बिजली आपूर्ति प्रर्याप्त न मिलने से लोगों का जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। सरकार के ग्रामीण क्षेत्रों में बीस घंटे बिजली देने के दावे भी हवा हवाई साबित हो रहे हैं।