City Headlines

Home Uncategorized श्रीनगर की हजरतबल दरगाह में 2 साल बाद पढ़ी गई ईद की नमाज, फारूक अब्दुल्ला बोले- दुआ है कि यहां के लोगों की मुश्किलें दूर हों

श्रीनगर की हजरतबल दरगाह में 2 साल बाद पढ़ी गई ईद की नमाज, फारूक अब्दुल्ला बोले- दुआ है कि यहां के लोगों की मुश्किलें दूर हों

by

पूरे देश के साथ-साथ जम्मू और कश्मीर (Jammu Kashmir) में भी मंगलवार को ईद उल फितर (Eid-ul-Fitr) का त्योहार मनाया जा रहा है. मंगलवार सुबह लोगों ने देश के अलग-अलग हिस्सों में ईद की नमाज (Namaz) अदा की. जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में स्थित हजरतबल दरगाह (Hazratbal Dargah) में भी ईद की नमाज पढ़ी गई. दो साल के बाद दरगाह में ईद की नमाज अदा करने बड़ी संख्या में लोग पहुंचे. हालांकि प्रशासन की ओर से किए गए खराब इंतजामों को लेकर लोगों में थोड़ी नाराजगी देखने को मिली.

इस साल कोरोना महामारी के मामलों में आई गिरावट के बाद हजरतबल दरगाह में नमाज पढ़ने की अनुमति दी गई है. वहीं दूसरी ओर मंगलवार को श्रीनगर में हुई बारिश के कारण दरगाह में नमाज को लेकर किए गए प्रबंध प्रभावित हुए. दरगाह हजरतबल प्रबंधन ने नमाज का समय सुबह 10:30 बजे का तय किया था. लेकिन नमाज को 15 मिनट पहले ही पढ़ लिया गया. इससे लोग काफी नाराज नजर आए.

खराब प्रबंध पर लोगों में नाराजगी

हालांकि दरगाह प्रबंधन ने तुरंत ही दूसरी जमात की भी घोषणा की लेकिन लोगों के अनुसार प्रशासन की ओर से ईद की नमाज के लिए सही प्रबंध नहीं किए गए थे. इसके कारण बारिश के बीच लोगों की एक अच्छी खासी संख्या से नमाज छूट गई. जबकि कुछ नमाज समय से पहले शुरू किए जाने के पीछे दरगाह में कुछ वीआईपी लोगों के नमाज के लिए आना भी एक कारण बता रहे हैं.

https://www.youtube.com/watch?v=tY-EqKlhu5Ut=204s

उमर अब्दुल्ला और फारूक अब्दुल्ला ने भी पढ़ी नमाज

दरगाह में श्रीनगर नगर निगम के प्रमुख व मेयर जुनैद मत्तू समेत नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और फारूक अब्दुल्ला ने भी ईद की नमाज अदा की. ईद की नमाज अदा करने के बाद फारूक अब्दुल्ला ने संवाददाताओं से कहा कि वह दुआ करते हैं कि यहां के लोगों की मुश्किलें दूर हों.

कोरोना में कमी के कारण नमाज पढ़ने का मौका मिलने से खुश

वहीं ईद नमाज अदा करने वालों ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि वह खुश हैं कि कोरोना महामारी का असर इस स्तर तक खत्म हुआ है कि वह ईद की नमाज यहां ऐसी दरगाहों में पढ़ने आ सके हैं. हालांकि कुछ नमाजियों ने दरगाह प्रबंधन की ओर से किए गए इंतजाम से नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि जब प्रबंधन को पता था कि दो साल बाद यह नमाज दरगाह में होनी हैं फिर उस हिसाब से यहां प्रबंध क्यों नहीं किए गए?

Leave a Comment