संभल में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, जो भाजपा के प्रत्याशी के रूप में नामांकित हैं, ने अपने चुनावी भाषण में विपक्षी दलों पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद देश में कांग्रेस का पूरी तरह से सफाया हो जाएगा। उन्होंने इसके साथ ही प्रदेश में सपा और बसपा की सरकार के कानून व्यवस्था को भी चौपट कहा। उन्होंने और भी कहा कि लोकसभा के चुनाव में कांग्रेस, सपा-बसपा सहित अन्य विरोधी दलों का सफाया हो जाएगा। कांग्रेस का सारा अड्डा ख़त्म हो जाएगा। उपमुख्यमंत्री का यह बयान संभल में चुनावी माहौल में चर्चा का विषय बन गया।
बृहस्पतिवार को, केशव प्रसाद ने बहजोई के काली माता मंदिर के मैदान में एक चुनावी जनसभा का आयोजन किया, जो संभल लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के प्रत्याशी के समर्थन में हुआ। उन्होंने यह बताया कि 2012 से 2017 तक सपा ने “खाली प्लॉट हमारा है” का नारा लगाया और उसकी गाड़ी पर झंडा लगाने वाले गुंडे बैठे रहते थे।
उन्होंने सपा के शासनकाल में कानून व्यवस्था के बारे में भी टिप्पणी की, कहते हुए कि बिजली बंद हो जाती थी। लेकिन अब जनता ने साइकिल को पंक्चर कर दिया है, और इसके बाद से बिजली भी अच्छे से आने लगी है, और कानून व्यवस्था भी मजबूत हो गई है। उन्होंने कहा कि उन्हें सपा को सफा करने का इरादा है, और उन्हें समाप्तवादी पार्टी बनाने का एक मिशन है।
उप मुख्यमंत्री ने हरदोई के मामले को उदाहरण मानते हुए कहा कि वहां सपा से कोई प्रत्याशी चुनाव नहीं लड़ना चाहता है। वहां कुल तीन प्रत्याशी बदल चुके हैं। उन्होंने इसके साथ ही देश में एक चुनाव व्यवस्था की मांग की, पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को पाने के लिए, और संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत को स्थायी सदस्य के रूप में जगह दिलाने के लिए उन्होंने कहा कि इस बार 400 पार सीटें लानी हैं।
उन्होंने कांग्रेस के खिलाफ भी बड़े आरोप लगाए, कहते हुए कि 70 वर्षों में कांग्रेस ने जो काम नहीं किया, वह भाजपा ने 10 वर्षों में किया है। इसके अलावा, उन्होंने 2014 से 2024 तक भाजपा की प्रगति को ट्रेलर के रूप में बताया और कहा कि 4 जून को 4 बजे पूरी पिक्चर दिखाई जाएगी। उन्होंने यह भी जाहिर किया कि भाजपा की सभी योजनाएं सभी जाति और धर्म के लोगों तक पहुंची हैं।
पुलिस ने कलेक्ट्रेट में नामांकन के दौरान डिप्टी सीएम के पीएसओ को रोक गेट पर। उन्हें और प्रत्याशियों को साथ जाने की अनुमति दी जा रही थी। इसी बीच, भाजपा प्रत्याशी के नामांकन के समय कुछ गहमागहमी हुई। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के पीएसओ को इंस्पेक्टर ने अधिक संख्या होने के कारण गेट पर रोक दिया।
इस घटना के दौरान, डिप्टी सीएमओ और मंत्री रुक गए। इंस्पेक्टर ने बाद में गलती मानते हुए उन्हें जाने की इजाज़त दी। परंतु, पीएसओ नाराज हो गए और अंदर नहीं जाने का इंकार किया। इस घटना के दौरान, दूसरे पीएसओ उनके साथ अंदर गए।