पूरे देश के साथ-साथ कश्मीर घाटी में ईद उल फितर (Eid al-Fitr) कल यानी 3 मई को मनाई जा रही है. लेकिन श्रीनगर (Srinagar) में स्थित जामिया मस्जिद और ईदगाह में अंजुमन ए अवकाफ जामिया मस्जिद ने ईद नमाज (Namaz) ना पढ़ने का फैसला लिया है. अंजुमन ए अवकाफ जामिया मस्जिद ने 30 अप्रैल को जारी पहले बयान में कहा था कि मौसम ठीक रहने पर ईद उल फितर की नमाज श्रीनगर ईदगाह में सुबह साढ़े नौ बजे पढ़ी जाएगी और अगर बारिश रही तो ईद नमाज जामिया मस्जिद सिथित नोहट्टा में इसी समय पर होगी. लेकिन अब उन्होंने ईद पर नमाज की शर्तों को लेकर निराशा जताई है.
अंजुमन ए अवकाफ ने दूसरे बयान में लोगों से खेद व्यक्त करते हुए कहा कि पुलिस और जिला प्रशासन ने उन्हें शनिवार को बुलाकर बताया कि श्रीनगर स्थित ईदगाह और जामिया मस्जिद में अगर सुबह सात बजे से पहले नमाज अदा नहीं की जाती है तो इसके बाद नमाज पढ़ते की इजाजत नहीं दी जाएगी. अंजुमन ए अवकाफ ने आश्चर्य व्यक्त किया कि अधिकारियों को हजरतबल दरगाह पर सुबह साढ़े 10 बजे ईद की नमाज अदा करने की अनुमति देने में कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन वे ईदगाह में नमाज अदा करने के लिए शर्तें लगा रहे हैं.
प्रशासन की शर्तो को लेकर नाराजगी
अंजुमन के मुताबिक, प्रशासन ने ईदगाह और जामिया मस्जिद में नमाज करने को लेकर कई शर्तें लगाई हैं और इस संबंध में प्रबंधन से लिखित अंडरटेकिंग मांगा है. सूत्रों की मानें तो पुलिस और प्रशासन द्वारा कानून व्यवस्था को लेकर यह निर्णय लिया गया है. इसमें बताया गया है कि ईदगाह में ईद नमाज के बाद कुछ समय तक शरारती तत्वों द्वारा हालात खराब करना एक आम सी बात रही है, जिसको पुलिस और प्रशासन होने नहीं देगी.
अधिकारियों ने की ईद की नमाज को लेकर दरगाहों में तैयारियों की समीक्षा
एमओएस और जम्मू कश्मीर वक्फ बोर्ड अध्यक्ष डाक्टर दरक्षा अंदराबी समेत कई प्रशासनिक अधिकारियों ने श्रीनगर में स्थित बड़ी दरगाहों जिन में दरगाह हजरतबल, दरगाह सुलतान उल आरिफीन, दरगाह गॉस उल आजम दस्तगीर और दरगाह शेख याकूब सरफी स्थित सोनवार में ईद नमाज की तैयारियों का जायजा लिया और आश्वासन दिया कि ईद उल अजहा के मौके पर ईदगाह में नमाज की अनुमति दी जाएगी, क्योंकि इस ईद पर ईदगाह में तैयारियां अभी नमाज के लिए पूरी नही थीं.