रामनवमी के मौके पर, अयोध्या के राम मंदिर में उमड़ती हुई भीड़ को देखते हुए ट्रस्ट ने 15 से 18 अप्रैल तक के सभी वीआईपी पासों को निरस्त कर दिया है। साथ ही, रामलला के दर्शन का समय भी बदल दिया गया है। इस दौरान, रामलला के दरबार में वीआईपी दर्शन पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा। ट्रस्ट ने जारी की गाइडलाइन में सोमवार से लेकर चार दिनों तक वीआईपी दर्शन की कोई व्यवस्था नहीं होगी। 15 से 18 अप्रैल के बीच जिन लोगों ने वीआईपी पास बनवाए हैं, उनके पास भी इस समय के लिए निरस्त पास माने जाएंगे।
चैत्र शुक्ल सप्तमी, यानी सोमवार से, अयोध्या में श्रद्धालुओं की भीड़ में वृद्धि की संभावना है। इस संदर्भ में, राममंदिर ट्रस्ट ने वीआईपी दर्शन पर प्रतिबंध लगा दिया है। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने अपील की है कि इन तिथियों में वीआईपी प्रोटोकाल धारक अयोध्या न आएं। भीड़ में वीआईपी दर्शन कराना संभव नहीं होगा। पहले से बने विशिष्ट और सुगम पास 18 अप्रैल तक मान्य नहीं होंगे। इस परिस्थिति में, पास धारकों को वीआईपी सुविधा नहीं दी जाएगी।
रामजन्मोत्सव के अवसर पर, राममंदिर को भव्य रूप से सजाया जा रहा है। रामजन्मभूमि पथ पर 80 अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। पथ पर जर्मन हैंगर की स्थापना के कारण, कुछ कैमरे दूर के दृश्यों को कैद कर पा रहे हैं। इसके बजाय, नजदीकी दृश्यों को भी कैद करने के लिए अतिरिक्त कैमरे लगाए जा रहे हैं। पथ पर लगभग 50 स्थानों पर वॉटर कूलर स्थापित किए जा रहे हैं।
रामलला के दर्शन अवधि में बदलाव को लेकर ट्रस्ट और पुलिस अधिकारियों के बीच चर्चा जारी है। रविवार को परिसर में बैठक हुई, जिसमें तय हुआ कि 16 अप्रैल से रामलला के दर्शन अवधि में बदलाव किया जाएगा। पहले, 15 अप्रैल को ही दर्शन अवधि में बदलाव की जा रही थी, लेकिन अभी तक श्रद्धालुओं की संख्या बहुत कम है। इसलिए, दर्शन अवधि में कोई परिवर्तन नहीं किया जा रहा है। भीड़ की स्थिति को ध्यान में रखते हुए, 16 अप्रैल से मंदिर को 20 घंटे तक खोलने की योजना बनाई गई है।