देश के विभिन्न हिस्सों में रामनवमी और हनुमान जन्मोत्सव के दौरान निकाली गई शोभायात्राओं पर हमले की खबरें सामने आईं. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में जांच कराने की मांग की गई. आज इस मामले पर सुनवाई हुई. जस्टिस नागेश्वर राव और जस्टिस गवई की बेंच ने मामले पर सुनवाई की. सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने याचिका खारिज कर दिया. दरअसल, देश में रामनवमी और हनुमान जयंती के दौरान निकाली गई शोभायात्राओं पर कई राज्यों में हमले की जानकारी मिली. इसके बाद देश के अलग-अलग राज्यों में सांप्रादायिक तनाव पैदा हो गया था.
दरअसल, वकील विशाल तिवारी का कहना था कि हिंसा की जांच एकतरफा हो रही है. लिहाजा सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज की निगरानी में जांच की जरूरत है. इस पर जस्टिस नागेश्वर राव ने याचिका खारिज करते हुए कहा कि आप चाहते है कि कोई पूर्व चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) जांच की निगरानी करें. कौन CJI फ्री है? आप ऐसी मांग मत कीजिए जो पूरी न की जा सकती हो, हम याचिका खारिज कर रहे हैं. वहीं, याचिकाकर्ता विशाल तिवारी ने इसके अलावा मध्य प्रदेश, गुजरात और उत्तर प्रदेश में हुए बुलडोजर एक्शन पर सवाल उठाते हुए इनकी जांच के लिए न्यायिक आयोग के गठन की मांग भी की थी.
देश के अलग-अलग हिस्सों में हुई हिंसा
दरअसल, देशभर में 10 अप्रैल को रामनवमी के दौरान हिंसा देखने को मिली. इसके अलावा, हनुमान जयंती के मौके पर भी हिंसा हुई. कई राज्यों में निकाली गईं शोभायात्राओं पर पथराव की घटनाएं सामने आईं. इसके बाद हालात बेकाबू हो गए. कुल मिलाकर 10 राज्यों में इस दौरान हिंसा देखने को मिली. इन घटनाओं में कई पुलिसकर्मी और लोग घायल हुए. 10 अप्रैल को गुजरात, मध्य प्रदेश, झारखंड और पश्चिम बंगाल में सांप्रदायिक हिंसा की खबरें आईं. इसके बाद 6 अप्रैल को दिल्ली, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में हुई. वहीं, महाराष्ट्र में कई जगहों पर हिंसा की खबरें सामने आईं.
गुजरात के खंभात शहर में रामनवमी के दौरान जुलूस निकाला गया. इस जुलूस में हिंसा हुई, जिसके चलते एक व्यक्ति की मौत हो गई. इसके अलावा, कई दुकानों में आगजनी भी की गई. वहीं, मध्य प्रदेश के खरगोन में रामनवमी के अवसर पर शोभा यात्रा निकाली गई, जिसमें हिंसा हुई. झारखंड भी हिंसा से अछूता नहीं रहा, यहां के लोहरदगा और बोकारो में भी रामनवमी के दिन हिंसा हुई. पश्चिम बंगाल और कर्नाटक भी हिंसा की चपेट में आए. आंध्र प्रदेश के कुरनूल में भी दो समुदाय के लोगों के बीच पथराव हुआ. इसके अलावा, दिल्ली के जहांगीरपुरी में भी हनुमान जयंती के मौके पर हिंसा हुई.