नाले में पानी की दिशा में आपत्ति का मामला उत्पन्न हो गया था, जिससे एक दल अपने खेत में पानी के आने के कारण अपनाए गए खेत का अत्याचार कर दिया। इसके परिणामस्वरूप दोनों पक्षों के बीच तीखी बहस और अनबन शुरू हो गई, जो बाद में हिंसक घटनाओं में बदल गई। पहले तो गाली-गलौज का दौर चला, और फिर लाठी-डंडों की बरसात हुई। इस संघर्ष के बीच एक युवक की बेपरवाही का शिकार होकर हत्या हो गई। पुलिस ने घटनास्थल पर कड़ी कार्रवाई की है, और इसमें लाठी-डंडों और अवैध हथियारों की बरामदगी शामिल है। पुलिस अधिकारियों ने मामले की जाँच शुरू की है और दोनों पक्षों की प्रतिक्रिया का निपटारा किया जा रहा है।
नारसन के कस्बे में स्थित कुवाहेड़ी रोड पर एक घर है, जो भरत के नाम से जाना जाता है। यहां के खेतों के बीच में एक छोटी सी नाली है, जो दोनों पक्षों के खेतों को अलग करती है। यहां का माहौल शांत और सहनशील था, लेकिन एक दिन नाली में पानी आने के कारण भरत ने अपने खेत में आई अवांछित चालाकी का आरोप लगाया। उसने इसे दूसरे पक्ष के लोगों के साथ साझा किया और अवमानजनक शब्दों का प्रयोग कर उनके साथ विवाद की शुरुआत की।
जब दूसरी ओर के लोगों ने इसे नकारा, तो भरत के साथ लाठी-डंडों का दंगल शुरू हो गया। इस संघर्ष के बीच, एक व्यक्ति ने भरत की ओर से तमंचा उठाकर गोली चला दी, जिससे भरत की जान चली गई। उसे तुरंत अस्पताल में ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसकी मृत्यु का आदेश दे दिया।
जब घटना की जानकारी पुलिस को मिली, तो मंगलौर के कोतवाल, अमर चंद शर्मा, पुलिस बल के साथ तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे। वहां पर लाठी-डंडे और .315 बोर के तमंचे का खोखा बरामद किया गया। जानकारी के अनुसार, एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल और एसपी देहात, एसके सिंह, भी मौके का मुआयना किया। एसपी देहात, एसके सिंह, ने बताया कि युवक की मौत हो गई है, जिसे गोली लगी है। घटना के बाद जांच की जा रही है और उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मौके पर पहुंचने से पहले भरत के पिता, बृजवीर सिंह, का भी कुछ साल पहले इसी क्षेत्र में हत्या हुई थी। स्थानीय लोगों के अनुसार, बृजवीर का 24 साल पहले एक विवाद था जिसमें कुछ समुदाय के लोग शामिल थे। इस विवाद में बृजवीर की भी गोली मारकर हत्या की गई थी। पुत्र और पिता दोनों के बीच भी विवाद चल रहा था, जिसके परिणामस्वरूप इन दोनों पक्षों के बीच अलग-अलग द्वंद्व हो गया था।