उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना जैसी दहशत फैलाने वाला *HMPV (ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस)* का पहला मामला सामने आया है। यह वायरस अब उत्तर प्रदेश में दस्तक दे चुका है, और यह पूरे राज्य में पहला मामला माना जा रहा है। हालांकि, अभी तक इस वायरस से संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है, क्योंकि महिला का सैम्पल जांच के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट मिलने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।
यह वायरस हाल ही में चीन से होते हुए भारत पहुंचा है। चीन में इसके प्रसार को लेकर पहले से ही चेतावनियाँ दी जा रही हैं। लखनऊ में सामने आए इस संदिग्ध मामले के बारे में सीनियर मेडिकल ऑफिसर ने जानकारी दी है कि महिला मरीज का HMPV से संक्रमित होने की संभावना जताई गई है, लेकिन जैसे ही रिपोर्ट आएगी, तब तक इसे एक संदिग्ध मामला ही माना जाएगा।
संदिग्ध मरीज की कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं पाई गई है, यानी यह वायरस महिला को किसी विदेशी यात्रा के दौरान नहीं हुआ, बल्कि यह स्थानीय संपर्क के माध्यम से फैल सकता है। इसके बावजूद, चिकित्सा विशेषज्ञों ने लोगों से घबराने की बजाय सतर्क रहने की सलाह दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस वायरस से डरने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि इलाज और उपचार की प्रक्रिया पहले से तय है और कोविड-19 जैसे अन्य वायरस के मुकाबले इस वायरस की गंभीरता कम है।
HMPV वायरस के मामलों की शुरुआत भारत में बेंगलुरु से हुई थी, जहां पहले इस वायरस के कुछ मामले दर्ज किए गए थे। इसके बाद गुजरात के अहमदाबाद में भी इसके संक्रमण के मामले सामने आए। यह वायरस सामान्यतः श्वसन संबंधी समस्याओं को उत्पन्न करता है, जैसे कि जुकाम, खांसी और बुखार, और गंभीर स्थितियों में निमोनिया भी हो सकता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की महामारी एक्सपर्ट मार्गरेट हैरिस ने इस वायरस के बारे में चीनी रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र के आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि *HMPV*, मौसमी इन्फ्लूएंजा वायरस, और रेस्पिरेटरी सिंकाइटियल वायरस (RSV) जैसी बीमारियाँ फैलाने वाले प्रमुख वायरस में से एक है। इस वायरस के संक्रमण की संभावना भारत में अब बढ़ गई है, लेकिन फिर भी स्वास्थ्य विभाग ने इसे एक गंभीर महामारी की तरह नहीं लिया है।
महत्वपूर्ण बात यह है कि स्वास्थ्य विभाग ने पहले ही इस वायरस के परीक्षण और इलाज की व्यवस्था को सुदृढ़ कर लिया है। हालाँकि, लोगों को सतर्क रहकर नियमित स्वास्थ्य जांच करवाने और श्वसन संबंधी संक्रमण के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करने की सलाह दी जा रही है।