लखनऊ विकास प्राधिकरण ने राजधानी लखनऊ स्थित दरगाह हज़रत अब्बास के पीछे रुस्तम नगर में मौलाना अली अब्बास के बन रहे अवैध मकान को तोड़ने के आदेश दिये हैं। बता दें कि मकान तोड़ने का आदेश 28/04/2022 को दिया गया था। आदेश में कहा गया है कि 15 दिन के अंदर अली अब्बास अपना अवैध निर्माण स्वयम गिरा लें अन्यथा LDA द्वारा गिराए जाने पर पूरा खर्चा मकान मालिक अली अब्बास से वसूला जाएगा।
बताते चलें कि मौलाना अली अब्बास एवं मुद्दई तय्यबा बेगम द्वारा ज़मीन को लेकर काफी समय से विवाद चल रहा था। तय्यबा बेगम का आरोप है कि मौलाना अली अब्बास द्वारा मेरी गैर मौजूदगी में मेरी ज़मीन पर अवैध कब्जा कर लिया है। LDA से लेकर पुलिस थाने तक पीड़ित ने चक्कर लगा लगा कर दिन रात एक कर दिया तब जा कर LDA से राहत मिली है।
वहीं पीड़ित की मानें तो थाना सआदतगंज में दर्जनों प्रार्थना पत्र देने पर भी पुलिस ने कोई मदद नहीं कि जबकि ज़रा से विवाद अगर कोई व्यक्ति नाली निर्माण का प्रार्थना पत्र देता है तो फौरन मौके पर पुलिस पहुंच जाती है।
मगर जहां मामला एक तरफ किसी पूंजीपति या बड़ा आदमी हो और दूसरी तरफ निर्धन एवं गैर सियासी व्यक्ति का हो तो मजाल है पुलिस अपनी कुर्सी से हिल तक जाए। ऐसा ही कुछ मामला थाना सआदतगंज के मुहल्ला रुस्तम नगर दरगाह हज़रत अब्बास के पीछे मौलाना आली अब्बास बनाम तय्यबा बेगम का है। तय्यबा बेगम महीनों थाने के चक्कर लगाती रही मगर उनकी पुलिस ने एक नहीं सुनी।
पीड़ित तय्यबा बेगम ने बताया कि थाना सआदतगंज में तैनात एस एस आई,एस ए एम ज़ैदी के पास पुरात्तव विभाग से लेकर LDA द्वारा मकान निर्माण रोके जाने के निर्देश के बावजूद उक्त एस एस आई मौके पर गए तक नहीं,बल्कि उल्टे अली अब्बास की पुश्त पनाही करते रहे है।
स्थानीय लोगों की मानें तो एस एस आई,ज़ैदी का यह रवैया नया नहीं है। थाने से मात्र 50 क़दम की दूरी पर कर्बला से लगी हुई 3 माले की पूरी बिल्डिंग बन गई और थाने में LDA, एवं पुरात्तव विभाग द्वारा भेजे गए नोटिस रखे के रखे रह गए,सआदतगंज पुलिस विशेष एस एस आई ज़ैदी इतने महान हैं।