अयोध्या
बाहर से दवाएं लिखने व बिल के सत्यापन के मामले में राजर्षि दशरथ मेडिकल कालेज प्रशासन की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। डिप्टी सीएम व स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने एक प्रकाशित खबर को संज्ञान में लेते हुए मेडिकल कालेज के प्रधानाचार्य से चार दिनों में स्पष्टीकरण मांगा है।
स्वास्थ्य मंत्री ने अपने ट्विटर व फेसबुक एकाउंट पर प्रकाशित खबर को पोस्ट करते हुए प्रधानाचार्य से स्पष्टीकरण संबंधी जानकारी सार्वजनिक की है। बता दें कि 27 अप्रैल के अंक में ‘मेडिकल कालेज में लिख रहे बाहर की दवा’ व 29 अप्रैल के अंक में ‘मेडिकल कालेज में भ्रष्टाचार, बिल के सत्यापन में लगे आउटसोर्सिंग कर्मी’ शीर्षक से खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था।
उन्होंने अपने इंटरनेट मीडिया पर खबरों को पोस्ट करते हुए लिखा है कि “राजर्षि दशरथ मेडिकल कालेज अयोध्या में मेडिकल कालेज की तरफ से क्रय की गई दवाओं व अन्य बिलों के सत्यापन में अनियमितता व बाहरी दवा लिखने संबंधित अखबार में प्रकाशित खबर का संज्ञान लेते हुए प्रधानाचार्य से उपरोक्त समाचारों में उल्लिखित बिंदुओं के संबंध में चार दिवस के अंदर रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है।
इसके साथ ही चिकित्सकों को आपातकाल की स्थिति या अत्यधिक आवश्यकता होने पर ही मेडिकल कालेज के बाहर की जेनेरिक दवाओं का परामर्श देने के लिए लिखित रूप से निर्देश निर्गत करने के आदेश देने को कहा है।