अयोध्या भारत और नेपाल के रिश्ते और प्रगाढ़ होंगे। नेपाल की लुम्बिनी नगर कार्यपालिका की ओर से सांस्कृतिक सहयोग के लिए भेजे गए प्रस्ताव को अयोध्या नगर निगम के महापौर रिषिकेश उपाध्याय ने सहमति प्रदान कर दी है। महापौर ने बताया कि सिस्टर सिटी सांस्कृतिक और व्यावसायिक संबंधों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से दो भौगोलिक और राजनीतिक रूप से अलग इलाकों के बीच कानूनी या सामाजिक समझौते का एक रूप है।
बता दें कि गत तीन मार्च को लुम्बिनी नगर कार्य पालिका के महापौर मनमोहन चौधरी की ओर से सिस्टर सिटी को लेकर प्रस्ताव भेजा गया था। मिथिला की वजह से अयोध्या और नेपाल के बीच सांस्कृतिक रिश्ते पहले से ही अटूट हैं। ऐसे में इस नए प्रस्ताव पर अमल से यह संबंध और मजबूत होंगे। अयोध्याधाम को विश्व की सुंदरतम नगरी के रूप में स्थापित करने को लेकर केंद्र एवं प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है।
नगरी को विश्व पटल पर लाने के लिए नगर निगम का दर्जा देने के साथ स्मार्ट सिटी के रूप में भी अयोध्याधाम को विकसित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी अयोध्याधाम को विश्व की सर्वश्रेष्ठ नगरी बनाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं। अयोध्या में जन्मे प्रभु श्रीराम ने मर्यादा का संदेश दिया, जबकि लुम्बिनी भगवान गौतम बुद्ध का जन्मस्थान है, उन्होंने विश्व को शांति का संदेश प्रदान किया।
भगवान बुद्ध विश्व शांति के अग्रदूत के रूप में पूजित हैं। ऐसे में आने वाले समय में लुम्बिनी और अयोध्याधाम सांस्कृतिक, पर्यटन, स्वच्छता तकनीकी आदि क्षेत्रों में एक दूसरे के सहभागी बन सकते हैं। ऐसे में इन दोनों पवित्र शहरों के बीच सिस्टर सिटी का संबंध विकसित करते हुए सहमति प्रदान की गई है।