मीरजापुर । विंध्याचल स्थित मां विंध्यवासिनी के दरबार में शारदीय नवरात्र मेला की चतुर्थी तिथि पर मां विंध्यवासिनी के कुंष्माडा स्वरूप का भक्तों ने दर्शन किया। सुबह में मंगला आरती के बाद श्रृंगार स्वरूप का दर्शन पूजन करने के लिए भक्त लालायित रहे।
प्रातः काल मंगला आरती के बाद प्रारंभ हुआ चतुर्थी तिथि का दर्शन पूजन का दौर दोपहर तक जारी रहा तत्पश्चात दर्शन पूजन करने आए भक्तों ने गंगा घाट पर स्नान कर मां के दरबार की ओर रुख किया। भक्त गर्मी चिलचिलाती धूप की परवाह न कर हाथों में नारियल, चुनरी, माला, फूल, प्रसाद लेकर कतार में लगे और अपनी बारी का इंतजार करते हुए दिखे। भक्तों के द्वारा लगाए जा रहे मां के जयकारों और घंट घड़ियाल से दरबार सहित संपूर्ण विंध्य क्षेत्र गुंजायमान रहा।
ज्ञात हो कि विंध्याचल धाम में पहली बार विदेशी फूलों से सजावट की गई है। तरह-तरह के देसी- विदेशी पुष्पों की लड़ियों से सजा देवी धाम का भव्य नजारा देख श्रद्धालु विभोर हो रहे हैं। वहीं विंध्याचल के गंगाघाट भी जगमग रोशनी से नहा उठे हैं। श्रद्धालु गंगा स्नान के बाद मा के दर्शन के लिए मंदिर के गर्भगृह एवं झांकी वाले मार्गों पर लाइन में लगे रहे। अष्टभुजा एवं काली खोह मंदिरों में दर्शन पूजन कर श्रद्धालु त्रिकोण परिक्रमा में जुटे रहे । संपूर्ण त्रिकोण मार्ग भक्तों से पटा रहा। सुबह से ही तेज धूप हो जाने के कारण लाइन में लगे भक्तों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। न्यू वीआईपी मार्ग व पुराने वीआईपी मार्ग पर भक्तों की लंबी लाइन लगी रही। वहीं मेला की व्यवस्था में जिला अधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में प्रशासनिक अफसर और पुलिसकर्मी जुटे रहे।