उत्तर प्रदेश के एक जिले में छोटी काशी कॉरिडोर के निर्माण के लिए प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। काशी और मथुरा के बाद अब छोटी काशी में भी पर्यटन विकास के तहत कॉरिडोर निर्माण की प्रक्रिया तेज हो गई है। मंगलवार को कार्यदाई संस्था यूपीपीसीएल ने प्रशासन के साथ मिलकर पौराणिक शिव मंदिर के आसपास की नजूल और जिला पंचायत की भूमि पर चिह्नीकरण किया। इस चिह्नीकरण के तहत 13 दुकानें जिला पंचायत की और 7 दुकानें नगर पालिका की आती हैं, जिनके ऊपर बुलडोजर चलेगा। इन दुकानों पर लाल निशान लगा दिया गया है और मालिकों को एक सप्ताह का समय दिया गया है, ताकि वे अपनी दुकानें खाली कर सकें।डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने अधिकारियों को इस संबंध में स्पष्ट निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि यह कार्य कॉरिडोर के निर्माण के लिए आवश्यक है, और इसे समय पर पूरा करने के लिए सभी संबंधित अधिकारियों को कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता होगी। अधिकारियों के मुताबिक, कॉरिडोर के निर्माण के लिए 19 हजार वर्ग मीटर नजूल की भूमि पहले ही शासन से मंजूरी प्राप्त कर पर्यटन विभाग को सौंप दी जा चुकी है। यह कार्य तीन फेज में किया जाएगा, और तीनों फेज का काम एक साथ चलाया जाएगा ताकि काम समय पर पूरा हो सके।इस परियोजना के पूरा होने का लक्ष्य मार्च 2026 रखा गया है। मंगलवार को एसडीएम विनोद कुमार गुप्ता, तहसीलदार सुखबीर सिंह और अन्य अधिकारियों ने पौराणिक शिव मंदिर, गोकर्ण तीर्थ सरोवर, नीलकंठ मैदान सहित सभी प्रमुख मार्गों का निरीक्षण किया और चिह्नीकरण कार्य को अंजाम दिया।यह कदम एक और बड़ा कदम है उत्तर प्रदेश में पर्यटन और विकास की दिशा में, जहां प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई करते हुए शहर के विकास के लिए जरूरी कदम उठाए हैं।। REPORT BY SUYASH