अगर आप किसान हैं और खेती के लिए पैसा चाहिए तो साहूकारों की बजाय किसान क्रेडिट कार्ड (KCC-Kisan Credit Card) का सहारा लीजिए. यहां पर सबसे सस्ते दर पर पैसा मिलेगा. इसके लिए अप्लाई करना बहुत आसान है. इसके लिए किसान भाई-बहन दो तरह से ऑनलाइन आवेदन (Online Application) कर सकते हैं. जिस बैंक से केसीसी लेना चाहते हैं उसकी आधिकारिक वेबसाइट पर अप्लाई कर सकते हैं या फिर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि स्कीम के आधिकारिक पोर्टल के जरिए आवेदन करके लाभ उठा सकते हैं. पीएम किसान स्कीम (PM-kisan Scheme) के जरिए केसीसी बनवाना बहुत आसान है. आपको इसकी वेबसाइट पर केसीसी के अप्लीकेशन फार्म का विकल्प दिया गया है.
आवेदन पूरा होकर जमा होने के 14 दिन के अंदर केसीसी अप्रूव्ड करना होगा. ऐसा न होने पर आप बैंक मैनेजर के खिलाफ शिकायत कर सकते हैं. बैंक आमतौर पर किसान क्रेडिट कार्ड आसानी से नहीं बनाते. इस समस्या को दूर करने के लिए केंद्र सरकार ने क्रेडिट कार्ड योजना को पीएम किसान स्कीम से लिंक कर दिया है. दरअसल, पीएम किसान योजना में देश के करीब 12 करोड़ किसानों का पूरा ब्यौरा सरकार के पास आ चुका है. जिसमें आधार कार्ड, रेवेन्यू रिकॉर्ड, बैंक अकाउंट और मोबाइल नंबर शामिल है.
पीएम किसान योजना ने आसान किया काम
पीएम किसान योजना के लाभार्थियों का पूरा डाटा अप्रूव्ड है. इसके बाद पैसा मिल रहा है. इसलिए पीएम किसान स्कीम का लाभार्थी अगर केसीसी के लिए अप्लाई करता है तो बैंक उसके रिकॉर्ड को लेकर कोई सवाल नहीं उठा सकता. वो फिजिकल वेरिफिकेशन करेगा. किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) योजना 1998 में शुरू की गई थी. इसके तहत तीन लाख रुपये तक का लोन मिलता है. किसान इसका उपयोग बीज, उर्वरक, कीटनाशक जैसे कृषि इनपुट को खरीदने के लिए कर सकता है.
कैसे करें आवेदन?
पीएम किसान योजना की वेबसाइट पर दाहिनी तरफ फार्मर कॉर्नर में डाउनलोड केसीसी फार्म (Download KCC Form) का विकल्प दिया गया है. इसका प्रिंट निकालकर भर दें. फॉर्म में दर्ज सारी जानकारी दें. दस्तावेज लगाएं और जिस भी बैंक में आपका खाता है आप उस बैंक में जाकर अपना आवेदन फॉर्म जमा कर दें. एसबीआई, पीएनबी, एचडीएफसी और आईसीआईसीआई सहित सभी बैंक इसकी सुविधा देते हैं.
केसीसी नियमों में क्या-क्या बदला
मोदी सरकार ने 3 लाख रुपये तक के कृषि लोन पर सर्विस टैक्स, प्रोसेसिंग फीस, इंस्पेक्शन और लेजर फोलियो चार्ज खत्म कर दिया है. इस तरह इन सब का मिलाकर किसानों को अब पांच हजार रुपये तक की बचत अप्लाई करने के वक्त ही हो जाती है. कोई भी बैंक किसी भी केसीसी आवेदक से इन सबका पैसा नहीं वसूल सकता.
केसीसी योजना के तहत किसानों को खेती के लिए पहले बिना गारंटी महज 1 लाख रुपये मिलते थे. अब इसमें वृद्धि करके 1.60 लाख रुपए कर दिया गया है. यानी अब किसानों को बिना गारंटी भी ज्यादा पैसे मिल सकेंगे.
किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए पहचान पत्र, निवास प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, लैंड रिकॉर्ड और फोटो देनी होगी. मोदी सरकार ने बैंकों को सख्ती से कहा है कि अप्लीकेशन स्वीकार होने के दो सप्ताह के भीतर केसीसी बनाकर देना ही होगा.
कितने पर मिलता है लोन
केसीसी पर मिलने वाले लोन की ब्याजदर वैसे तो 9 परसेंट है. लेकिन किसानों की मदद के लिए सरकार इसमें 2 परसेंट की सब्सिडी देती है. अगर आपने समय पर बैंक को सूद सहित पैसा लौटा दिया तो 3 परसेंट और रिबेट मिल जाती है. इस तरह 4 फीसदी ही ब्याज लगता है.