रघुराज सिंह का बयान उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक और विवाद का कारण बन गया है। उनके द्वारा संविधान की प्रस्तावना में “सेक्यूलर” शब्द पर आपत्ति जताना और इसे बदलने की बात करना एक बड़ा बयान है। उनका कहना है कि “सेक्यूलर” शब्द बाबा साहेब अंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान में नहीं था, और यह कांग्रेस का डाला हुआ शब्द है। इस पर उनका तर्क यह था कि संविधान में यह शब्द गलत तरीके से जोड़ा गया था और इसे हटाना जरूरी है।
इस बयान ने कई सवाल उठाए हैं, खासकर यह कि क्या वे संविधान संशोधन की बात कर रहे हैं। जब इस सवाल का जवाब मांगा गया, तो रघुराज सिंह ने इसे इन्कार नहीं किया, बल्कि केवल “धन्यवाद” कहकर जवाब दिया, जो इस बयान को और भी संदिग्ध बनाता है।

रघुराज सिंह के बयान पर उनकी आलोचना हो रही है, क्योंकि “सेक्यूलर” शब्द भारतीय संविधान की प्रस्तावना का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो देश के धर्मनिरपेक्ष स्वरूप को दर्शाता है। इसके अलावा, उन्होंने होली से जुड़ी विवादित टिप्पणियों में मुस्लिम पुरुषों को हिजाब पहनने की सलाह दी थी, जो और भी विवादित हो गई।
इन बयानों से यह भी स्पष्ट होता है कि रघुराज सिंह अपने विचारों के जरिए धार्मिक और राजनीतिक संदर्भ में अपनी स्थिति को और मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, यह बयान उनकी पार्टी और सरकार के लिए मुश्किल खड़ी कर सकता है, क्योंकि इससे अलग-अलग समुदायों के बीच और तनाव पैदा हो सकता है।